जिला कलेक्टर का आदेश जारी (प्राइवेट-स्कूलों) के प्रबंधक करें अपनी कार्य प्राणाली में सुधार नहीं तो होगी (एफ.आई.आर)
जिला जबलपुर मध्य प्रदेश

जिला कलेक्टर का आदेश जारी (प्राइवेट-स्कूलों) के प्रबंधक करें अपनी कार्य प्राणाली में सुधार नहीं तो होगी (एफ.आई.आर)
(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)
मध्य प्रदेश जिला जबलपुर कलेक्टर का आदेश जारी करते हुए कहा प्राइवेट स्कूलों की शिकायतों की खुली सुनवाई संपन्न
प्रायवेट स्कूल लूट जैसे सोची समझी अपराधिक षडयंत्र न करें, सही तरीके से स्कूल चलायें और बढ़ी हुई फीस वापस करें – कलेक्टर
स्कूल प्रबंधन अपनी कार्य प्रणाली सुधारे अन्यथा उनके विरूद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जायेगा – कलेक्टर
कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना ने आज क्राईस्टचर्च स्कूल, ज्ञान गंगा आर्चिड इंटरनेशनल स्कूल, लिटिल वर्ल्ड कटंगा एवं तिलवाराघाट, सत्यप्रकाश स्कूल पोलीपाथर, अजय सत्यप्रकाश स्कूल, चैतन्य टैक्नो स्कूल, नालंदा स्कूल से संबंधित शिकायतों की खुली सुनवाई की गई।
खुली सुनवाई में मनमाने फीस वृद्धि व अनियमितताओं पर अभिभावकों ने खुलकर अपनी समस्याएं बताई।
कलेक्टर ने उक्त सभी स्कूलों के प्रबंधक व प्राचार्य से शिकायत के संबंध में तथ्यात्मक जानकारी चाही जिसमें वे संतुष्टिपूर्ण जवाब न देकर गोल मोल जवाब दिये।
उनका जवाब सुनकर कलेक्टर ने सख्त निर्देश दिये हुये कहा कि स्कूल प्रबंधन अपनी कार्य प्रणाली सुधारे अन्यथा उनके विरूद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जायेगा।
शिकायतों में मुख्य रूप से बिना किसी पूर्व सूचना के अप्रत्याशित रूप से फीस वृद्धि, एक ही स्कूल में एक ही कक्षा की अलग-अलग फीस, किसी नियत स्थल से ड्रेस व शैक्षणिक सामग्री मिलने, टीसी प्रदान नहीं करने तथा कोचिंग लेने के लिये प्रेरित करना आदि बहुत सी शिकायत अभिभावकों द्वारा की गई।
ज्ञान गंगा, आर्चिड इंटरनेशनल स्कूल द्वारा फीस, किताब, ड्रेस आदि सब कुछ बैंगलोर द्वारा निर्देशित किये जाने पर स्थानीय स्तर पर अभिभावकों को बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
स्कूल के प्रबंधक भी इस विषय पर तर्क संगत उत्तर प्रस्तुत नहीं करने पर कलेक्टर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुये आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
उक्त स्कूल के संबंध में एक अभिभावक ने बताया कि टीसी निकालने के 50 हजार रूपये देने के लिये तैयार हैं परन्तु टीसी नहीं दी जा रही है और लगातार फीस वृद्धि की जा रही है,
एक ही कक्षा में अलग-अलग फीस स्ट्रक्चर है। बच्चों के आईडी कार्ड के साथ माता-पिता का आईडी कार्ड के भी 450 रूपये फीस ली जा रही है। उन्होंने अपनी करूणा व्यक्त कर कहा कि इससे तो अच्छी पढ़ाई सरकारी स्कूलों में होती है।
जहां इतनी परेशानी भी नहीं होती। उक्त स्कूलों में जांच के दौरान भी कई खामियां पाई गई
जिसमें स्कूल के नाम परिवर्तन के लिये अनुमति, डाइसकोर्ड व नवीन मान्यता आदि के नहीं होने पर वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये।
अभिभावकों ने बताया कि ज्ञान गंगा इंटरनेशनल स्कूल में नर्सरी के बच्चों के ड्रेस भी 13-13 हजार रूपये में बैंगलोर से आते है।
मनमाने फीस के साथ पिज्जा पार्टी के नाम से पांच-पांच हजार रूपया अलग से फीस ली जाती है।
हर गतिविधि बैंगलोर की परिस्थिति के अनुसार ही संचालित किया जाता है।
इसी प्रकार क्राईस्टचर्च स्कूल में भी बिना पूर्व सूचना के फीस वृद्धि जैसे कई शिकायतों की सुनवाई की गई।
संबंधित संस्था के प्रतिनिधि ने तो आईएसबीएन के संबंध में भी जानकारी नहीं होने की बात कही।
स्कूल में अधिकाशं पुस्तकें बी कैटेगरी के होने तथा पुस्तकें बिना आईएसबीएन नंबर के संचालित होने पर संबंधित अधिकारी को उक्त दिशा में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर श्री सक्सेना ने सत्यप्रकाश स्कूल पोलीपाथर, अजय सत्यप्रकाश स्कूल पनागर, चैतन्य टैक्नो स्कूल, नालंदा स्कूल धनवंतरी नगर से संबंधित शिकायतों की सुनवाई की और सभी स्कूलों को चेतावनी देते हुये कहा कि वे लूट जैसे सोची समझी अपराधिक षडयंत्र न करें, सही तरीके से स्कूल चलायें और बढ़ी हुई फीस वापस करें।
कलेक्टर ने कहा कि सत्यप्रकाश स्कूल ने बिना किसी सूचना के फीस वृद्धि कर साढ़े तीन करोड रूपये से ज्यादा की धनराशि अर्जित की है। इस पर भी ऑडिट कराकर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
खुली सुनवाई के दौरान अपर कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह,
जिला कोषालय अधिकारी विनायका लाकरा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री घनश्याम सोनी सहित संबंधित विद्यालय के प्रबंधक, प्राचार्य और अभिभावक उपस्थित थे।