जंगल में मिला डेढ़ महीने से लापता बुज़ुर्ग का शव, लोगों में मचा हड़कंप कपड़ों से हुई पहचान
कटनी जिला मध्य प्रदेश

जंगल में मिला डेढ़ महीने से लापता बुज़ुर्ग का शव, लोगों में मचा हड़कंप कपड़ों से हुई पहचान
(पढिए जिला कटनी ब्यूरो चीफ ज्योति तिवारी की खास खबर)
मध्य प्रदेश जिला कटनी के अंतर्गत कैमोर कैलाश नगर क्षेत्र शनिवार सुबह उस समय दहशत और सन्नाटे में डूब गया,
जब स्थानीय जंगल में 70 वर्षीय लापता बुज़ुर्ग रामसिंह रघुवंशी का कंकालनुमा शव मिला। डेढ़ महीने से गायब इस बुजुर्ग की मौत ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है।
शव को सबसे पहले लकड़ी काटने गए मजदूरों ने देखा। घास-फूस के बीच पड़ी मानव देह की भयावह स्थिति देखकर मजदूरों के हाथ-पांव फूल गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
कुछ ही देर में कैमोर पुलिस दल मौके पर पहुंचा। जंगल के उस हिस्से को घेराबंदी कर सर्च शुरू किया गया।
शव की हालत इतनी खराब थी कि चेहरा पहचानना नामुमकिन हो गया लेकिन आसपास मिले कपड़ों और शारीरिक बनावट से मोहल्ले वालों ने पुष्टि की कि यह शव रामसिंह रघुवंशी का ही है जो अमरियापार वार्ड-14 के रहने वाले थे और कैमोर में किराए से रहते थे।

मानसिक अस्थिरता से जूझते थे रामसिंह परिजनों ने बताया कि रामसिंह की मानसिक स्थिति लंबे समय से ठीक नहीं थी और वे अक्सर घर से भटक जाते थे।
लेकिन इस बार वे वापस नहीं लौटे। परिजनों ने कई जगह तलाश की पर कोई सुराग नहीं मिला। उनका भाई महेश सिंह मुंबई में मजदूरी करता है। और रोज़गार के कारण अक्सर बाहर रहता है।
शव की दशा यह साफ़ दिखा रही थी कि मौत कई दिनों पहले ही हो चुकी थी पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा कि यह हादसा था बीमारी से मौत हुई या इसमें कोई संदिग्ध पहलू भी है।
घटनास्थल से पुलिस ने नमूने कपड़े और अन्य संभव सुराग जुटाए हैं। बुज़ुर्ग के इतने दिनों तक जंगल में पड़े रहने और किसी के ध्यान में न आने ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

इलाके में मातम और डर का माहौल
इस घटना ने पूरे कैमोर क्षेत्र में भय और दुख की लहर दौड़ा दी है। लोगों का कहना है कि एक इंसान डेढ़ महीने तक जंगल में पड़ा रहा । परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। पड़ोसी और स्थानीय लोग घर जाकर परिवार को सांत्वना दे रहे हैं।
पुलिस प्रशासन ने निष्पक्ष जांच का दिया भरोसा थाना प्रभारी ने बताया कि मौत के हर एंगल से जांच की जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर वास्तविक कारण सामने आएगा।




