*उत्कृष्ट सफलता के लिए लगन, कड़ी मेहनत और सहभागिता आवश्यक – डीन डॉ. शिलारकर*
शहडोल जिला मध्य प्रदेश

उत्कृष्ट सफलता के लिए लगन, कड़ी मेहनत और सहभागिता आवश्यक – डीन डॉ. शिलारकर
मरीजों की सेवा चिकित्सकों का परम धर्म – सीएमएचओ
चिकित्सक सेवा त्याग, तपस्या एवं कड़ी मेहनत का दूसरा नाम – संयुक्त कलेक्टर
पूर्व सीएमएचओ डॉ. सागर को दी गई भावभीनी विदाई
रिपोर्टर – चंद्रभान सिंह राठौर
शहडोल/8 अप्रैल 2022/
जिले में पदस्थ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमएस सागर का स्थानांतरण संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं मध्यप्रदेश भोपाल प्रभारी संयुक्त संचालक के पद पर की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमएस सागर को स्वास्थ्य विभाग शहडोल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा गत दिवस भावभीनी विदाई दी गई है। इस अवसर पर अधिष्ठाता बिरसा मुंडा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय शहडोल डॉ. मिलिंद शिलारकर ने कहा कि उत्कृष्ट सफलता के लिए लगन और सहभागिता आवश्यक और शासकीय सेवा में स्वाभिमान को बनाए रखना भी आवश्यक है। चिकित्सक अपने समस्त दायित्वों का निर्वहन पूरे त्याग और समर्पण के साथ करता है, ताकि समाज तथा आम जनमानस के जीवन में खुशियां भर सके और वे स्वास्थ्य रहकर अच्छा जीवन जी सकें। डीन ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एम.एस. सागर हैं, जो कोविड-19 संक्रमण महामारी काल में जो कार्य किया वह सेवा समर्पण का उत्कृष्ट उदाहरण है।
विदाई समारोह को संबोधित करते हुए संयुक्त कलेक्टर दिलीप कुमार पांडेय ने कहा कि चिकित्सक सेवा त्याग, तपस्या एवं कड़ी मेहनत का दूसरा नाम है। डॉ. सागर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि जब से डॉ. सागर जिले में आए अस्पताल की व्यवस्था दिन-ब-दिन बेहतर हुई तथा चिकित्सकीय सुविधाओं में भी बढ़ोतरी हुई है। अपने मृदुल स्वभाव और अनुशासन प्रिय व्यवहार से मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों के बीच अलग छाप छोड़ा है। उन्होंने डॉ. सागर के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। समारोह को संबोधित करते हुए स्थानांतरित मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एम.एस. सागर ने कहा कि मरीजों की सेवा चिकित्सकों का परम धर्म और चिकित्सक को चिकित्सक बनते समय इस बात की शपथ दिलाई जाती है कि अपने परिवार के दुख सुख से ऊपर उठ कर मरीजों का तन मन से सेवा करना चाहिए और यही चिकित्सक का प्रथम कर्तव्य एवं दायित्व है। उन्होंने कहा कि चिकित्सक को भगवान ने मरीजों की सेवा के लिए चुना है और कर्तव्यनिष्ठ चिकित्सक को भगवान के बाद दूसरा दर्जा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि मैं अपने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सभी चिकित्सक, सभी खंड चिकित्सा अधिकारी, डॉक्टर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ तथा स्वास्थ्य से जुड़े सभी लोगों का तहे दिल से धन्यवाद ज्ञापित करता हूं कि उन्होंने मेरा साथ पूरे समर्पण एवं विश्वास के साथ दिया, जिससे हम कोविड-19 महामारी जैसे संक्रमण को भी हरा पाए तथा वैक्सीनेशन कार्य में भी सफल रहे। कार्यक्रम को सिविल सर्जन ज्ञानेंद्र सिंह परिहार, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अंशुमन सोनारे, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश मिश्रा, सेवानिवृत्त सर्जन एवं पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश पांडेय सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया।
विदाई समारोह में स्थानांतरित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पूरे स्वास्थ्य विभाग द्वारा श्रीफल, साल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. नागेंद्र सिंह, खंड चिकित्सा अधिकारी जयसिंहनगर डॉ. राजेश तिवारी, खंड चिकित्सा अधिकारी ब्यौहारी डॉ. निशांत सिंह, खंड चिकित्सा अधिकारी गोहपारू डॉ. आर.के. शुक्ला, खंड चिकित्सा अधिकारी बुढार डॉ. सचिन कानखुर, नोडल अधिकारी डॉ. पुनीत श्रीवास्तव, जनजाति कार्य विभाग के एम.एस. अंसारी एवं डॉ. आतिया अंसारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन दिलीप अग्रवाल ने किया।




