*शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गुलवार गुजारा में शिक्षकों की घोर लापरवाही एवं बच्चों के भविष्य से खिलवाड़/पढ़िए क्या है सच*
तहसील रामनगर जिला सतना मध्यप्रदेश

*शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गुलवार गुजारा में शिक्षकों की घोर लापरवाही एवं बच्चों के भविष्य से साथ खिलवाड़/पढ़िए क्या है सच*
( पढ़िए मध्य प्रदेश हेड राजमणि पांडे की सच्ची खबरें )
मध्य प्रदेश सतना जिला रामनगर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत गुलवार गुजारा कक्षा 1 से लेकर 12 तक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय संचालित है जिसमें एक साला एक परिषद होने के कारण बच्चों के भविष्य में देखने को मिल रहा है अंधकार
आज दिनांक 24 सितंबर 2022 को राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ के मध्य प्रदेश हेड पत्रकार अपने टीम के साथ पहुंचे तब बच्चों की 1 से 8 क्लास की लंच की छुट्टी हो चुकी थी जिसमें बच्चों को शासन के द्वारा बच्चों के लिए नियमानुसार देखने के लिए कोई भी प्राथमिक एवं माध्यमिक का शिक्षक नजर नहीं आते वहीं पर अपना दरबार लगाकर गप्पे मारते रहते हैं

जब शासन का नियम है कि बच्चों को भोजन कराने के पहले विधिवत तरीके से बच्चों को बैठाकर हाथ धुलाकर चप्पल एवं जूते उतरवाकर बच्चों को भोजन करवाना चाहिए यह तो बहुत बड़ी बात है सबसे बड़ा भ्रष्टाचार सामने देखने को मिला कि वहीं पर बच्चे इधर-उधर भटकते है थाली लिए अपने बैठने के लिए जगह ढूंढते रहे और वहीं पर कई ऐसे उनके नजदीक जहरीले कुत्ते भी आसपास नजदीक में उनके भोजन के इंतजार करते रहते हैं

लेकिन ऐसे वहां पर शिक्षक जो है कि बच्चों के प्रति ध्यान ना देकर अपने कुर्सी पर ध्यान रखते हुए कुर्सी तोड़ते हुए बैठे नजर आते हैं जब बच्चों से पूछा गया तो बच्चों के द्वारा यह बताया गया कि सर यहां हम लोगों से थालियां भी दुलवाई जाती है और यदि हम लोग कहीं बैठते हैं तो हम लोगों को शिक्षकों के द्वारा डांट कर भगाया जाता है हम लोगों के लिए बैठने के लिए कोई ऐसा स्थान नहीं चुना गया है वहीं देखने को मिला कक्षा 1 से 5 तक में बंदना स्व सहायता समूह के द्वारा भोजन कराया जाता है और उसी स्कूल में पंडित दीनदयाल स्व सहायता समूह के द्वारा भोजन कक्षा 6 से 8 तक कराया जाता है पर बच्चों पर नजर शिक्षक द्वारा ऊपर नहीं पड़ती जब इस बात को लेकर प्राथमिक के बच्चों से पूछा गया कि आप लोग भोजन करने के बाद थाली कौन धुलता है तो छोटे-छोटे बच्चों ने कहा कि यह सब थाली हम लोग धुलते हैं क्या इसी तरह शिक्षा विभाग का रवैया नजर आता रहेगा आखिर ऐसे लापरवाह शिक्षकों पर रामनगर का प्रशासन क्यों मेहरबानी कर रहा है आखिर ऐसे कब तक शिक्षा विभाग में लापरवाही चलती रहेगी और बच्चों के भविष्य मे खिलवाड़ होता रहेगा क्या प्रशासन के द्वारा शिक्षकों को तनख्वाह नहीं दी जाती

यदि तनख्वाह दी जाती है तो क्या यही लापरवाही करने और बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने के लिए दी जाती है ऐसे लापरवाही करने वाले शिक्षकों पर रामनगर प्रशासन एवं जिला प्रशासन को कार्यवाही करनी चाहिए ताकि बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ ना करें और इससे बड़ी बात तो यह है की प्राचार्य पत्रकार के साथ क्लास में पहुंचकर जानकारी पूछी गई तो वहां पर बैठे शिक्षक कुर्सियों को तोड़ते हुए प्राचार्य को सम्मान नहीं दिया गया और वह कुर्सी से नहीं उठे सोचिए बच्चों को कितना ज्ञान देते होंगे यदि कोई वहां पत्रकार पहुंचता है तो पत्रकार को वहीं पर शिक्षक शासकीय कुर्सी को अपनी कुर्सी समझ कर बैठे रहते हैं और जानकारी देने से इंकार कर देते हैं

ऐसा शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार कब तक चलता रहेगा आखिर कब होगा शिक्षा विभाग का सुधार ऐसे शिक्षा के कब तक बच्चों के भविष्य के साथ करते रहेंगे खिलवाड़ और सम्मान करना सीखें तो बच्चों को क्या सीख देते होंगे मैं यह अपने इस खबर के माध्यम से बताना चाहता हूं कि शिक्षक को यह ज्ञान नहीं है कि बच्चों को भोजन कराने से पहले शासन के नियमों का पालन बच्चों को कराना चाहिए या नहीं यह सबूत मेरे पास पूरे वीडियो के साथ है यदि ऐसे लापरवाह शिक्षकों के ऊपर शिक्षक विभाग के जिला अधिकारी एवं रामनगर प्रशासनिक अधिकारी खबर को अनदेखा कर रहे हैं तो समझिए बच्चों के भविष्य में अंधकार ही रहेगा

सच्चाई में कोई समझौता नहीं
और तो और यह भी जानकारी सूत्रों के द्वारा जानकारी देते हुए कहा शिक्षक कभी समय से उपलब्ध नहीं होते हैं इसके पूर्व में भी उस विद्यालय के गेट में तालाबंदी भी किया गया था फिर भी ऐसे शिक्षक जो वहां के निवासी होने के कारण भी लेट पहुंचते हैं
अगली
खबर गुलवार गुजारा के शिक्षकों की नामजद खबर भ्रष्टाचार और नियमों का पालन न करने वाले शिक्षकों का नामजद खबर उजागर किया जाएगा
नोट
प्राचार्य की बातों को माध्यमिक एवं प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक करते हैं इग्नोर
जैसे
प्राथमिक स्कूल के सचिव रामखेलावन साकेत
दूसरे शिवेंद्र कुमार चतुर्वेदी
इबरान खान जो इनका आना-जाना रामनगर से होता है
माध्यमिक स्कूल का प्रधानाध्यापक बद्री सिंह
राजेंद्र चतुर्वेदी
सबसे बड़ी बात गुलवार गुजारा में पदस्थ चपरासी की नियुक्ति जब से हुई तब से धर्मेंद्र द्विवेदी अपने कर्तव्य का पालन नहीं करता और बच्चों से झाड़ू लगवाता है और घंटी बजवाता है और वह कुर्सी तोड़ते शिक्षकों के बीच में महागुरु बना बैठा रहता है यह चपरासी शासन का मुफ्त का वेतन उठाता है
जिसकी जानकारी रामनगर अनु विभागीय अधिकारी को दूरभाष से दी गई थी उनके द्वारा कार्यवाही करने का आश्वासन भी दिया गया था वही शिक्षण विभाग का बीआरसी को भी मौखिक जाकर जानकारी दी गई थी उनके द्वारा यह बताया गया था कि मैं 3 दिवस के अंदर जांच कर कार्यवाही करूंगा
लेकिन इनके द्वारा आज दिनांक तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई क्यों बच्चों के भविष्य के साथ इसी तरह खिलवाड़ होता रहेगा कब खुलेगी रामनगर के प्रशासनिक अधिकारियों की आंखें कार्यवाही करने से क्यों डरते हैं
यदि कारवाही जांच नहीं हुई तो अगली खबर अगले दिन वीडियो के साथ उजागर की जाएगी




