इंद्रानगर कॉलोनी में पत्रकार सहित कई घरों में चोरी, पुलिस पर संरक्षण देने का आरोप एसपी से हुई शिकायत, महिलाओं ने दी चक्काजाम की चेतावनी
थाना कुठला जिला कटनी मध्य प्रदेश

इंद्रानगर कॉलोनी में पत्रकार सहित कई घरों में चोरी, पुलिस पर संरक्षण देने का आरोप एसपी से हुई शिकायत, महिलाओं ने दी चक्काजाम की चेतावनी
(पढिए जिला कटनी ब्यूरो चीफ ज्योति तिवारी की खास खबर)
मध्य प्रदेश जिला कटनी कुठला थाना क्षेत्र के इंद्रानगर में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं ने शनिवार की रात एक बार फिर भय और आक्रोश का माहौल खड़ा कर दिया। 27 जुलाई की रात पत्रकार (ज्योति-तिवारी) के निवास सहित कई घरों में चोरों ने धावा बोला, जिससे स्थानीय लोग गुस्से में हैं।
चोरी की इन घटनाओं को लेकर क्षेत्रवासियों ने कटनी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर जोरदार विरोध दर्ज कराया। महिलाओं के नेतृत्व में दर्जनों पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए आरोप लगाया कि इंद्रानगर क्षेत्र में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं,
लेकिन कुठला पुलिस की निष्क्रियता के चलते न तो अपराध रुक रहे हैं और न ही अपराधी पकड़े जा रहे हैं।
संदिग्धों के नाम पुलिस के पास फिर भी चुप्पी
स्थानीय महिलाओं ने यह भी खुलासा किया कि कई चोरी की घटनाओं में शामिल संदिग्धों के नाम पुलिस को पहले ही ज्ञात हैं, जिनमें कुछ नाबालिग भी शामिल हैं।
इसके बावजूद पुलिस कोई कड़ी कार्रवाई नहीं कर रही है। आरोप है कि इन संदिग्धों को पुलिस की “संरक्षण नीति” का लाभ मिल रहा है।
प्रशासनिक कार्यशैली सवालों के घेरे में
आक्रोशित लोगों का कहना है कि वर्तमान में कुठला थाने में पदस्थ अधिकारी और स्टाफ की कार्यशैली पूरी तरह संदेह के घेरे में है।
शिकायतें होती हैं, एफआईआर दर्ज होती है, लेकिन नतीजा शून्य रहता है।
चक्काजाम की चेतावनी, सीसीटीवी की मांग
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे इंद्रानगर चौराहे पर चक्काजाम कर प्रदर्शन करेंगी। साथ ही उन्होंने अपराध रोकने के लिए क्षेत्र में प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने की भी मांग की है।
पत्रकार सुरक्षा पर भी सवाल
पत्रकार ज्योति तिवारी के घर पर हुई चोरी ने ना केवल आम नागरिकों की सुरक्षा पर बल्कि पत्रकारों की सुरक्षा पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं।
निष्कर्ष
इंद्रानगर में लगातार हो रही आपराधिक घटनाएं और पुलिस की ढिलाई, जनता के सब्र की सीमा को पार कर चुकी है। यदि जल्द प्रशासन ने सख्त कदम नहीं उठाए, तो क्षेत्र में बड़ा जनआंदोलन होना तय माना जा रहा है।