भोपाल सायबर पुलिस टीम ने फ्रॉड हेतु फर्जी बैंक खाता उपलब्ध कराने वाले आरोपी को किया गिरफ्तार
भोपाल जिला मध्य प्रदेश

*भोपाल सायबर पुलिस टीम ने फ्रॉड हेतु फर्जी बैंक खाता उपलब्ध कराने वाले आरोपी को किया गिरफ्तार*
(पढ़िए मध्य प्रदेश हेड राजमणि पांडे की रिपोर्ट)
प्रेस नोट, भोपाल पुलिस
थाना रातीबड़ सामूहिक आत्महत्या के मामले में सायबर क्राइम टीम ने जयपुर राजस्थान में फ्रॉड हेतु फर्जी बैंक खाता उपलब्ध कराने वाले खाता धारक को जयपुर से किया गिरफ्तार-
आरोपी ने किराये पर उपलब्ध कराने हेतु खोला था फर्जी बैंक खाता।
आरोपी द्वारा अपना बैंक खाता आगे1 किस-किस को दिया है उसके संबंध में की जा रही विवेचना।
आरोपी के बैंक खाता में लगभग 10 दिन में लगभग 02 करोड़ रूपये का हुआ लेनदेन।
पुलिस आरोपी के साथियों की कर रही हैं गहन तलाश।
भोपाल- दिनांक 31 जुलाई 2023 – पुलिस आयुक्त (CP) श्री हरिनारायणाचारी मिश्र, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (Add CP अपराध एवं मुख्यालय) श्री अनुराग शर्मा एवं पुलिस उपायुक्त (DCP) जोन 01 – श्री साई कृष्ण थोटा, पुलिस उपायुक्त (DCP) अपराध – श्री श्रृतकीर्ति सोमवंशी, अति. पुलिस उपायुक्त (Add DCP) जोन 01 – श्री शशांक, अति. पुलिस उपायुक्त (Add DCP) अपराध – श्री शैलेंद्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में एवं सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) सायबर श्री सुजीत तिवारी के दिशा निर्देशन में सायबर क्राईम ब्रान्च एवं थाना रातीबड़ नगरीय पुलिस भोपाल की टीम द्वारा फ्रॉड हेतु फर्जी बैंक खाता उपलब्ध कराने वाले एक खाता धारक को जयपुर, राजस्थान से गिरफ्तार किया गया।
घटनाक्रम- दिनांक 13.07.2023 को सूचनाकर्ता नरेन्द्र कुमार विश्वकर्मा कि रिपोर्ट पर मृतक भूपेन्द्र ,ऋतु , ऋतुराज एवं ऋषिराज के मृत पाये जाने पर मर्ग क्रमांक 37, 38, 39, 40/2023 कायम कर जांच में लिया गया। जांच उपरांत प्राप्त सुसाईड नोट के अवलोकन पर से उपरोक्त मामले में अपराध क्रमांक 263/2023 धारा 306 भादवि एवं 66 आईटी एक्ट का अज्ञात आरोपियों के खिलाफ पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।
तरीका वारदात- आरोपी जिला टोंक, राजस्थान राज्य का मूल निवासी है जो वर्तमान में जयपुर में पता बदल-बदल कर रहता है एवं फर्जी इंटरप्रायजेज तैयार कर उनके नाम पर करंट बैंक खाता खुलवाकर फ्रॉडस्टरों को फ्रॉड हेतु उपलब्ध कराता है जिसके एवज में यह फ्रॉडस्टरों से प्रतिमाह फिक्स कमीशन प्राप्त करता है। आरोपी को जिस नाम से बैंक खाता खुलवाना होता है उसका छोटा सा बैनर तैयार करवा कर कोई भी किराये से कमरा लेकर वहां का पता बैंक वालों के वेरिफाई करवा देता था जिसके बाद उस पते पर कभी नहीं रहता।
पुलिस कार्यवाही- मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस उपायुक्त जोन 01 द्वारा मामले की त्वरित विवेचना एवं आरोपियों की धर-पकड़ हेतु थाना रातीबड़ एवं सायबर को मिलाकर SIT गठित की गयी जिसके उपरांत मृतक के बैंक खातों की जानकारी बैंक से प्राप्त की गयी जिसके बाद बारीकी से डेट-वाय-डेट का ट्राजेक्शन के संबंध में एनालायसिस किया गया। बैंक स्टेटमेंट के एनालायसिस पर पाया गया कि मृतक को कुछ रूपये S. H. इंटरप्रायजेज के IDFC खाता से प्राप्त होना पाये गये।
बाद बैंक से उपरोक्त S. H. इंटरप्रायजेज के IDFC खाता की जानकारी प्राप्त की गयी जिसकी जानकारी संदेही प्रवृति की दिखने पर उक्त संदेही की तलाश पतारसी हेतु जयपुर में थाना रातीबड़ एवं सायबर क्राईम की टीम द्वारा दबिस देकर आरोपी को मोहम्मद खलील को जयपुर, राजस्थान से गिरफ्तार किया गया जिसके कब्जे से अपराध सदर में उपयोग किया गया मोबाईल फोन जप्त किया गया।
पुलिस टीम- थाना प्रभारी रातीबड निरीक्षक हेमन्त श्रीवास्तव ,उनि. मनोज दवे ,उनि. गौरव पाण्डेय, उनि. कर्मवीर सिह, उनि. भरत प्रजापती सउनि. पी. चिन्नाराव, प्र.आर.प्रतिक, आर.नर्मदा प्रसाद, आर. संदीप, आर. अंकित जाट
-नाम आरोपी –
1-मोह.खलील पिता मोह. अलीम उम्र 34 साल निवासी म.न. 2 टी.एच.ए. हाउसिंग बोर्ड कालोनी शास्त्री नगर थाना भाटा बस्ती,(रामनगर) जयपुर (राजस्थान)
12 वी पास
खाताधारक
एडवायजरी
फोन पर कोई अज्ञात व्यक्ति आपसे क्रेडिट कार्ड, बैंक खाता, एटीएम कार्ड या अन्य कोई फायनेंसियल जानकारी मांगता है तो उसके साथ अपनी बहुमूल्य जानकारी बिल्कुल भी साझा न करें एवं अपनी स्थानीय बैंक शाखा में जाकर सम्पर्क करें।
निम्न बातों का हमेशा ध्यान रखेः-
कॉल पर किसी को भी अपनी बैंक खाता, एटीएम एवं क्रेडिट कार्ड से संबंधित कोई भी जानकारी साझा न करें भले ही बैंक वाले आपसे मांग रहे हो।
ऑनलाईन यूपीआई के माध्यम से पेमेंट प्राप्त करने हेतु किसी भी प्रकार का ओटीपी अथवा यूपीआई पिन इंटर करने की जरूरत नहीं होती ।
ऑनलाईन खरीददारी करते समय सतर्क रहें एवं सायबर ठगों से बचे।
ऑनलाईन खरीददारी के लिए ऐसे बैंक खाता का इस्तेमाल करें जिसमें कम बैलेंस हो।
किसी भी अननॉन बेवसाईट से कोई एप्पलीकेशन डाउनलोड न करें।
कभी भी किसी के साथ अपना ओपीट/सीवीवी/पासवर्ड/पिन आदि शेयर न करें ।
ऑनलाईन अथवा फोन पर दिये गये लॉटरी अथवा फ्री ऑफर के लालच में न पड़े ।
किसी अननॉन लिंक पर क्लिक न करें ।
केवायसी के नाम पर प्राप्त मैसेज में दिये गये नंबर पर कॉल न करें जानकारी के लिए अपने बैंक में जाकर जानकारी प्राप्त करें।
ध्यान रखे रूपये प्राप्त करते वक्त किसी भी प्रकार का पासवर्ड अथवा यूपीआई पिन इंटर करने की जरूरत नहीं पड़ती।
व्हाट्सएप पर ऑननान मोबाईल नंबर से वीडियों कॉल रिसीव करते समय अपना चहरा ना दिखाये पहले सामने वाले की पहचान करें कि वह आपका परिचित है अथवा नहीं।
अपने पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहें एवं अल्फान्यूमेरिक+स्पेशल करेक्टर का पासवर्ड रखें।
बिजली कनेक्शन की कटौती संबंधी मैसेज की पुष्टि पहले बिजली ऑफिस जाकर करें।
छोटे-छोटे इन्वेंस्टमेंट वाली बेवसाईट पर इन्वेस्टमेंट करने से बचें।
अपने मोबाईल फोन एवं कम्प्यूटर/लेपटॉप में रिमोट एक्सेस एप्पलीकेशन अथवा सोफ्टवेयर जैसे कि एनीडेस्क, टीमव्यूवर आदि का यदि आप उपयोग नहीं करते है तो उसको तुरंत अनइंस्टाल कर दें।
लाखों की लॉटरी वाले मैसेज अथवा विज्ञापनों से बचे और उक्त मैसेज किसी भी दूसरे को शेयर न करें।
नोट- सायबर काईम संबंधित घटना घटित होने की सूचना भोपाल सायबर क्राइम के हेल्पलाइन नम्बर 9479990636 अथवा राष्ट्रीय हेल्पलाईन नंबर 1930 पर दे ।