इतिहास मे याद रखा जाएगा अधिवक्ताओं की पहल धार्मिक स्थलों का अतिक्रमण हटाने का मिला आदेश
तहसील विजयराघवगढ़ जिला कटनी जिला मध्य प्रदेश

इतिहास मे याद रखा जाएगा अधिवक्ताओं की पहल धार्मिक स्थलों का अतिक्रमण हटाने का मिला आदेश
(पढिए जिला कटनी ब्यूरो चीफ ज्योति तिवारी की खास खबर)
धार्मिक स्थलों के अस्तित्व को बचाने मे अधिवक्ताओं की अहम भूमिका, अतिक्रमण के साथ होगी कानूनी कार्यवाही
मध्य प्रदेश जिला कटनी विजयराघवगढ़ धार्मिक नगर का अस्तित्व चंद लालची लोगों की बजह से खतरे मे आ चुका था
विभिन्न धार्मिक स्थलों पर जगह जगह अतिक्रमण कर निज निवास का विस्तार कर लिया गया मंदिरों से जोड कर शौचालय का टैंक मंदिर मार्ग पर फुलबगिया व वाहन स्टैंड बना लिया गया यह धार्मिक नगरी मानी जाती है किन्तु धर्म और धार्मिक स्थलों के लिए आज तक किसी ने कोई पहल नही की। इन्ही मे से एक ऐसे व्यक्ति है
जिन्होंने हमेशा धार्मिक स्थलों के लिए आवाज बहुत की अधिवक्ता राजा उर्मलीया की पहल को हमेशा इतिहास मे भी याद रखा जाएगा ज्ञात हो की पूर्व मे 2007 मे भी राजा उर्मलीया ने पचमठा गणेश मंदिर मार्ग को अतिक्रमण मुक्त कराया तथा एसीसी सीमेंट प्लांट के अधिकारियों का सहयोग लेकर रोड निर्माण कराया गया था जिसमे पुनः रोड के बीचो बीच फुलवारी लगा कर वाहन खडा करने का स्थान बना दिया गया। अधिवक्ता राजा उर्मलीया ने फिर अतिक्रमण हटाने की मुहिम छेडी जिसमे विजयराघवगढ़ नगर के विभिन्न मंदिरों का उल्लेख कर अतिक्रमण कराए जाने के लिए पत्राचार किया।
अधिवक्ता राजा उर्मलीया ने अपने अधिवक्ता संघ के अधिवक्ताओं का सहयोग प्राप्त कर मुख्यमंत्री से लेकर छेत्री विधायक अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को सूचित कर अतिक्रमण हटाने की मांग की गयी जिसके जबाब मे कटनी कलेक्टर दिलिप यादो ने अतिक्रमण मुक्त करने के आदेश भी दे दिए किन्तु एसडीएम का स्थानांतरण हो जाने की बजह से आदेश मे देरी हुई।
आदेश मे विलम्ब होने की बजह से अधिवक्ता संग अब बडे विरोध प्रदर्शन कि तैयारी मे है।
अधिवक्ताओं द्वारा लिखित शिकायत
अधिवक्ताओं ने पत्रकार मे इन विन्दुओ पर कार्यवाही की मांग की थी1- यह कि वार्ड क्र0 2 में भगवान श्री गणेश जी का मंदिर स्थित है जिसमे ऐतिहासिक मूर्ति विराजमान है।
हजारो श्रद्धालुगणों का पूजा अर्चना हेतु आवागमन मंदिर में होता है।2- यह कि उक्त मंदिर के पूर्व दिशा की ओर खाली पड़ी भूमि पर मंदिर की दिवाल से सटाकर मनोज सोनी द्वारा अवैध निर्माण करते हुए
म०प्र० विद्युत मंडल के विद्युत पोल को भी अपने कब्जे में कर लिया गया है।3. यह कि मंदिर के सामने उत्तर दिशा की ओर राजेन्द्र पाटकर द्वारा आवासीय पट्टे में प्राप्त भूमि से अधिक भूमि पर अवैध पक्का मकान का निर्माण कर लोहे की जाली फूल के पौधे लगाकर एवं गाडी खड़ा करने का शेड बनाकर मंदिर के सामने का परिसर अपने कब्जे में कर लिया गया है।4- यह कि मंदिर के सामने उत्तर दिशा की ओर जनपद पंचायत वि०गढ़ द्वारा संचालित स्कूल भवन के बगल में मंदिर के सामने के भू-भाग पर लैटरिंग बाथरूम बनाकर धार्मिक स्थल को प्रदूषणयुक्त कर दिया गया है।5- यह कि उक्त अवैध कब्जा निर्माण कार्य होने से मंदिर के सामने का भू-भाग ढक गया है तथा श्रद्धालुजनों के वाहन खडा होने का स्थान समाप्त हो गया है
तथा मंदिर के स्थल पर जबरन कब्जा होने के कारण आमजनों की धार्मिक भावना आहत हो रही है।6. यह कि वार्ड क्र0 6 में संकटमोचन श्री हनुमान मंदिर स्थित है उक्त मंदिर में जाने के मार्ग में उत्तर एवं दक्षिण दिशा की ओर दुकान संचालकों द्वारा शेड बनाकर तथा कबाड़ रखकर मार्ग संकीर्ण कर दिया गया है
जिसके कारण मंदिर से संचालित होने वाले धार्मिक कार्यों के समय अवागमन में -भारी असुविधा उत्पन्न् हो रही है।7 यह कि वार्ड क्र 12 में बंजारी माई का मंदिर स्थित है जो कि शासकीय भूमि ख०नं० 823 रकवा 0.3080 हे० के अंश भाग में स्थित है। उक्त भूमि का सीमांकन मंदिर के पंडा लच्छू चिकवा के आवेदन पर किया जा चुका है।
सीमांकन में मंदिर की पूर्व दिशा एवं उत्तर दिशा के भू स्वामियों के द्वारा जबरन कब्जा किया जाना बताया गया था, परन्तु उक्त अतिक्रमणकर्ताओं के विरूद्ध आज दिनांक तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है।
अतः माननीय जी से सविनय निवेदन है कि नगर परिषद क्षेत्रांतर्गत स्थित धार्मिक स्थलों पर किये गये अतिक्रमण जबरन कब्जा, मार्ग में अवरोध हटाये जाने की कृपा करे।
अधिवक्ताओं की मांग पर कलेक्टर का आदेश
विषय विजयराघवगढ नगर पंचायत स्थित धार्मिक स्थलों से अतिक्रमण हटाये जाने बावत्। संदर्भ:-आवेदक श्री शिदत्तराम (राजा) उरमलिया एडवोकेट एवं अन्य विजयराघवगढ़ दिनांक 09/06/205 पत्र प्राप्ति दिनांक 12/6/2025 ।अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व अनुभांग विजयराघवगढ जिला कटनी। पत्र प्राप्ति दिनांक 12/6/2025 |उपरोक्त विषयान्तर्गत संदर्भित पत्र का अवलोकन करने का कष्ट करें। आवेदक का आवेदन मूलतः संलग्न कर आपकी ओर भेजा जा रहा है।
कृपया आवेदन के बिन्दुओं की जांच कर कृत कार्यवाही से इस कार्यालय को उपलब्ध कराने का कष्ट करें।
आदेश के पश्चात धार्मिक स्थलों का अतिक्रमण अभी तक न हटाए जाने से अधिवक्ताओं मे आक्रोश अधिवक्ता राजा उर्मलीया का कहना है कि धार्मिक स्थलों का अतिक्रमण न हटाए जाने की बजह से असमाजिक तत्वों जिन्होंने अतिक्रमण कर रखा है उनके हौसले बुलंद हो रहे हैं
पुनः ताजा अतिक्रमण धर्म विरोधी कार्यप्रणाली के साथ कराया गया जिसकी जानकारी भी किसी भी धर्म प्रेमी को देना उचित