अमरपाटन थाना प्रभारी एवं पुलिस टीम का (सराहनीय-कार्य) लोगों के साथ (धोखा-धड़ी) करने वाले (दो-आरोपियों) को किया गिरफ्तार
तहसील अमरपाटन जिला सतना मध्य प्रदेश

अमरपाटन थाना प्रभारी एवं पुलिस टीम का (सराहनीय-कार्य) लोगों के साथ (धोखा-धड़ी) करने वाले (दो-आरोपियों) को किया गिरफ्तार
(पढिए मध्य प्रदेश हेड राजमणि पांडे की खास खबर)
पटेल समाज के दो युवक हर माह 1 लाख कमाने के लिए चालू किया था ठगी का नेटवर्किंग वह भी एक युवा के थन नवमी फेल
मध्य प्रदेश जिला सतना. अनजान हैडलर्स के लिए
दोनों आरोपी खातों से दो नंबर का पैसा ट्रांसफर करने के आरोप में धरे गए
दो युवकों में से 9 वीं फेल आरोपी ने बीएससी कर रहे दोस्त को फ्रॉड में शामिल कर एक साल में अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया था।
दोनों आरोपी दो दर्जन लोगों की बैंक पासबुक व एटीएम लेकर हैडलर्स के निर्देश पर ऑनलाइन मनी ट्रांसफर करते थे।
शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला कि पैसों का ट्रांजेक्शन 9 खातों से किया जाता था।
मैहर जिला थाना अमरपाटन पुलिस ने पहले आरोपी रजनीश कुमार पटेल उर्फ दादे दुसरे अमन पटेल को बुधवार के दिन गिरफ्तार किया था।
थाना अमरपाटन पुलिस ने दोनों आरोपी को दो दिन के लिए पुलिस रिमांड पर हैं। पूछताछ करने पर पुलिस को कुछ अहम जानकारियां मिली हैं। दोनों को पुलिस गुरुवार को रामनगर थाना इलाके में उनके गांव लेकर गई।
अमरपाटन पुलिस ने यह पता करने की कोशिश कर रही कि पाकिस्तान व बांग्लादेश के नंबरों से हो रहे फ्रॉड के नेटवर्क से रामनगर के छोटे से गांव के युवक कैसे जुड़ गए।
आरोपी बता रहे कि वे हैंडलर्स को नहीं जानते।
इनके बीच कोई मिडिलमैन नहीं है। एक साल पहले रजनीश उर्फ दादे के
दोनों पटेल जाति के आरोपी प्रतिदिन रात 12 बजे मोबाइल से वाट्सऐप डेटा डिलीट कर देते थे।
पुलिस ने बताया कि बैंकों से 9 खातों की जानकारी मंगाई गई है। आरोपियों को जो राशि बतौर कमीशन मिलती थी
थाना अमरपाटन पुलिस के द्वारा उनके घरों की तलाशी ली गई है। पुलिस को आशंका है कि रामनगर में ऑनलाइन की दुकान चलाने वाले दो-तीन लोग इस नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं। दोनों नशा और लग्जरी
वाट्सऐप पर आया था मैसेज
वाट्सऐप पर एक मैसेज आया था
जिसमें हर माह एक लाख कमाने के तरीके का लिंक था। दादे ने अमन को इसके बारे में बताया तो वह भी झट से राजी हो गया।
इसी लिंक के जरिए आरोपी बाहर बैठे हैंडलर्स के सम्पर्क में आए और उनके इशारे पर काम भी शुरू कर दिया।
दूसरों के खातों में डलवाते थे अपना कमीशन
उसे अलग-अलग खातों में मंगवाते थे।
आरोपी रजनीश उर्फ दादे के पास दो और अमन के पास एक मोबाइल मिला था। आरोपी इन तीनों मोबाइल का इस्तेमाल फ्राड के लिए करते थे।