जिला प्रशासन का सराहनीय कार्य रियायती दरों पर कॉपी पुस्तक एवं यूनिफार्म खरीदने में लगा बच्चों एवं अभिभावकों का तांता
जिला जबलपुर मध्य प्रदेश

जिला प्रशासन का सराहनीय कार्य रियायती दरों पर कॉपी पुस्तक एवं यूनिफार्म खरीदने में लगा बच्चों एवं अभिभावकों का तांता
(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)
मध्य प्रदेश जिला जबलपुर में पुस्तक मेला का आयोजन जिला प्रशासन का सराहनीय कदम : श्री विज
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां बनीं आकर्षण का केंद्र
रविवार को दोपहर 12 से रात 10 बजे तक लगेगा पुस्तक मेला
8 अप्रैल तक जारी रहेगा पुस्तक मेला
स्कूली बच्चों और अभिभावकों को न्यूनतम दरों पर पुस्तक, कॉपी एवं यूनिफॉर्म उपलब्ध कराने गोलबाजार स्थित शहीद स्मारक भवन के प्रांगण में आयोजित किए जा रहे पुस्तक मेला की सफलता की ध्वनि दूर-दूर तक गुंजायमान हो रही है।
जिला प्रशासन द्वारा पुस्तक मेला में दिन प्रतिदिन उमड़ रही अभिभावकों की भीड़ को देखते हुए इसे तीन दिन और बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
पुस्तक मेला अब 6, 7 एवं 8 अप्रैल को भी आयोजित किया जाएगा।
पुस्तक मेला रविवार को दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक तथा सोमवार एवं मंगलवार को शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक आयोजित किया जाएगा।
पुस्तक मेला के आयोजन के बारहवें दिन आज शनिवार को बड़ी संख्या में अभिभावक मेला स्थल पर पहुंचे और रियायती दरों पर अपने बच्चों के लिए पाठ्य पुस्तकों, कॉपियों, स्कूल बैग और यूनिफॉर्म सहित अन्य शैक्षणिक सामग्रियों की खरीदारी की। इसके साथ ही उन्होंने पुस्तक मेला में प्रतिदिन आयोजित किए जा रहे
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बाल कलाकारों द्वारा दी जा रहीं प्रस्तुतियों का आनंद लिया और फूड जोन में लगे स्टॉलों से स्वादिष्ट पकवानों का स्वाद भी चखा।
पुस्तक मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ आज शनिवार को नगर निगम अध्यक्ष श्री रिकुंज विज के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी सहित विभिन्न स्कूलों के शिक्षक, अभिभावक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत मंचासीन अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर लिया गया।
नगर निगम अध्यक्ष श्री रिकुंज विज ने अपने संबोधन में पुस्तक मेला के सफल आयोजन के लिए
जिला प्रशासन को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि संस्कारधानी में लगातार दूसरे वर्ष आयोजित किए जा रहे इस पुस्तक मेला की भव्यता देखते ही बन रही है।
यहां एक ही स्थान पर स्कूली बच्चों और अभिभावकों को पुस्तक, कॉपी, यूनिफॉर्म और आवश्यक सभी शैक्षणिक सामग्रियां रियायती दरों पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जो पाठ्य पुस्तकें अभिभावकों को 5 से छह हजार रूपए में प्राप्त हो रहीं थीं वहीं पाठ्य पुस्तकें इस पुस्तक मेला में लगाए गए स्टॉल से उन्हें मात्र 1 हजार 800 रुपए में प्राप्त हो रहीं हैं।
इस अवसर पर उन्होंने पुस्तक मेला में लगाए गए बुक बैंक स्टॉल की भी सराहना की।
पुस्तक मेला में शनिवार की सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सुरमई संध्या में आज सुरधाम एवं फोक फैसिलिटी संस्थान की प्रस्तुतियां आकर्षण का मुख्य केंद्र रहीं। कार्यक्रम में श्रीम कत्थक कला केंद्र के नन्हें-मुन्हें बाल कलाकारों ने भी खूबसूरत सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया।
इन नन्हें-मुन्हें बाल कलाकारों की प्रस्तुति देख कर प्रांगण में उपस्थित अभिभावकों का हृदय खुशी से गुलज़ार हो गया।
इसके साथ ही मेले में पुस्तक खरीदने आए बच्चों ने भी मंच पर अपनी कला का प्रदर्शन किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुतियां देने वाले बच्चों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।
पुस्तक मेला में अपने बच्चे नाजिया और सदाब के लिए पुस्तक, कॉपियां एवं यूनिफॉर्म खरीदने अपने परिवार के साथ आईं नाजरीन ने मेले में बच्चों के लिए लगाए गए झूलों के लिये आयोजकों की तारीफ की। उन्होंने बताया कि बाजार में खरीदी करते समय अनेक दुकानों में भटकना पड़ता था और उसके बाद भी बड़ी मुश्किल से उचित रेट पर सामग्री प्राप्त हो पाती थी।
बाजार में दर-ब-दर भटकने के कारण छोटे छोटे बच्चे भी परेशान हो जाते थे और खरीददारी में कठिनाई होती थी।
जिला प्रशासन द्वारा मेला प्रांगण में लगाए गए झूलों से अभिभावक बहुत आसानी से बच्चों का मन बहला सकते हैं और एक ही स्थान पर रियायती दरों पर सभी शैक्षिक सामग्रियों की खरीदी बढ़े आराम से कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि अपने बच्चे के लिए एलकेजी और चौथी कक्षा की पुस्तकें और स्कूल बैग खरीदे हैं। उन्होंने पुस्तक मेला के आयोजन के लिए जिला प्रशासन का आभार भी व्यक्त किया।
पुस्तक मेला में अपनी बिटिया नित्या चेलानी की प्रस्तुति देखने आए पिता नीलेश चेलानी ने बताया कि निजी स्कूलों द्वारा की जाने वाली मनमानी फीस वसूली से अभिभावक त्रस्त हो चुके थे।
जिला प्रशासन द्वारा गत वर्ष निजी स्कूलों के विरुद्ध की गई कार्यवाहियों से अभिभावकों को काफी हद तक राहत भी मिली है। साथ ही पुस्तक मेला के लगातार दो वर्षों से हो रहे आयोजन से पुस्तक विक्रेताओं और निजी प्रकाशकों की गठजोड़ टूटने से अब सभी शैक्षणिक सामग्री अभिभावकों को रियायती दरों पर उपलब्ध हो रही हैं। उन्होंने पुस्तक मेला के आयोजन के लिए जिला प्रशासन का आभार भी व्यक्त किया।
पुस्तक मेला की अवधि बढ़ने पर अभिभावकों ने जताई खुशी
पुस्तक और गणवेश मेला में लगातार बढ़ रही बच्चों और अभिभावकों की बढ़ती संख्या ने जहाँ इसके आयोजन की सार्थकता को साबित किया है
वहीं जिला प्रशासन ने मेला को मिल रहे अच्छे रेस्पॉन्स और लोगों की मांग पर इसकी अवधि तीन दिन और बढाने का निर्णय लिया है। जिला स्तरीय पुस्तक और गणवेश मेला अब 8 अप्रैल तक जारी रहेगा।
मेला की अवधि पाँच अप्रैल से बढ़ाकर आठ अप्रैल तक करने के जिला प्रशासन के निर्णय की बच्चों एवं उनके अभिभावकों ने सराहना की है और इसके लिये कलेक्टर दीपक सक्सेना का आभार जताया है।