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*विश्व धरोहर सप्ताह के अंतर्गत धरहरकला में पुरातत्व, पर्यटन व संस्कृति के संबंध में कार्यशाला संपन्न*

अनुपपुर जिला मध्यप्रदेश

ऐतिहासिक, पुरातात्विक प्राकृतिक धरोहर हमारी विरासत – कलेक्टर सोनिया मीना

विश्व धरोहर सप्ताह के अंतर्गत धरहरकला में पुरातत्व, पर्यटन व संस्कृति के संबंध में कार्यशाला संपन्न

रिपोर्टर – चंद्रभान सिंह राठौर जिला – अनूपपुर,(मध्य प्रदेश)

अनूपपुर/24 नवम्बर 2022/

ऐतिहासिक, पुरातात्विक प्राकृतिक धरोहर हमारी विरासत हैं इन्हें संरक्षित रखने की आवश्यकता है उक्ताश्य के विचार कलेक्टर सोनिया मीना ने जिले के पुष्पराजगढ़ विकासखंड के ग्राम धरहरकला के गणेश आश्रम में विश्व धरोहर सप्ताह के तहत जिला पुरातत्व एवं पर्यटन, संस्कृति परिषद अनूपपुर द्वारा पुरातात्विक स्थलों के संरक्षण एवं पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। कार्यशाला में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर प्रकाश मणि त्रिपाठी, एसडीएम पुष्पराजगढ़ विवेक के.व्ही., एसडीएम जैतहरी व प्रभारी अधिकारी जिला पुरातत्व एवं पर्यटन, संस्कृति परिषद अनूपपुर विजय डेहरिया, आईजीएनटीयू के पुरात्व संकाय के प्रमुख प्रो. आलोक श्रोतीय, महिला बाल विकास विभाग की सहायक संचालक मंजूषा शर्मा, तहसीलदार टी.आर. नाग, जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के सीईओ आर.पी. त्रिपाठी, नायब तहसीलदार नीलेश सिंह धुर्वे, जिला पुरातत्व एवं पर्यटन संस्कृति परिषद के सदस्य शशिधर अग्रवाल, पर्यावरण संरक्षक संजय पयासी सहित विद्यार्थी, युवा व बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए कलेक्टर सोनिया मीना ने कहा कि मध्यप्रदेश में प्रकृति की अनुपम धरोहरें हैं। अनूपपुर जिले में अमरकंटक, शिवलहरा की गुफाएं, गणेश आश्रम जैसे अनेकों पुरातत्विक धरोहरे विद्यमान है जिसके सम्बंध में स्थानीय शासकीय अमले, नागरिकों व युवा पीढ़ी को इन धरोहरो के महत्त्व व पुरातत्विक इतिहास के सम्बंध में जानकारी होना नितांत आवश्यक है। जिससे यन्हा भ्रमण पर आने वाले लोगों को इन धरोहरों के सम्बंध में वास्तविक जानकारी हो सके।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो प्रकाश मणि त्रिपाठी ने कहा कि हमें पूर्वजों के द्वारा पुरातात्विक धरोहरों की महत्ता को समझ इसका संरक्षण करना चाहिए। जिससे आने वाली पीढ़ी को अपने पुरातन, इतिहास व पुरातत्व की जानकारी उन्हें प्राप्त हो सके। उन्होंने अनूपपुर जिले के पुरातात्विक स्थलों को विश्व धरोहर की सूची में सम्मिलित कराए जाने के प्रयास पर बल दिया।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक के पुरातत्व संकाय के प्रमुख प्रोफेसर आलोक श्रोतीय ने जिले के पुरातात्विक, प्राकृतिक स्थलों और उनके इतिहास व महत्व की जानकारी दी गई।
जिला पुरातत्व, पर्यटन, संस्कृति परिषद के प्रभारी अधिकारी एसडीएम जैतहरी विजय डेरिया ने जिले के पुरातात्विक स्थलों के संरक्षण एवं पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य करने की बात कही। कार्यक्रम का संचालन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति विभाग के प्रोफेसर मोहनलाल चढ़ार द्वारा किया गया।

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