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जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में पंचायत वासियों ने चौपाल लगाकर जल बचाने एवं जल बढ़ाने का लिया संकल्प

सतना जिला मध्य प्रदेश

जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में पंचायत वासियों ने चौपाल लगाकर जल बचाने एवं जल बढ़ाने का लिया संकल्प

(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)

जल स्रोतों के संरक्षण से आयेगी आर्थिक खुशहाली
जल चौपाल में ग्रामीणों ने जल बचाने और बढ़ाने का लिया संकल्प

मध्य प्रदेश जिला सतना 21 अप्रैल 2025/जल_गंगा_संवर्धन_अभियान के अंतर्गत कलेक्टर #सतना डॉ. सतीश कुमार एस के मार्गदर्शन में विकासखंड रामपुर बघेलान के ग्राम मोहनिया में जल चौपाल और श्रमदान कार्यक्रम आयोजित हुआ।

इस अवसर पर जिला समन्वयक डॉ. राजेश तिवारी और विकासखंड समन्वयक ममता सिंह की उपस्थिति में नवांकुर समिति एनपी पाण्डेय एजुकेशन सोसाइटी के समन्वय में जल चौपाल में उपस्थित ग्रामीणों के साथ गांव में बढ़ रहे जल संकट के विषय में चर्चा की गई। चौपाल में उपस्थित 65 वर्षीय सतायिन कोल ने बताया कि 10 वर्ष पहले जो पानी 200 फिट पर था आज वह 550 फिट पर पहुंच गया है

जिसका असर खेती के साथ साथ जन जीवन पर भी होने लगा है। जल चौपाल में उपस्थित विकासखंड समन्वयक ममता सिंह ने कहा कि गांव के जल स्रोत गांव की खुशहाली और समृद्धि का सहारा होते है।

इसके बिना जीवन की कल्पना ही नहीं हो सकती। समय रहते हम सभी को जल स्रोतों को संरक्षित करने के लिए सामुदायिक प्रयास करना चाहिए।

जिला समन्वयक डॉ. राजेश तिवारी ने जल चौपाल में संवाद करते हुए कहा कि जल हमारे सांस्कृतिक संस्कारों में अमृत तुल्य माना गया है।

बरहौ में आचमन से लेकर मृत्यु संस्कार में तर्पण तक जल की जरूरत होती है। वर्तमान समय में जल श्रोतों के प्रति समाज की उपेक्षा और असंवेदन शीलता के कारण गांव-गांव में जल संकट हो गया है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस संकट को समझा और जन-जन को इस विषय से जोड़ने के लिए 30 मार्च से 30 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत लोगों से इस अभियान से जुड़कर प्रशासन के साथ समाज की शक्ति द्वारा अपने आस पास के जल स्रोतों के संरक्षण संवर्धन और सुरक्षा का आह्वान किया है।

हम सभी का यह दायित्व है कि अपनी प्राचीन परंपरा की ओर वापस लौटे और जल संवर्धन के लिए प्राचीन तकनीकियों जैसे बोरी बंधान, मेढ़बंधान, सोखता गड्ढे का उपयोग करते हुए गांव के सतही जल स्तर को बढ़ाने की पहल करते हुए अपना योगदान करें।

गांव का जल स्तर अच्छा होगा तो खेती भी अच्छी होगी। जिससे गांवों में समृद्धि और खुशहाली आएगी।

जल चौपाल में ग्राम मोहनिया के नवांकुर समिति के अध्यक्ष नरेंद्र पाण्डेय, विजय पाण्डेय, अनुरुद्ध द्विवेदी, सीताशरण द्विवेदी, श्रवण मिश्रा, इंद्रमणि कुशवाहा, महेंद्र द्विवेदी, धीरेन्द्र पांडेय, रानी कोल, देवासिया आदिवासी, सुखरानिया बाई सहित बडी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे। उपस्थित सभी ग्रामीणों ने श्रमदान हेतु सरोवर की सफाई की तथा सामूहिक शपथ के माध्यम से जल संरक्षण हेतु शपथ ली।

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