*भ्रष्टाचार, अत्याचार, शोषण के खिलाफ धरना देकर सीपीएम ने राजेन्द्रग्राम में भगतसिंह को याद किया*
अनुपपूर जिला मध्य प्रदेश

भ्रष्टाचार, अत्याचार, शोषण के खिलाफ धरना देकर
सीपीएम ने राजेन्द्रग्राम में भगतसिंह को याद किया
रिपोर्टर – चंद्रभान सिंह राठौर
अनूपपुर / राजेंद्रग्राम
आज बीसियों गांव के आदिवासी चलकर राजेन्द्रग्राम एसडीएम दफ्तर पहुँचे और दिन भर का धरना दिया।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, किसान सभा, आदिवासी एकता महासभा की अगुआई में हुए इस धरने को सीटू नेताओं ने भी भाग लेकर समर्थन दिया।
अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव, माकपा राज्यसचिव मण्डल के सदस्य बादल सरोज ने पूरे पाठ क्षेत्र में बसे नागरिकों खासकर आदिवासी आबादी की अत्यंत बुरी स्थिति पर आक्रोश जताया और इसके लिए भाजपा नियंत्रित पुलिस प्रशासन के भ्रष्टाचार, अत्याचार और शोषण को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई नही हो रही, अस्पतालों में दवाई नही मिल रही, तहसीलों और थानों में सुनवाई नही हो रही। दमन और गुंडागर्दी पूरे पहाड़ में है।बादल सरोज ने अनेक गांवों की समस्याओं को ठोस रूप में बताते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि एक पखवाड़े में इनका समाधान न होने पर कलेक्ट्री, कमिश्नरी घेर कर डेरा डाला जायेगा ।
वक्ताओं ने बताया कि पूरे पहाड़ में मनरेगा बेईमानो के हाथ मे हैं। काम नही दिया जा रहा। किये गये काम का भुगतान नही होता। अपनी मजूरी मांगने पर किसान सभा के नेताओं को पुलिस गिरफ्तार कर लेती है। उन्होंने बताया कि कानून लागू हुए 15 साल गुजर गए लेकिन सैकड़ों आदिवासी तथा परंपरागत वनवासी भूमि के अधिकार से वंचित है।
वक्ताओं ने कहा कि यह भगत सिंह के सपनो का भारत नही है। नेताओं ने शहीदों से दगा की है किसान मजदूर अपने संघर्षों से उसे शहीदों के अनुरूप बनाएंगे। उन्होंने शहीदे आज़म भगतसिंह को अपनी लड़ाईयों से जोड़ा।
दोपहर 12 बजे से आदिवासी नेता विशम्भर सिंह मार्को की अध्यक्षता और दलवीर केवट के संचालन में धरना सभा चली। इसमें बादल सरोज के अलावा सीपीएम जिला सचिव भगवानदास राठौर, किसान सभा जिला सचिव दलवीर केवट, सीटू जिला सचिव इन्द्रपति सिंह, आदिवासी नेता भगत सिंह गोंड, बीरन कोल, अमरपाल सिंह, सीटू अध्यक्ष रामू यादव, श्रमिक नेता जुगल किशोर राठौर, कोयला आंदोलन के नेता अरुण कुमार गौतम, युवा नेता नीरज सिंह राठौर बोले।
तहसीलदार से मांगो पर चर्चा और अगले आंदोलन की चेतावनी के साथ धरना सम्पन्न हुआ।