जमथान में राशन वितरण ठप! तीन माह से चना गायब, अधूरा अनाज देकर पल्ला झाड़ रहे जिम्मेदार
जिला मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़

जमथान में राशन वितरण ठप! तीन माह से चना गायब, अधूरा अनाज देकर पल्ला झाड़ रहे जिम्मेदार
(पढिए जिला एमसीबी ब्यूरो चीफ मनमोहन सांधे की खास खबर)
उचित मूल्य की दुकान बनी ‘अनियमितता केंद्र’ — जमथान के ग्रामीण बोले, नहीं मिल रहा पूरा हक
जमथान में राशन घोटाले के संकेत? ग्रामीणों का आरोप— “मिलता है आधा अनाज, बाकी सिर्फ आश्वासन
छत्तीसगढ़ राज्य के जिला एमसीबी भरतपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत जमथान में संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान इन दिनों ग्रामीणों की गंभीर शिकायतों के चलते विवादों के केंद्र में है। ग्रामीणों ने दुकान में हो रही अनियमितताओं, मनमानी और भ्रष्टाचार को लेकर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया है। 🌾
ग्रामीणों का आरोप है कि खाद्यान्न वितरण में बड़े पैमाने पर लापरवाही हो रही है। सरकार द्वारा प्रत्येक माह उपलब्ध कराए जाने वाले खाद्यान्न की पूरी मात्रा हितग्राहियों तक नहीं पहुंच रही। कई महीने से लोगों को कम राशन दिया जा रहा है, जिससे गरीब परिवारों को अपने दैनिक जीवनयापन में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि पिछले तीन महीनों से चना का वितरण पूरी तरह बंद है। लोगों का कहना है कि वे दुकान में कई-कई बार जाते हैं, लेकिन वहां से उन्हें केवल आश्वासन मिलता है, अनाज नहीं।

ग्रामीणों ने बताया कि विक्रेता की मनमानी और प्रशासन की उदासीनता के कारण हर महीने आधा-अधूरा राशन दिया जाता है। न तो समय पर वितरण होता है और न ही निर्धारित मात्रा मिलती है। यह स्थिति आस-पास के अन्य ग्राम पंचायतों में भी देखी जा रही है।
ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए कहा—
“डबल इंजन सरकार आने के बाद भ्रष्टाचार और मनमानी बढ़ गई है। गरीबों को उनका पूरा हक नहीं मिल पा रहा।”
ग्रामीणों की मांग है कि जमथान की उचित मूल्य की दुकान सहित पूरे क्षेत्र में हो रही अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच की जाए। साथ ही दोषी अधिकारियों और विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है, ताकि भविष्य में जनता के हक का राशन सुरक्षित रहे और ऐसी लापरवाही दोबारा न हो।




