मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना ने किया रवि एवं रामकिशोर के सपने को साहकार
जिला जबलपुर मध्य प्रदेश

मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना ने किया रवि एवं रामकिशोर के सपने को साहकार
(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)
मध्य प्रदेश जिला जबलपुर में योजना के तहत मिले ऋण से उमरिया डुंगरिया में की नमकीन निर्माण इकाई की स्थापना
एक कमरे से की थी रविराम्’स के नाम से नमकीन बनाने की शुरुआत
अब एक करोड़ रुपये से अधिक का हुआ वार्षिक टर्नओवर
मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना युवाओं के लिए वरदान साबित हो रही है।
एक ओर यह योजना जहां युवाओं के सफल उद्यमी बनने के सपने को साकार कर रही है
तो वहीं दूसरी ओर यह विकसित भारत के निर्माण के लिए विकसित मध्यप्रदेश की बुनियाद को भी मजबूत कर रही है।

मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना की सहायता से जबलपुर के दो युवा रामकिशोर पटेल और रवि विश्वकर्मा ने अपने अथक परिश्रम से उमरिया डुंगरिया औद्योगिक क्षेत्र में नमकीन निर्माण यूनिट स्थापित कर सफलता की अद्भुत मिसाल पेश की है।
रविराम्’स नमकीन के नाम से मशहूर इस नमकीन निर्माण कंपनी के संचालक रवि विश्वकर्मा ने बताया कि उन्होंने अपने मित्र रामकिशोर पटेल के साथ वर्ष 2013 में एक छोटे कमरे से दो कर्मियों के सहयोग से नमकीन निर्माण की शुरुआत की थी, जो आज एक करोड़ रुपए के टर्नओवर के साथ एक सफल कंपनी के रूप में स्थापित हो चुकी है। साथ ही कंपनी द्वारा 12 से 14 लोगों को रोजगार भी प्रदान किया जा रहा है।
रवि ने बताया कि उन्होंने और रामकिशोर ने वर्ष 2012 में मार्केटिंग से एमबीए की डिग्री प्राप्त की है।
पर्याप्त संतुष्टि न मिलने के कारण उन्होंने प्रायवेट नौकरी न करने का फैसला लिया और नमकीन निर्माण यूनिट की स्थापना कर व्यापार की शुरुआत की। उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन धीरे-धीरे समय बीतता गया और राह आसान होती गई। वर्ष 2014 से 2018 तक उन्होंने कछपुरा में प्लांट स्थापित कर नमकीन का उत्पादन किया और लगभग दो वर्ष पहले मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना की सहायता से उमरिया-डुंगरिया औद्योगिक क्षेत्र में प्लांट स्थापित कर व्यापार को गति प्रदान की।
रवि ने बताया कि उन्हें जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के माध्यम से मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना की जानकारी प्राप्त हुई।
योजना के अंतर्गत उन्हें भारतीय स्टेट बैंक द्वारा 38 लाख 10 हजार रुपए का ऋण प्रदान किया गया।
इस राशि का उपयोग रवि और उनके मित्र रामकिशोर द्वारा उत्पाद की आकर्षक पैकेजिंग, प्रिंटिंग और मार्केटिंग करने के लिए किया गया। उन्होंने रविराम्’स के नाम से उत्पाद की ब्रांडिंग की और उसे महाकौशल क्षेत्र के कोने-कोने तक पहुंचाने का प्रयास किया,
ताकि एक अलग पहचान मिल सके। रविराम्’स नमकीन द्वारा 400 ग्राम की पैकेजिंग के साथ मुख्यतः इंदौरी, नागपुरी एवं कश्मीरी मिक्स सहित नमकीन के विभिन्न उत्पादों का निर्माण किया जाता है
जिनका मूल्य मात्र 110 रुपए है। उन्होंने बताया कि बाजार की मांग के अनुसार कम्पनी द्वारा उत्पादों के छोटे-छोटे पैकेट्स का निर्माण कर उद्योग को विस्तृत करने की तैयारी की जा रही है। रवि और रामकिशोर ने स्वयं का उद्योग स्थापित करने के सपने को साकार करने में मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना से ऋण उपलब्ध कराने के लिये राज्य शासन के प्रति आभार व्यक्त किया है।
राज्य शासन के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग द्वारा मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के अंतर्गत युवाओं को ऋण के माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
इस योजना के तहत जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र जबलपुर को वित्तीय वर्ष 2024-25 में 240 युवाओं को योजना का लाभ पहुंचाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ था
जिसके विरुद्ध जिले में अभी तक 306 प्रकरणों को बैंकों द्वारा स्वीकृत किया गया है और 243 प्रकरणों में ऋण वितरित कर लक्ष्य से अधिक उपलब्धि हासिल की जा चुकी है।
बता दें कि मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के अंतर्गत उद्योग के लिए 50 हजार रुपये से 50 लाख रुपये तक और सेवा एवं खुदरा व्यापार क्षेत्र के लिए 50 हजार रुपये से 25 लाख रुपये तक का ऋण मिलता है।
इस योजना के तहत ऋण पर 3 प्रतिशत ब्याज अनुदान और ऋण गारण्टी फीस अधिकतम 7 वर्षों तक देय है।
मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के अंतर्गत ऋण प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है।
आवेदन करने के लिए आवेदक की उम्र 18 से 45 साल एवं आवेदक का कम से कम आठवीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है। साथ ही आवेदक किसी भी बैंक या वित्तीय संस्था में डिफॉल्टर नहीं होना चाहिए और आवेदक को केंद्र या राज्य सरकार की किसी भी स्वरोजगार योजना का हितग्राही नहीं होना चाहिए।




