*अतिक्रमण या गरीबों का आशियाना, टूटे सपने बेघर हुवे सब का घराना अनूपपुर जिले के जैतहरी में चलाया गया अतिक्रमण विरोधी अभियान*
अनुपपुर जिला मध्य प्रदेश

अतिक्रमण या गरीबों का आशियाना, टूटे सपने बेघर हुवे सब का घराना
अनूपपुर जिले के जैतहरी में चलाया गया अतिक्रमण विरोधी अभियान
जैतहरी रेलवे फाटक के पास रेलवे की जमीन से हटाया गया अतिक्रमण गरीबों की झोपड़ी
प्रधानमंत्री आवास पर चला रेलवे का बुलडोजर 25 परिवार हुए बेघर
पीड़ित परिवारो ने एसडीएम को सौपा ज्ञापन की कार्यवाही की मांग
संवाददाता – चंद्रभान सिंह राठौर संभागीय ब्यूरो चीफ
अनूपपुर जिले के जैतहरी मे कई प्रधानमंत्री आवास भी रेलवे प्रशासन द्वारा तोड़ा गया गौरतलब है कि जैतहरी रेलवे फाटक के समीप बन रहे अंडर ब्रिज की सड़क हेतु सड़क किनारे बने घरों को रेलवे प्रशासन के द्वारा तोड़ा गया है वही लगभग 6 घर मालिक को पूर्व में नोटिस दिया गया था किंतु बार-बार कहने पर भी लोग खाली नहीं कर रहे थे जिसकी वजह से रेलवे प्रशासन रेलवे पुलिस और रेलवे कर्मचारियों के मौजूदगी में पचीस घरों को धराशाई किया गया रेलवे के अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे की जमीन में अतिक्रमणकारियों को पूर्व में नोटिस के माध्यम से सूचना दी गई थी किंतु इन लोगों के द्वारा जमीन खाली ना करने व रेलवे की जमीन पर प्रधानमंत्री आवास बनाकर निवास कर रहे थे जिसे रेलवे पुलिस बल की मौजूदगी में सभी अतिक्रमणकारियों से भूमि खाली करवाई गई।
वहीं अब सभी बेघर हुए परिवार के लोगो ने पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष जय प्रकाश अग्रवाल के नेतृत्व में एक ज्ञापन सौपा है जिसमे रेलवे द्वारा किये गए अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को गलत बताते हुए उक्त अधिकारियों पर कानूनी कार्यवाही की मांग की गई है
वही क्षेत्र में निवासरत लोगो ने कहा कि उनके पास राजस्व विभाग द्वारा जारी ऋण पुस्तक होने का बाबजूद अतिक्रामक मानकर रेलवे ने अनुचित कार्यवाही की है जो कि गलत है
उन्होंने नियमतः प्रधानमंत्री आवास लिया था इस पूरी कार्यवाही में रेलवे अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध है साथ ही पीड़ित परिवार को सामान हटाने का मौका दिए बगैर जेसीबी मशीन चला दी गई जबकि राजस्व विभाग का कोई भी कर्मचारी मौके पर मौजूद नही था ऐसे में जो सीमा निर्धारित की गई वो किसके द्वारा की गई यह बड़ा सवाल है बहरहाल पीड़ितों ने अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही में शामिल सभी अधिकारियों व कर्मचारियों पर एफआईआर की मांग की है अब देखना है कि पुलिस क्या कार्यवाही करती है।