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*कलेक्टर साहब भी कोरोना से सुरक्षित नही कर्मचारी घूम घूम कर बांट रहा कोरोना ऐसे कोरोना संक्रमित लापरवाह कर्मचारी के ऊपर कौन करेगा कार्यवाही*

अनूपपुर जिला मध्य प्रदेश

कलेक्टर साहब भी कोरोना से सुरक्षित नही कर्मचारी घूम घूम कर बांट रहा कोरोना

ऐसे कोरोना संक्रमित लापरवाह कर्मचारी के ऊपर कौन करेगा कार्यवाही

अनूपपुर / जहां एक ओर पूरा देश कोरोना संक्रमण जैसी महामारी से जूझ रहा है। देश के प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री कलेक्टर स्वास्थ विभाग का अमला सहित अन्य समाजसेवी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं सुरक्षा के लिए रात-दिन एक किए हुए हैं वही अनूपपुर के जिला पंचायत में पदस्थ राम नरेश वर्मा निवासी कलेक्ट्रेट कॉलोनी वार्ड नंबर 1 के द्वारा पूरे नगर भर में प्रसाद की तरह कोरोना वायरस के संक्रमण को वितरण किया जा रहा है । प्राप्त जानकारी के मुताबिक राम नरेश वर्मा की पत्नी एवं पुत्री का पहले पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उन्हें कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया था। उसके तुरंत बाद ही 24 तारीख को लिये गए सेम्पल में रामनरेश वर्मा एवं पुत्री जयश्री वर्मा की रिपोर्ट पोजटिव आने के बाद भी आज दिनाक तक श्री वर्मा को न कोविड़ सेंटर में भर्ती कराया गया न ही होम आइसुलेट कर इनके घर मे कोरोना चिट चिपकाया गया इस बीच में कोरोना वायरस पोजटिव आने के बाद भी राम नरेश वर्मा के द्वारा लगातार प्रतिदिन बाजार एरिया सब्जी मंडी एवं किराना दुकानों में घूम घूम कर करोना संक्रमण को प्रसाद की तरह बांटा जा रहा है। जबकि जिम्मेदार विभाग में पदस्थ कर्मचारी के द्वारा इतनी बड़ी गलती कर अन्य लोगों को संक्रमित किया जाना बहुत ही बड़ी गलती है। सूत्र और चश्मदीद बताते है कि श्री वर्मा पहले बाजार एरिया में कभी कभार देखने को मिलते थे लेकिन जब से यह संक्रमित हुए हैं इनके द्वारा प्रत्येक दिन बाजार सब्जी मंडी जाकर संक्रमण का वितरण किया जाना बहुत ही गलत है मजे की बात तो यह है कि उक्त आवास मैं जहां श्री वर्मा निवास कर रहे हैं वही कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ स्टेनो राकेश केवट का निवास भी है दिनभर वर्मा के द्वारा उक्त आवास की बाउंड्री में घूमना गेट खोलना जैसी हरकतों से अन्य लोग भी संक्रमित हो सकते हैं सीधी सी बात है कि अगर धोखे से कलेक्टर श्री ठाकुर के स्टेनो संक्रमण के शिकार हुए तो यह संक्रमण कलेक्टर तक पहुंचने में बहुत समय नहीं लगेगा और छोटी सी लापरवाही में कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर भी चपेट में आ सकते हैं एक जिम्मेदार कर्मचारी के द्वारा इतनी बड़ी घिनौनी हरकत के बाद भी शासन प्रशासन के द्वारा कार्यवाही न किया जाना बहुत ही गलत है लोगों का मानना है कि ऐसे व्यक्ति को चिन्हित कर तत्काल 188 कायम कर कानूनी कार्यवाही किया जाना चाहिए अगर समय रहते ऐसा नहीं हुआ तो यह कोरोना कई लोगों को अपनी चपेट में लेता चला जायेगा।

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