Breaking Newsअन्य राज्यआगराआर्टिकलइंदौरइलाहाबादउज्जैनउत्तराखण्डएटागोरखपुरग्राम पंचायत बाबूपुरछत्तीसगढ़जबलपुरजम्मू कश्मीरदेशनई दिल्लीपंजाबफिरोजाबादफैजाबादबिहारभोपालमथुरामध्यप्रदेशमहाराष्ट्रमेरठमैनपुरीयुवाराजस्थानराज्यरामपुररीवालखनऊविदिशासतनासागरहरियाणाहिमाचल प्रदेशहोम

*मरीजो के परिजन से संक्रमण का खतरा, पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन फ्लोमीटर हो रहे चोरी*

जिला अनुपपुर मध्य-प्रदेश

मरीजो के परिजन से संक्रमण का खतरा, पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन फ्लोमीटर हो रहे चोरीञ

मरीजों के परिजन बन रहे कोरोना के स्प्रेडर, जीवनोपयोगी वस्तुएं भी हो रही चोरी

एक दर्जन से ज्यादा पल्स ऑक्सीमीटर तो दो दर्जन ऑक्सीजन फ्लोमीटर हो चुके हैं चोरी

अनूपपुर

जिला चिकित्सालय अनूपपुर एवं कोविड केयर सेंटर में वर्तमान में 130 मरीज उपचार के लिए भर्ती जिनमें से 56 मरीज जिला चिकित्सालय के कोविड आइसोलेशन वार्ड में है। मरीजों के साथ ही उनके परिजन बतौर अटेंडर रुक रहे है। बिना ग्लब्स और पीपीई किट के आइसोलेशन वार्ड में रहने वाले यह परिजन बेधड़क नगर में घूमते रहते हैं। घर जाने से पूर्व इनके द्वारा सेनेटाइज होने की बात कही जा रही है लेकिन नगर में रहने के दौरान कोई भी सुरक्षा नहीं बरती जा रही है। लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इन परिजनों को भी स्प्रेडर माना जा सकता है। स्वयं चिकित्सालय प्रबंधन भी मरीजों के परिजनों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनाने की बात कह रहा है।

सामग्री भी हो रही चोरी

सिर्फ संक्रमण का खतरा ही नहीं बल्कि आइसोलेशन वार्ड में चोरियों का सिलसिला भी बढ़ता जा रहा है। जिला चिकित्सालय से अब तक एक दर्जन पल्स ऑक्सीमीटर के साथ ही दो दर्जन से ज्यादा ऑक्सीजन फ्लो मीटर भी चोरी हो चुके हैं।पहले से ही ऑक्सीजन फ्लो मीटर की कमी से जूझ रहे जिला चिकित्सालय के सामने अब यह एक नई समस्या उत्पन्न हो रही है। आमतौर पर लोगों के घरों में ऑक्सीजन फ्लो मीटर की कोई आवश्यकता नहीं है ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था को नए सिरे से दुरुस्त करते हुए मामले की जांच कराए जाने की बात कही जा रही है।

कोविड केयर सेंटर का यही हाल

सिर्फ जिला चिकित्सालय ही नहीं बल्कि कोविड केयर सेंटर के हाल भी अलग नहीं है। यहां भी 74 मरीज उपचार के लिए भर्ती है जिनके परिजनों का यहां लगातार आना-जाना बना रहता है। कोरोना से संबंधित गाइडलाइन का पालन मरीजों के परिजनों द्वारा नहीं किए जाने से संक्रमण के बढ़ने संक्रमण के बढ़ने की आशंका बनी हुई है।

प्रबंधन की मजबूरी

स्वास्थ्य महकमे के पास स्टाफ नर्स एवं वार्ड बॉय की कमी है जिसकी वजह से मरीजों के परिजनों को सख्ती पूर्वक बाहर नहीं किये जाने की मजबूरी है। जिसका फायदा अब दवा माफिया भी उठाने लगे हैं और जिला चिकित्सालय से सामग्रियों की चोरी भी करवा रहे हैं।

इनका कहना है

मरीजों के परिजनों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जा रही है ताकि अंदर और बाहर संक्रमण को फैलने ना दिया जाए।

चंद्र मोहन ठाकुर कलेक्टर अनूपपुर

Related Articles

Back to top button