*जिले में रिलायबल क्रेडिट को – ऑपरेटिव सोसाइटी लोगों के करोड़ रुपये लेकर हुई रफू चक्कर..?*
अनुपपूर जिला मध्य प्रदेश

जिले में रिलायबल क्रेडिट को – ऑपरेटिव सोसायटी ने नागरिकों को लगाया चूना
जिले में गोलमाल आम नागरिक कंगाल
जिले में रिलायबल क्रेडिट को – ऑपरेटिव सोसाइटी लोगों के करोड़ रुपये लेकर हुई रफू चक्कर..?
रिपोर्टर :- चंद्रभान सिंह राठौर संभागीय ब्यूरो चीफ
कोतमा – जिला मुख्यालय अनूपपुर के कोयलांचल क्षेत्र में चिट फंड फर्जी कंपनियों का कोतमा नगर केंद्र बन गया था,विगत कुछ वर्षों में कोतमा नगर में 15 से 20 चिट फंड फर्जी कंपनिया संचालित थी।जगह जगह आलीशान ब्रांच ऑफिस खोल कर लोगों को लुभावने सपने दिखाकर बैंकिंग का कार्य चोरी छिपे पैसे का लेन देन जमा/निकासी किए जा रहे थे।
चिट फंड कंपनियों के संचालक कोयलांचल क्षेत्र के सीधे – साधे आदिवासी अनपढ़ व अशिक्षित लोगो को अपने झांसे में लेने के लिए स्थानीय युवकों को पहले बड़े – बड़े ख्वाब दिखाकर अपना एजेंट व ब्रांच मैनेजर बनाकर, कॉलरी कर्मचारियों को चिट फंड कंपनी के संचालकों द्वारा 3 वर्ष में जमा रकम का तीन गुना पैसा देने का लालच देकर लोगो के साथ बहुत बड़ा धोखा व छलावा किया जा रहा था।
लोग कुछ वर्षों में ही तिगुनी रकम पाने के चक्कर में अपनी जीवन भर की जमा पूंजी अलग – अलग दर्जनों कंपनियों पर जमा कर बैठे और चिट फंड कंपनी संचालक,कोतमा में अपना ब्रांच ऑफिस पर ताला जड़कर बोरी बिस्तर बांधकर रफूचक्कर हो गया।
रिलायबल क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी में कई अरबों रुपए लोगों के डूबे –
रिलायबल क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी के संचालक अरविंद त्रिपाठी निवासी रीवा बहुत ही चतुर चालाक निकला सूत्रों कि माने तो अरविंद त्रिपाठी पहले विंध्य क्षेत्र के रीवा,सतना,सिंगरौली जैसे शहरों में उपरोक्त कंपनी की ब्रांच खोली और शासन के चोरी छिपे स्थानीय लोगों को एजेंट बनाकर लाखो करोड़ों रुपए कंपनी में जमा करवा कर बैंकिंग का कार्य किया गया।जबकि कंपनी को बैंकिंग करने की अनुमति शासन द्वारा नही दी गई इसके बावजूद चोरी छिपे संचालक चिट फंड कंपनी के सहारे लोगो के लाखो करोड़ों रुपए की हेराफेरी कर रफूचक्कर हो गए।
पैसे की ठगी होने के उपरांत स्थानीय लोगों ने सिंगरौली थाने में रिलायबल क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी के संचालक अरविंद त्रिपाठी विरुद्ध सिंगरौली कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर उन्हे गिरफ्तार किया गया था।
कोयलांचल में चिटफंड कंपनी से लोगों हुए ठगी के शिकार –
सोसाइटी संचालक अरविंद त्रिपाठी ने कोतमा वार्ड नं 07 बनिया टोला ज्योति पेट्रोल पंप के पास कुछ वर्ष पहले एक प्राइवेट मकान पर रिलायबल क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी का ब्रांच ऑफिस खुलवा कर कोयलांचल क्षेत्र के हजारों लोगों के साथ पैसे की धोखाधड़ी एजेंटों से कराकर पैसे की हेराफेरी करता रहा।कोतमा,जमुना,भालूमाड़ा,बदरा, बीमा ग्राम, फुनगा,पयारी, बिजुरी,राजनगर, आमाडांड,देवगंवा,चुकान, भाद,दरसागर, लतार, निगवानी,पयारी नम्बर 02,फुलवारी टोला,कुहका,खोड़री, हर्री,सेमरा,गोविंदा कॉलरी, पोंडी,चोड़ी इत्यादि अन्य जगहों पर एजेंट बनाकर अरबों करोड़ों रुपए लोगो के लेकर संचालक अरविंद त्रिपाठी निवासी रीवा में जगह बदल – बदल कर लुका छिपा भाग रहा है।
कंपनी का संचालक मापदंडों के विरुद्ध करता रहा बैंकिंग का कार्य –
रिलायबल क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी कंपनी,रीवा का गठन 1 अगस्त 2013 को संस्था के कमेटी का गठन किया गया
जिसमे अरविंद त्रिपाठी संचालक,अवधेश प्रसाद मिश्रा संचालक,जितेंद्र पांडे संचालक,नवीन अग्रवाल संचालक,ऋषि कुमार द्विवेदी संचालक,अहिल्या पांडे संचालक, विद्या सागर शुक्ला संचालक,सौखी लाल कोल संचालक,मयंक कोयनोलकर अध्यक्ष,अंजुला पांडे उपाध्यक्ष,समय लाल साकेत उपाध्यक्ष ने मिलकर रिलायबल क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी का कार्य मापदंडों के विरुद्ध जाकर बैंकिंग का कार्य करने पर उतारू हो कर विध्यांचल क्षेत्र के कोने कोने में अपने ब्रांच खोलकर सीधे साधे लोगो के कई अरबों करोड़ों रुपए हेराफेरी कर रफूचक्कर आज हो गए,आज लोग अपनी खून पसीने की कमाई पाने के लिए दर दर भटक रहे हैं।
उपयुक्त आयुक्त रीवा ने जांच में पाया रिलायबल कंपनी का फर्जीवाड़ा –
रिलायबल क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी कंपनी के विरुद्ध कार्यालय आयुक्त सहकारिता एवम पंजीयक सहकारी संस्था के संयुक्त आयुक्त भोपाल से शिकायत मिलने के बाद फर्म एवम सोसाइटी उपायुक्त,रीवा को जांच के निर्देश दिए गए जांच उपरांत उपायुक्त रीवा ने रिलायबल क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी कंपनी के संचालक द्वारा उपभोक्ताओं के साथ जालसाजी करने के साक्ष्य पाए गए
,उन्हे तत्काल प्रभाव से सोसाइटी के कार्यों पर विराम एवम पैसे के लेनदेन बंद करने के आदेश जारी किए गए।इसके बावजूद कंपनी के डायरेक्टर अरविंद त्रिपाठी अनूपपुर जिले के कोयलांचल क्षेत्र कोतमा सहित अन्य जगहों पर ऑफिस खोल कर पैसे कंपनी पर जमा किए जाते रहे कोतमा क्षेत्र को छोड़कर अन्य जगहों में रिलायबल क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी कंपनी के ऑफिस सील कर दिए गए।