*शासकीय खरीदी केंद्रों में समिति प्रबंधकों की खुलेआम मनमानी जिला का प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान किसी बोरे में 41 तो किसी में 35 किलो बोरी में 5 किलो क्यों कम भरी जा रही है धान*
तहसील कोठी जिला सतना मध्य प्रदेश

*शासकीय खरीदी केंद्रों में समिति प्रबंधकों की खुलेआम मनमानी जिला का प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान
किसी बोरे में 41 तो किसी में 35 किलो बोरी में भर्ती की जाती है धान और फिर वजन के आड़ में निकाल लिया जाता है धान
पूरा पूरा 5 किलो क्यों कम भरी जा रही है धान प्रशासन को देने के लिए*
जी हां सतना जिला के तहसील कोठी नगर पार्षद खरीदी केंद्र में समिति प्रबंधक जी अपनी मनमानी से कार्य करवा रहे हैं खरीदी केंद्रों में भर्ती जब किसानों से 41 किलो की भर्ती की जा रही है
तो शासन प्रशासन के गोडाउन में पहुंचाने के लिए 35 किलो धान की बोरी में 41 किलो की पर्ची क्यों लगाई जा रही है
सीधे-सीधे 5 किलो कम जा रही है धान जब समिति प्रबंधकों के द्वारा जब किसानों से 41 किलो वजन लिया जा रहा है
तौलाई में तो प्रशासन को क्यों कम दिया जा रहा है सच्चाई में निरीक्षण किया जाए तो ऐसे कई बोरियां निकाली जा सकती हैं
इसका मतलब वजन के आड़ में मौके का फायदा समित प्रबंधन उठा रहे हैं और प्रशासन की भी मिलीभगत हो सकती है
यह समिति प्रबंधक के जनता के साथ एवं प्रशासन के साथ खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे है और किसानों का शोषण एवं प्रशासन को गुमराह किया जा रहा है
इसीलिए खबर चलाने के बाद भी सतना जिला प्रशासन के कोई भी अधिकारी कार्यवाही नहीं कर पा रहे क्योंकि इनकी भी मिलीभगत हो सकती है
*सतना जिला से ब्यूरो चीफ रितिक साहू के साथ तहसील कोठी से पियुषा सिंह बघेल की रिपोर्ट*




