*बिजुरी थाना क्षेत्र में पुनः संचालित हो रहा जुए का कारोबार आसपास क्षेत्र के जुवारी हो रहे सामिल जिम्मेदारो ने साधी चुप्पी*
अनुपपूर जिला मध्य प्रदेश

पुलिस प्रशासन पर पड़ रहे भारी बिजुरी कपिलधारा के जुआरी
बिजुरी थाना क्षेत्र में पुनः संचालित हो रहा जुए का कारोबार आसपास क्षेत्र के जुवारी हो रहे सामिल जिम्मेदारो ने साधी चुप्पी
रिपोर्टर – संभागीय ब्यूरो चीफ
अनूपपुर/डोला
अनूपपुर जिले के बिजुरी थाना अंतर्गत एसईसीएल के बंद पड़े मकानों पर जुआरियों द्वारा रोजाना लाखों का दाव लगाया जा रहा है और क्षेत्र के युवाओं को इसमें सम्मिलित कर अपराध के ग्राफ में युवाओं वर्ग को जोड़ा जा रहा है वहीं एक तरफ अनूपपुर पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल द्वारा ताबड़तोड़ सूदखोरी पर कार्यवाही कर रहे है लेकिन ठीक इसके विपरीत बिजुरी थाना अंतर्गत क्षेत्र में जूए के फड़ का संचालन हो रहा है और इस फड़ में मनेंद्रगढ़ व आसपास के क्षेत्रों से ब्याज पर पैसा जुआरियों को उपलब्ध उसी स्थान पर कर आते हैं और उसके बाद उन्हें या उनकी जिंदगी भर की कमाई को लूटने का काम शुरू हो जाता है क्योंकि अधिकांश देखा गया है कि जुए में गए हुए व्यक्ति जीतकर कम आते हैं और हार कर ज्यादा आते हैं आखिर इस तरह में अनूपपुर पुलिस अधीक्षक एक तरफ कार्यवाही कर यह स्पष्ट कर दिए हैं कि सूदखोरी जिले में नहीं होगी लेकिन बिजुरी क्षेत्र में लगातार जुए के फड़ का संचालन किया जा रहा है जिससे यह रोक रोक पाना असंभव सा लग रहा है पुलिस अधीक्षक की पूर्व की कार्यवाही से जिले में लगातार पुलिस अधीक्षक की प्रशंसा की जा रही थी लेकिन बिजुरी थाना अंतर्गत जिस तरह से लगातार 10 से 15 दिनों से जुए के फल का संचालन हो रहा है इससे कहीं ना कहीं पुलिस अधीक्षक की भी छवि धूमिल होती देखी जा रही है अब देखना यह होगा कि क्षेत्र में पुलिस अधीक्षक कोई विशेष कार्यवाही करते हैं या बिजुरी थाना प्रभारी उसे बंद करा देंगे बिजुरी थाना अंतर्गत क्षेत्र में रोजाना लाखों के जुए का कारोबार फड़ संचालन द्वारा कुछ चिन्हित लोगों के द्वारा कराया जा रहा है जिससे क्षेत्र के लोगों को तो लूटा ही जा रहा साथ में युवा पीढ़ी को भी इन पर संचालकों के द्वारा जुए के दलदल में धकेला जा रहा है बिजुरी के बहुचर्चित जुआरियों के हौसले इस कदर बुलंद है कि अब गली-गली घूमकर अधिकारियों को जेब में रखने व हाई लेवल के मैनेजमेंट करने की बात कह रहा है जिसकी चर्चाएं सरेआम हो रही हैं।
युवा वर्ग सहित कई परिवार हो रहे बर्बाद
कोलाचल क्षेत्र के श्रमिको का परिवार हो रहा बर्बाद काले हीरे का गढ़ माने जाने वाली बिजुरी को कुबेर की नगरी कहना भी गलत नहीं होगा ऐसे में रोजाना जुए के शौकीन कालरी कर्मचारी को जो जुंए से दूर थे उन्हें भी जुए की लत लगाई जा रही है जहाँ खाली पड़े कालरी के क्वाटरो में 52 परी का खेल संचालित किया जा रहा साथ ही खिलाड़ियों के पास पैसे का अभाव होने पर जुआ खेलने के लिए पैसे उपलब्ध कराने के एवज में पासबुक गाड़ी एटीएम चेक बुक जैसी चीजों को गिरवी भी जुआरी द्वारा रखा जाता है।
बटा है अलग-अलग विभाग
प्राप्त जानकारी के अनुसार जुए के संचालित फड में 5 अलग-अलग जुआरियों को अलग-अलग कार्य सौपा गया है जिसमें जुआ खेलने वाले साथियों को फड़ तक पहचाने का कार्य मैनेजमेंट अर्थात नाल वसूली का कार्य अन्य साथियों द्वारा स्थानीय मैनेजमेंट व मुखबिरी को जुआ में समलित होने वाले लोगों की चीजों को गिरवी रखना पैसे मुहैया कराना जैसे दायित्व सौपे गए हैं वही बिजुरी पुलिस को जुआरियों की जानकारी न होना पुलिस की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है।
जुए के फड तक पहुंचने में जुआरियों को मिलती हैं भरपूर सुबिधा
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि कोतमा,मरवाही,जैतहरी, भालूमां ड़ा, मनेन्द्रगढ़ के लोगों को बुलाने के लिए तिराहे पर मोटरसाइकिल के माध्यम से अन्य अलग अलग रास्तो से कपिलधारा के क्वाटर में संचालित फड पर बैठाया जाता है वही जुआ खेलने वाले लोगों को बिरयानी, समोसा,चटनी के साथ पानी बाटल डिस्पोजल बीड़ी सिगरेट तंबाकू की व्यवस्था फड संचालक द्वारा नि:शुल्क कराई जाती है आखिरकार जुए के फड़ को ऐसे कौन से जिम्मेदार अधिकारियों की अनुमति प्रदान करा दी गई है की कार्यवाही नहीं कि जा रही हैं।