*जिला अनुपपुर में राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ के रिपोर्टर के सर्वे अनुसार आये परिणाम तो जनता की होगी जीत*
जिला अनुपपुर म.प्र

👉 *बिग ब्रेकिंग न्यूज़* 👈
👉 *उमरिया/शहडोल/अनूपपुर समाचार* 👈
👉 *राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ के रिपोर्टर के
एग्जिटपोल में भाजपा कांग्रेस में कांटे की टक्कर,चुनाव में जीत हार का अंतर पांच से सात हजार का* 👈
👉 *राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ के रिपोर्टर के सर्वे अनुसार आये परिणाम तो जनता की होगी जीत – संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रभान सिंह राठौर, ब्लॉक रिपोर्टर विकाश राठौर* 👈
👉 *राजधानी अनूपपुर इलेक्शन एक्सप्रेस* 👈
👉 *दोनों ही पार्टियों ने नए उम्मीदवार पर लगाया दाव,* 👈
👉 *भाजपा की जीत प्रबल, कांग्रेस दे सकती है मात* 👈
👉 *अनूपपुर इलेक्शन समाचार -* 👈
अनूपपुर – पिछले विधान सभा मे 76%मतदान हुआ था और तब कांग्रेस के बिसाहूलाल सिंह लगभग ग्यारह हजार से अधिक मतों से चुनाव जीते थे इस चुनाव में कोरोना काल के बाद भी रिकॉर्ड मतदान लगभग 74% हुआ है।जानकारों की माने तो जिस तरह से मतदान प्रतिशत बढा है वो भाजपा के लिए ठीक नही माना जा रहा है,सूत्रों की माने तो बिसाहूलाल से नाराज मतदाताओं ने बढ़ – चढ़ कर वोटिंग में हिस्सा लिया है और मतदाताओं का एक ऐसा तबका था जो बिसाहूलाल सिंह के कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने से नाराज था और मतदाता की नाराजगी कही न कहीं मतदान में दिखी और मतदाताओं ने मतदान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
👉 *भाजपा की जीत प्रबल, कांग्रेस दे सकती है टक्कर* 👈
वही सूत्रों की माने तो कोंग्रेस के जीत का दावा महज अतिउत्साही पन है।जबकि भजपा कड़ी टक्कर दे रही है और अगर यह चुनाव भाजपा जीतती है तो यह अंतर पांच से सात हजार का होगा जबकि अगर यही परिणाम कांग्रेस के पक्ष में जाता है तो जीत का आंकड़ा बढ़ेगा।
👉 *दोनों पक्षों की अग्नि परीक्षा,सोचने पर हुवे मजबूर* 👈
अनूपपुर विधानसभा में इस कोरोना महामारी के बीच नया कीर्तिमान स्थापित कर मतदाताओं ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है और हुए चुनाव में 74 प्रतिशत मतदान निश्चित तौर पर भाजपा और कांग्रेस दोनो को सोचने को मजबूर कर दिया है और दोनों प्रत्याशियों के लिए खतरे की घंटी दिखाई दे रही है।
👉 *कांटे की हो रही टक्कर* 👈
जानकारों की माने तो मतदान प्रतिशत का बढ़ना और मतदाता की चुप्पी किसी कें पक्ष में जा सकता है।
वहीं भाजपा बढ़े मतदान प्रतिशत में अपनी जीत सुनिश्चित मान कर चल रही है,जबकि अभी तक के आंकड़े बताते है कि चुनाव में कांटे की टक्कर है और दोनों दलों भाजपा और कांग्रेस में सीधी टक्कर अनूपपुर विधानसभा में है जबकि जानकारों की माने तो चुनाव परिणाम में जीत हार का अंतर पांच से सात हजार मतों का होगा।
👉 *कार्यकर्ताओं और प्रभारियों कि रहेगी भूमिका* 👈
इस चुनाव में कार्यकर्ता और प्रभारियों की भूमिका अहम रही है।अब यह देखना दिलचस्प होगा कौन से स्लीपर सेल किसका काम किये,क्योंकि स्लीपर सेलों की काफी चर्चा इस चुनाव की सुर्खियों में रही है,जबकि सूत्र बताते हैं कि यदि कांग्रेस इस सीट में चुनाव हारती है तो उसके पीछे की जो सबसे बड़ी वजह है वो चुनावी खर्चे में मचे बवाल एक बड़ी तकरार की वजह कांग्रेस में थी तो दूसरी तरफ भाजपा में भी हालात ठीक नही थे भाजपा का एक धड़ा बिसाहूलाल सिंह को आखरी वक्त तक अपना नेता स्वीकार नही कर पाया था और चुनाव के वक्त एक समाज वर्ग के वोटर की नाराजगी भी साफ दिखाई दी जो भाजपा के लिए परिणामो में मुश्किल खड़े करने वाली हो सकती है और अभी तक के हालातों से ये साफ हो चुका है कि कोई भी पार्टी सौ फीसदी चुनाव जीतने का दावा नही कर सकती।
तो दूसरी तरफ राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ के रिपोर्टर के सर्वे में भाजपा में हुए भितरघात की वजह से भाजपा को अनूपपुर विधानसभा में भारी नुकसान हुआ है और इस चुनाव में कांग्रेस जीत के काफी करीब है और यही कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अतिउत्साह की वजह है
हम आप को बता दें भाजपा को किन किन क्षेत्रों में बड़ा नुकसान होने की खबरें हैं।
👉 *इस तरह से रहा मतदान और मतदाताओं का चुनावी हाल* 👈
भाजपा अक्सर जिन क्षेत्रों में आगे रहती थी उनमे से चचाई,केल्होरी, बरगंवा, में भाजपा को बढ़त है सर्वे के मुताबिक हमारे एग्जिट पोल में भाजपा को बढ़त है तो धिरौल, पटना,सकरा,जमुडी, पिपरिया दुलहरा इधर से बढ़त में कांग्रेस ने भाजपाइयों के सहारे बढ़त बनाई है,
वही नगरीय क्षेत्र अनूपपुर,जैतहरी में भी भाजपा पिछड़ रही है तो भाजपा प्रत्यासी को सबसे बड़ी आस थी खूंटा टोला क्षेत्र से वहां भी कुछ खास उनके पक्ष में होता दिखाई नही दे रहा।जबकि पसान नगरपालिका क्षेत्र में 50-50 का माहौल है जो भाजपा के लिए शुभ संकेत नही है
कुल मिला कर राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ के रिपोर्टर के सर्वे में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है तो दूसरी तरफ खबरें ये भी है अगर कांग्रेस यह चुनाव हारती है तो पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एन पी प्रजापति का अहम योगदान इस हार में रहेगा क्यों कि कई स्थानीय कार्यकर्तों की अनदेखी और उनका कार्य करने का तरीका रास नही आया जो हार के पीछे की बड़ी वजह बन सकता है।
👉 *इन जगहों के बदौलत हो सकती है, भाजपा की जीत* 👈
जैतहरी के क्योंटार, महुदा, चांदपुर, कुसुम्हाई, पचौहा, धनगवां पूर्वी, के बदौलत जीत सकती है भाजपा। माना जा रहा है कि यहां से भाजपा को पचास फीसदी से ज्यादा वोट मिले हैं, जबकि खोली और विवेक नगर जैसे क्षेत्र भी भाजपा को जीत में सहायक होती है। दूसरी तरफ भाजपा से प्रचार – प्रसार कर रहे कुछ कार्यकर्ताओं से नाराज नागरिकों और उनके कूट नीति के कारण कांग्रेस को समर्थन मिलने पर भाजपा प्रत्याशी बिसाहू लाल सिंह कि हार निश्चित है।
👉 *आश्वाशन और नागरिकों कि मांग पूरी करने को लेकर कांग्रेस कि जीत* 👈
ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशी बिशाहु लाल सिंह ने पूर्व में कांग्रेस के सत्ता में रहने के दरमियान कभी यहां फिर कर नहीं देखा, और कांग्रेस में उनके कार्यकर्ताओं ने नागरिकों का जमकर शोषण किया के कारण नागरिकों का समर्थन पूर्णतः कांग्रेस प्रत्याशी विश्वनाथ सिंह को जिताने में मिल जाने से इनकी जीत सुनिश्चित हो गई है।
👉 *भाजपा का मीडिया कर्मियों से भेदभाव* 👈
भाजपा प्रत्यासी और मीडिया प्रभारी और चुनाव प्रभारियों द्वारा मीडिया कर्मियों से भेदभाव और उनको अनदेखा करना भी इनके हार का प्रबल कारण बन सकता है। और मीडिया प्रभारी द्वारा मीडिया कर्मियों को हल्के में लेना और नागरिकों के साथ भेदभाव करना भी इनका हार में अहम भूमिका निभा सकती है।
👉 *कार्यकर्ताओं कि नाराजगी, पैसों का व्यापार*👈 कार्यकर्ता कि नाराजगी और गुटबाजी भी भाजपा प्रत्याशी को हार का मुंह दिखा सकती है, दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी को जिताने के लिए नागरिकों में चुनाव से पूर्व कार्यकर्ताओं द्वारा पैसे बाटने और दबाव बनाए जाने के कारण नाराज नागरिक चुनाव का पासा पलट सकती है।
👉 *कांग्रेस को नुक्सान* 👈
एन पी प्रजापति के क्रूरता और कार्यकर्ताओं की नाराजगी कि वजह से कांग्रेस कि हार और भाजपा कि जीत के चांस ज्यादा बन चुकी है।
👉 **रिपोर्टर :- संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रभान सिंह राठौर के साथ ब्लॉक रिपोर्टर विकाश राठौर कि रिपोर्ट** 👈