*सिकल सेल एवं आत्मरक्षा हेतु जागरूकता अभियान सीनियर आदिवासी कन्या छात्रावास में हुआ आयोजित*
शहडोल जिला मध्य प्रदेश

सिकल सेल वंशानुगत बीमारी इसके प्रति जागरूक रहना आवश्यक – कलेक्टर
बालिकाएं एक दूसरे को सिखा रही हैं आत्मरक्षा के गुन
सिकल सेल एवं आत्मरक्षा हेतु जागरूकता अभियान सीनियर आदिवासी कन्या छात्रावास में हुआ आयोजित
रिपोर्टर – संभागीय ब्यूरो चीफ
शहडोल/19 दिसंबर 2021/
दिन रविवार को सीनियर आदिवासी कन्या छात्रावास जनजातीय कार्य विभाग शहडोल में सिकल सेल एनीमिया एवं महिलाओं की सुरक्षा हेतु जन जागरूकता अभियान आयोजित किया गया।
आयोजित जन जागरूकता अभियान में कलेक्टर वंदना वैद्य ने सिकल सेल बीमारी के प्रति छात्रों को जागरूक किया। उन्होंने छात्रों सिकल सेल बीमारी के बारे में बताते हुए कहा कि यह एक वंशानुगत बीमारी है, सिकल सेल बीमारी के प्रति जागरूक होना बहुत ही आवश्यक है यह बीमारी यदि पति-पत्नी में हुआ तो बच्चा भी सिकल सेल बीमारी का शिकार होगा। उन्होंने कहा कि सिकलसेल बीमारी की जांच कराएं जिससे आपको तथा आपके माता पिता को जानकारी हो।
उन्होंने कहा कि सिकलसेल बीमारी की जांच अभियान चलाकर किया जा रहा है तथा सिकलसेल बीमारी होने पर पीला कार्ड प्रदान किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह बीमारी अधिकांश ग्रामीण अंचलों के लोगों में पाया जाता है। इसी प्रकार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एम.एस. सागर ने भी सिकलसेल बीमारी के बारे में विस्तार से बालिकाओं को जानकारी दी।
महिलाओं की सुरक्षा हेतु जागरूकता अभियान में डीएसपी सोनाली गुप्ता ने बालिकाओं को आत्मरक्षा के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि हमारी सुरक्षा हम पर ही निर्भर करती है।
उन्होंने कहा कि हमें किसी भी प्रकार की लालच में नहीं आना चाहिए यदि लालच में आए तो हमें किसी विपरीत दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ सकता है हमें कोई भी चीज आसानी से नहीं मिलती है हमें उस चीज को पाने हेतु अच्छी मेहनत करनी होगी तब उस चीज को हासिल कर सकेंगे तथा आत्मरक्षा हेतु महत्वपूर्ण जानकारियों से भी बालिकाओं को अवगत कराया।
इस अवसर पर बालिकाओं ने एक दूसरे को आत्मरक्षा के गुन सिखाएं तथा कहा कि हमें किसी भी परिस्थिति में आत्मविश्वास नहीं खोना है हमें उस का डटकर मुकाबला करना होगा। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश वैश्य, आदिवासी कन्या छात्रावास के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा महिला थाना प्रभारी उपस्थित रहे।