*अंतरराष्ट्रीय स्वयं सेवक दिवस का कार्यक्रम संस्कार लाॅ काॅलेज में सम्पन्न*
अनुपपुर जिला मध्यप्रदेश

अंतरराष्ट्रीय स्वयं सेवक दिवस का कार्यक्रम संस्कार लाॅ काॅलेज में सम्पन्न
स्वयंसेवा को आम तौर पर एक परोपकारी गतिविधि माना जाता है – नबोध चपरा
रिपोर्टर – (संभागीय ब्यूरो चीफ) चंद्रभान सिंह राठौर
अनूपपुर/जिले के नेहरू युवा केंद्र (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार) के द्वारा नेहरू युवा केंद्र के डिप्टी डायरेक्टर आर.आर. सिंह के निर्देशानुसार और लेखा एवं कार्यक्रम सहायक मनीष चौहान के मार्गदर्शन में 05 दिसम्बर को अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस व स्वयंसेवा के माध्यम से एकजुटता कार्यक्रम संस्कार लाॅ काॅलेज अनूपपुर के सभा कक्ष में आयोजन किया गया। सर्वप्रथम अतिथियों के द्वारा माॅ सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण अर्पित एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संस्कार लाॅ काॅलेज के डायरेक्टर नबोध चपरा, प्राचार्य संजीव पांडेय एवं समस्त शिक्षक मंचासीन अतिथियों को नेयुके अनूपपुर परिवार की ओर से पुष्पाहार से स्वागत किया गया। मां सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत महाविद्यालय के छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम की सक्षिप्त रूप रेखा रखते हुए। नेहरु युवा केन्द्र के कार्यकर्ता अनूपपुर ने कहा कि स्वयंसेवक वे लोग हैं जो बिना किसी कीमत के लोगों और समाज की मदद करने के लिए अपना समय देते हैं। लोग स्वयंसेवा करते हैं, क्योंकि वे समुदाय और समाज में समस्याओं को देखते हैं और उन्हें हल करना चाहते हैं।
सौ स्वयं सेवकों ने कोरोना योद्धा के रूप में कार्य करने पर सहमति व्यक्त की स्वयंसेवा को आम तौर पर एक परोपकारी गतिविधि माना जाता है और किसी मतलब के वह व्यक्ति जो किसी लाभ और वेतन की अपेक्षा किए बिना स्वयं की इच्छा से किसी भी सेवा के लिए प्रस्ताव देता है या सेवा करता है। बिना कानूनी वजह से और बिना किसी दबाव से दूसरों की सेवा करने हेतु खुद को प्रस्तुत करने वाला ही स्वयं सेवक कहलाता है, और इसी के साथ कार्यक्रम को सफल बनाया गया जिसमें संस्कार लाॅ काॅलेज अनूपपुर के डायरेक्टर नबोध चपरा, प्राचार्य संजीव पांडेय, शिक्षिका रजनी राठौर, सरिता चौरसिया, विद्यासागर मांक्षी, अबिकेष नामदेव एवं नेहरु युवा केन्द्र के कार्यकर्ता व संस्कार लाॅ काॅलेज के छात्र-छात्राएं कार्यक्रम में उपस्थित रहे।