*जिला कलेक्टर ने कहा बालश्रम प्रथा का उन्मूलन कर बच्चों का भविष्य सुरक्षित करें*
सतना जिला मध्य प्रदेश

*जिला कलेक्टर ने कहा बालश्रम प्रथा का उन्मूलन कर बच्चों का भविष्य सुरक्षित करें*
(पढ़िए रीवा संभाग से ब्यूरो चीफ अमित शर्मा की रिपोर्ट)
मध्य प्रदेश जिला
सतना 24 मार्च 2023/कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा ने कहा कि बालश्रम प्रथा एक अभिशाप है, जिससे बच्चों का भविष्य निश्चित तौर पर नष्ट होता है। बालश्रम उन्मूलन के संबंध में केन्द्र और राज्य शासन ने सख्त नियम और प्रावधान बनाये हैं। आवश्यकता है कि इन नियमों, प्रावधानों का अनुपालन कर बालश्रम प्रथा का उन्मूलन कर बच्चों का भविष्य सुरक्षित बनाये। कलेक्टर शुक्रवार को सतना में आयोजित बालश्रम प्रथा उन्मूलन की जागरूकता और क्षमता निर्माण संबंधी संभागीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष गुप्ता, उप श्रमायुक्त एस एस दीक्षित, न्यायाधाीश श्रम न्यायालय, यूनीशेफ के अमरजीत सिंह, संचालक प्रशिक्षण अर्चना सहाय, जिला कार्यक्रम अधिकारी सौरभ सिंह, बालश्रम अधिकारी अमर सिंह के अलावा संभाग के जिलों के बाल कल्याण समिति अध्यक्ष, सदस्य एवं श्रम विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यशाला का शुभारंभ करते हुये कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा ने कहा कि बालश्रम प्रथा के संबंध में राज्य सरकार अत्यंत संवेदनशील है और इसके उन्मूलन के लिए कठोर नियम और प्रावधान भी बनाये गये हैं। वर्तमान परिस्थितियों में बालश्रम अब आमतौर पर कही दिखाई नहीं देता। श्रम विभाग, महिला बाल विकास के अमले के अलावा अनेक सामाजिक और स्वैच्छिक संगठन बालश्रम उन्मूलन में काम कर रहे थे। फिर भी यदि कहीं बालश्रम दिखाई देता है तो हम सब का प्रयास होना चाहिए कि नियम कानूनों, प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही कर बालश्रम प्रथा के जड. मूल से उन्मूलन करने का प्रयास करे।
पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं, बालश्रम बालकों के भविष्य को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि बालश्रम के संबंध में आज की परिस्थितियाँ बदली हुई है। काफी बेहतर प्रयास हुए है। पुलिस अधीक्षक ने कार्यशाला के प्रतिभागियों को कहा कि यहाँ से प्रशिक्षण लेकर आये और शासन का प्रतिनिधित्व और समाज सेवा के कर्तव्यों के अधीन बालश्रम प्रथा के उन्मूलन में अपना योगदान दें। ताकि आपके कार्यों से बच्चों और देश का भविष्य उज्जवल रहे।
श्रम न्यायालय के विधिक अधिकारी ने कहा कि बाल मन और तन अत्यंत कोमल और संवेदनशील होता है। परिस्थितियों के कारण उन्हें परिवार के सदस्यों के भरण-पोषण के लिए श्रम करना पड.ता है। उन्होंने कहा कि बालश्रम के कारणों को जानकर उनका निदान करे तो बालश्रम उन्मूलन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अधिकार और कारखाना अधिनियम जैसे कानूनों से भी बालश्रम में कमी आई है। कार्यशाला में बाल एवं किशोर श्रम से जुडे हुए कानून एवं नियमों का प्रजेन्टेशन से प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में कलेक्टर श्री वर्मा ने बालश्रम उन्मूलन पर आधारित कलेण्डर का विमोचन भी किया।