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भरतपुर विकासखंड के पटवाही में बना स्टॉप डेम बना भ्रष्टाचार का प्रतीक, किसानों को नहीं मिल रही सिंचाई की सुविधाएं

तहसील भरतपुर जिला मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़

भरतपुर विकासखंड के पटवाही में बना स्टॉप डेम बना भ्रष्टाचार का प्रतीक, किसानों को नहीं मिल रही सिंचाई की सुविधाएं

(पढिए जिला एमसीबी ब्यूरो चीफ मनमोहन सांधे की खास खबर)

छत्तीसगढ़ राज्य के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतर (एमसीबी) जिले के भरतपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत पटवाही में निर्मित स्टॉप डेम भ्रष्टाचार का जीता-जागता उदाहरण बन गया है। यहां शासन द्वारा लाखों की लागत से स्टॉप डेम का निर्माण तो करा दिया गया,

लेकिन इसका कोई लाभ ग्रामीणों और किसानों को नहीं मिल पा रहा है।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह डेम सिर्फ बरसात के दिनों में पानी से भरता है, जबकि बाकी समय इसमें पानी की कोई व्यवस्था नहीं रहती।

इससे किसानों की सिंचाई की जरूरतें भी पूरी नहीं हो पा रहीं। इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों और इंजीनियरों की मिलीभगत से ऐसे अनुपयोगी स्थान पर भारी लागत से निर्माण कराया गया है।

ग्रामीणों का आरोप है कि एसडीओ और अन्य संबंधित इंजीनियरों द्वारा बिना भौतिक सत्यापन के मूल्यांकन कर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है।

यह अकेला मामला नहीं है — भरतपुर विकासखंड में इस तरह के कई स्टॉप डेम बनाए गए हैं, जिनसे अब तक किसानों को किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं मिल सकी है।

स्थानीय जनता की मांग है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

ग्रामीणों का यह भी कहना है कि शासन-प्रशासन की आपसी मिलीभगत के कारण इस तरह के भ्रष्टाचार पर कोई जांच नहीं होती,

जिससे जनसुविधाओं की उपेक्षा और सरकारी धन की बर्बादी हो रही है।

सरकार भले ही ‘डबल इंजन’ की सरकार के नाम पर विकास के दावे कर रही हो,

लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है

जहां जनता को मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित रहना पड़ रहा है।

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