जिला कलेक्टर का आदेश जारी अगली बैठक तक लक्ष्य पूरे नहीं होने पर कटेगा (15-15) दिन का वेतन एवं नोटिस
सतना जिला मध्य प्रदेश

जिला कलेक्टर का आदेश जारी अगली बैठक तक लक्ष्य पूरे नहीं होने पर कटेगा (15-15) दिन का वेतन एवं नोटिस
(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)
मनरेगा में लेबर बजट के लक्ष्य पूरा नहीं करने पर सभी एपीओ को सेवा समाप्ति की नोटिस
कलेक्टर ने की ग्रामीण विकास योजनाओं के अपूर्ण कार्यों की समीक्षा
मध्य प्रदेश जिला सतना में 27 जून 2024/कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा ने गुरुवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला पंचायत, जनपद पंचायत के अधिकारियों और ग्रामीण यांत्रिकी सेवा तथा मनरेगा के उपयंत्रियों की बैठक लेकर मनरेगा, जल गंगा संवर्धन अभियान सहित अन्य योजनाओं के अपूर्ण कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर ने सभी जनपद में अपूर्ण कार्यों की उपयंत्री वार समीक्षा करते हुए
अगले महीने की समीक्षा बैठक से पूर्व अपूर्ण कार्यों के लक्ष्य देते हुए कहा कि एक माह में लक्ष्य को पूरा नहीं करने पर सभी उपयंत्रियों की 15-15 दिवस की वेतन काट ली जाएगी।
मनरेगा के लेबर बजट की लक्ष्य प्राप्ति नहीं होने पर कलेक्टर ने मनरेगा के सभी एपीओ को संविदा सेवा समाप्त करने की नोटिस भी जारी करने के निर्देश दिये।
इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत सुश्री संजना जैन, कार्यपालन यंत्री आरईएस अश्वनी जायसवाल, जनपद के सीईओ, एपीओ, एसडीओ एवं उपयंत्री उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा ने जनपद पंचायत मझगवां, नागौद, सोहावल, उचेहरा, रामपुर बघेलान में पदस्थ मनरेगा के उपयंत्री वार चल रहे और अपूर्ण कार्यों की समीक्षा की।
उन्होंने अपूर्ण कार्यों के हिसाब से 40-50 प्रतिशत अपूर्ण कार्य अगले माह तक पूरा करने का लक्ष्य भी दिया है।
उन्होंने कहा कि जो लक्ष्य दिए जा रहे हैं उन्हें गंभीरता से लेकर पूर्ण करने का प्रयास करें।
अन्यथा कि स्थिति में संविदा समाप्त करने की कार्यवाही की जाएगी। साथ ही 15-15 दिवस का वेतन भी काटा जाएगा।
मनरेगा और जल गंगा संवर्धन अभियान में ग्राम पंचायतो में नये काम स्वीकृत नहीं करने पर
कलेक्टर ने अप्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि ग्रामीण विकास के अमले की फील्ड में प्रेजेन्स दिखनी चाहिये।
ग्राम पंचायत में उपयंत्री जाकर ग्राम पंचायत में हो सकने वाले कार्यों की कार्य योजना और इस्टीमेट बनाकर प्रस्तुत करें।
जल गंगा संवर्धन अभियान के कार्यों को समय पर पूरा करें।
लेबर बजट की समीक्षा करते हुए प्रत्येक जनपद में हजारों एक्टिव लेबर होने के बावजूद जनपद पंचायत में 100 दिवस का रोजगार मुहैया कराये गये अति न्यून श्रमिकों की संख्या पर कलेक्टर ने गहरी नाराजगी प्रकट की।
पोषण वाटिका के कार्यों की समीक्षा मे कलेक्टर ने कहा कि पोषण वाटिका को संबंधित क्षेत्र की आंगनवाड़ी केंद्रों से मैपिंग करें और सब्जी अथवा फल के उत्पादन को केंद्र के बच्चों को पोषक आहार के रूप में उपलब्ध करायें।
अमृत सरोवर और पुष्कर धरोहर की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि इन संरचनाओं को उपयोगी बनायें।
उन्होंने कहा कि बरसात के समय किसी भी निर्मित जल संरचना के टूट-फूट या बहने की घटना नहीं होनी चाहिए।
जल संरचनाओं के वेस्ट बियर समुचित रूप से होने चाहिए।
कलेक्टर ने कहा कि यदि कोई जल संरचना क्षतिग्रस्त होगी तो संबंधित उपयंत्री पर जिम्मेदारी निर्धारित कर निलंबित किया जाएगा।
मनरेगा के लेबर बजट की लक्ष्य प्राप्ति नहीं होने और न्यूनतम संख्या में मजदूरों को 100 दिवस का और रोजगार उपलब्ध कराने पर
कलेक्टर ने सभी विकासखंडो के एपीओ को संविदा समाप्त करने की नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
गौशालाओं के निर्माण की समीक्षा में कलेक्टर ने कहा कि सभी निर्मित गौशालाएं संचालित होनी चाहिए और उनमें सड़कों पर विचरण करने वाले गौवंश पशुओं को रखा जाए।
गौशालाओं का पंजीयन गौसंवर्धन बोर्ड में करायें। अपूर्ण कार्यों की समीक्षा करते हुए
कलेक्टर ने 300 से अधिक संख्या में अपूर्ण कार्य लंबित रहने वाले उपयंत्रियों की सेवा समाप्ति का नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए।
कलेक्टर ने कहा कि ग्राम पंचायतो के दफ्तर प्रतिदिन खुले और सचिव तथा रोजगार सहायक अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें।
आजीविका मिशन की समीक्षा में कलेक्टर ने कहा कि सुनिश्चित करें कि स्व-सहायता समूहों के सशक्तिकरण के लिए शासन द्वारा दिए जाने वाले कामों का संचालन महिला स्व-सहायता समूहों के सदस्य ही करें।
कलेक्टर ने प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना, सामुदायिक स्वच्छता परिसर, प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रगति की समीक्षा भी की।