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*हमारे धार्मिक एवं आध्यात्मिक केन्द्रों का गौरव हो रहा पुनर्स्थापित – कलेक्टर*

शहडोल जिला मध्यप्रदेश

श्री महाकाल लोक दिव्य है – कलेक्टर

हमारे धार्मिक एवं आध्यात्मिक केन्द्रों का गौरव हो रहा पुनर्स्थापित – कलेक्टर

रिपोर्टर – (संभागीय ब्यूरो चीफ) चंद्रभान सिंह राठौर

शहडोल/12 अक्टूबर 2022/

कलेक्टर वंदना वैद्य ने कहा कि श्री महाकाल लोक दिव्य है, यहां सब कुछ अलौकिक, अविस्मरणीय एवं अविश्वसनीय है। महाकाल की आराधना अंत से अनंत तक की यात्रा है, आनंद यात्रा है, इससे काल की रेखाएं भी मिट जाती है। महाकाल लोक मध्य प्रदेश के आने वाली कई पीढ़ियों का अलौकिक दिव्यता और सांस्कृतिक ऊर्जा का चेतना प्रदान करेगा तथा इस अद्भुत कार्य के लिए शासन एवं प्रशासन द्वारा पूरे समर्पण से सेवा यज्ञ किया गया है। उक्त विचार कलेक्टर वंदना वैद्य मंगलवार को विराटेश्वरी मंदिर धाम में आयोजित श्री महाकाल लोक का वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान लोकार्पण में व्यक्त किए।

कलेक्टर वैद्य ने कहा कि किसी राष्ट्र का सांस्कृतिक वैभव, उसकी पहचान उसकी सफलता की सबसे बड़ी निशानी है। भारत में हमारे धार्मिक एवं सांस्कृतिक केन्द्र का निरन्तर विकास किया जा रहा है। हमारे धार्मिक एवं आध्यात्मिक केन्द्रों का गौरव पुनर्स्थापित हो रहा है। महाकाल लोक आज अतीत के गौरव के साथ भविष्य के स्वागत के लिये तैयार हो चुका है। हमारे प्राचीन मन्दिरों की दिव्यता, भव्यता, वास्तु और कला हमें आश्चर्यचकित करती है। इसलिए आज हम सभी विराटेश्वरी धाम में इकट्ठा होकर दिव्यता एवं भव्यता श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के साक्षी बने।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योजना समिति के सदस्य कमल प्रताप सिंह ने कहा भारत में हजारों वर्षों से कुंभ मेले की परम्परा है। हर बारह वर्ष में हम अमृत मंथन करते हैं और उसमें निकलने वाले अमृत पथ पर चलते हैं। पिछले कुंभ मेले में मैं उज्जैन गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मध्यप्रदेश में जो कार्य को चरितार्थ किया है, मैं उन्हें धन्यवाद देता हूँ।

उन्होंने कहा कि आज प्राचीन मूल्यों पर नया भारत खड़ा हो रहा है। श्री महाकालेश्वर में की जाने वाली भस्म आरती अवसान से पुनर्जीवन और अन्त से अनन्त की यात्रा का प्रतीक है। जहाँ महाकाल हैं, वहाँ विष भी कुंदन होता है। यह भारत की जीवटता और अपराजेय अस्तित्व की प्रतीक है। भारत सदियों से अजर-अमर है। हमारी सभ्यता, परम्परा, आत्मा – जागृत है। श्री महाकालेश्वर विश्व में एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है। मन्दिर हमारी आस्था के प्रमाणित केन्द्र हैं। इनके माध्यम से भारत पुनर्जीवित हो रहा है।

कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर वंदना वैद्य एवं अन्य अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों ने भगवान शंकर की मूर्ति के समक्ष मंत्रोच्चारण के साथ दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर किया। कार्यक्रम में जिले की विभिन्न मंदिरों से आए मंदिर के पुजारियों का पैर धोकर, शॉल एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम लाइव प्रसारण के माध्यम से उज्जैन में आयोजित महाकाल लोक का लोकार्पण कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का उद्बोधन देखा एवं सुना गया। इस दौरान कार्यक्रम में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया तथा भगवान शंकर का आह्वान किया गया।

कार्यक्रम में उप संचालक सामाजिक न्याय शिवेन्द्र सिंह परिहार, नगरपालिका अधिकारी अमित तिवारी, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे एवं सत्यभामा गुप्ता, मनोज सिंह आर्माे, सुर्यकांत मिश्रा, संतोष लोहानी, सुशील शर्मा, भूपेन्द्र मिश्रा, होल्कर सिंह परस्ते, संतोष रावत, सुभद्रा सिंह, गिरधर प्रसाद, अनिल द्विवेदी, रविन्द्र वर्मा, नीलम चतुर्वेदी, शीतल पोद्दार, संजीव प्रताप सिंह, राकेश सोनी, सुरेश चतुर्वेदी सहित अन्य अधिकारी, जनप्रतिनिधि तथा इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया से जुडे मीडियाकर्मी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक विवेक पाण्डेय ने किया।

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