केंद्र (सरकार) की (नल-जल) योजना का (उमरिया) जिले में किया जा रहा दुरुपयोग (आईएचपी) कम्पनी ठेकेदारों की (खुलेआम) मनमानी
जिला उमरिया मध्य प्रदेश

केंद्र (सरकार) की (नल-जल) योजना का (उमरिया) जिले में किया जा रहा दुरुपयोग (आईएचपी) कम्पनी ठेकेदारों की (खुलेआम) मनमानी
(पढिए जिला उमारिया ब्यूरो चीफ दीपक विश्वकर्मा की खास खबर)
आईएचपी कम्पनी के ठेकेदारों की खुलेआम मनमानी
जिला एवं तहसील के प्रशासनिक अधिकारी नहीं दे रहा ध्यान
गांव-गांव में पीने को पानी के लिए कई दिनों तक हो जाते है परेशान
मध्य प्रदेश जिला उमरिया जिले
के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में जगह-जगह पर मोदी सरकार 2014 से लेकर अब तक के अपने कार्यकाल में घर-घर पीने योग्य पानी पहुंचाने को लेकर तमाम तरह की योजनाएं चला रही हैं. जिनमें जल जीवन मिशन स्कीम और हर घर जल योजना प्रमुख है.
इन दोनों योजनाओं की लागत लाखों करोड़ों रुपये है.
सरकार इन दोनों योजना को पूरी प्रतिबद्धता के साथ देशभर में लागू कर चुकी है.
जहां वर्षों से लोगों को पानी लेने के लिए मीलों दूर जाना पड़ता था
अब वहां हर घर पानी पाइप के जरिए पहुंचाया जाना है. लोगों को पानी मुहैया कराने के साथ-साथ जल संरक्षण को भी लेकर केंद्र सरकार काफी गंभीर है.
(आईजेपी)कंपनी की लापरवाही
इंडियन होम पाईप (आईएचपी) कंपनी द्वारा लापरवाही पूर्वक बिछाई गई पाइप लाइन के कारण करोड़ों की यह योजना में ममसी बुजुर्ग वासियों के लिए केवल स्वप्न बनकर न रह जाये, क्योकि कई दिनों तक पानी ही नही मिल पता है और जब कोई बात आती है तो बोलते है
कोई क्या कर लेगा और लगभग शासन व प्रशासन भी इस कड़ी का हिस्सा बनता हुआ दिख रहा है
यदि ध्यान दिया जाता तो आज ये सब सुचारू और नियमित और व्यवस्थित रूप से निरंतर लोगों को पानी मुहैया होता और जितनी गहराई और सुरक्षा के साथ इस पाइप लाइन को बिछाया जाना चाहिये था, उतनी गहराई से इस पाइप लाइन को नहीं बिछाया गया है।
जानकारी के अनुसार, यह पाइप लाइन एक मीटर की गहराई में दबाना जरूरी होता है।
मतलब पाइप को जमीन में दबाने के बाद एक मीटर की मिट्रटी की लेयर पाइप के उपर होना अनिवार्य है, लेकिन यहाँ जो पाइप लाइन बिछाई गई है उनमे कई जगह पर कम गहराई में ही पाइप लाइन बिछा दी गई है। और कई ग्रामों में आज दिनांक तक ऊपर ही रख कर सप्लाई चालू है
ग्रामीण जन ने बताया की कई दिनों तक बीच बीच में पानी ही नही आता और न ही स्टैण्ड पोस्ट और न ही टोटी लग पाई है और पाइप फूट गई है या लीक हो रही है जिससे पानी बह रहा है
गांव में पानी भर कर के गांव के रास्तों को नाले में तब्दील कर रहा है ,ग्रामीणों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो रही हैं। लेकिन पाइपों को आई एच पी कंपनी के ठेकेदारों की लापरवाही बिछाए गए हैं,
जिससे पाइप पर भारी दबाब आने पर फूटने की आशंका है।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है की जिम्मेदार अधिकारी इन ठेकेदारों पर कार्रवाई करते हुए
पुनः पाइपों को नियमित गहराई तक लगवाएंगे और गांव में हो रही समस्याओं को देखते हुए गांव की समस्याओं से गांव ग्रामीणों को निजात दिला पाएंगे या फिर ठेकेदारों से मिली भगत करते हुए सिर्फ कमीशन में ही बने रहेंगे।