जिला कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की ली बैठक 5 वर्ष से अधिक प्रकरण नहीं रहना चाहिए लंबित
सतना जिला मध्य प्रदेश

जिला कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की ली बैठक 5 वर्ष से अधिक प्रकरण नहीं रहना चाहिए लंबित
(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)
भू-अर्जन में 18 प्रकरण लंबित मिलने पर प्रभारी अधिकारी को नोटिस
फार्मर रजिस्ट्री में शून्य प्रगति वाले पटवारियों पर करें कार्यवाही
कलेक्टर ने ली राजस्व अधिकारियों की बैठक
मध्य प्रदेश जिला सतना 25 अप्रैल 2025/कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने आरसीएमएस पोर्टल पर दर्ज राजस्व प्रकरणों की समीक्षा में कहा कि 5 वर्ष से अधिक समय का कोई भी राजस्व प्रकरण लंबित नहीं रहना चाहिए।
पांच वर्ष से अधिक समय के सर्वाधिक 18 राजस्व प्रकरण भू-अर्जन शाखा में पाये जाने पर कलेक्टर ने प्रभारी अधिकारी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।

इसी प्रकार से फार्मर रजिस्ट्री में बेहतर काम के बावजूद भी कतिपय पटवारियों द्वारा शून्य प्रगति दर्शाई गई है।
कलेक्टर ने फार्मर रजिस्ट्री में शून्य प्रगति लाने वाले पटवारियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये। शुक्रवार को कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में आरसीएमएस पोर्टल पर दर्ज और निराकृत प्रकरणों की राजस्व न्यायालयवार समीक्षा की।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री स्वप्निल वानखडे, एसडीएम श्री जीतेन्द्र वर्मा, श्री आरएन खरे, श्री राहुल सिलाडिया, श्री एलआर जांगडे, श्री सुधीर बेक, समस्त तहसीलदार, नायब तहसीलदार, अधीक्षक भू-अभिलेख एमएल तिवारी भी उपस्थित रहे।
राजस्व प्रकरणों की समीक्षा में कलेक्टर ने बंटवारा, नामांतरण, सीमांकन सहित राजस्व प्रकरणों की न्यायालयवार समीक्षा की।
आरसीएमएस पर चालू माह में 3705 प्रकरण सहित अब तक कुल 20163 राजस्व प्रकरण पंजीकृत किये गये है।
जिनमें से चालू माह में सहित अब तक 4635 प्रकरणों का निराकरण किया गया। जिनका प्रतिशत 23 रहा। निराकरण के लिए 15520 प्रकरण शेष पाये गये।
इन लंबित प्रकरणों में 5 वर्ष से अधिक समय के 44 प्रकरण पाये गये। जिनमें सर्वाधिक 18 प्रकरण भू-अर्जन शाखा के रहे।
बंटवारा में अब तक दर्ज 1155 प्रकरणों में 300 प्रकरणों का निराकरण, नामांतरण में कुल 5830 प्रकरणों में 2103 और सीमांकन के कुल दर्ज 2032 प्रकरणों में 421 प्रकरणों का निराकरण किया गया है।
कलेक्टर ने कहा कि रैकिंग में जिला 35वें पायदान पर है। प्रकरणों के निराकरण की गति और संख्या बढाकर बेहतर रैकिंग पर लाये।
सुनिश्चित करें कि एक भी राजस्व प्रकरण 5 वर्ष से ऊपर की अवधि का लंबित नहीं रहे।
फार्मर रजिस्ट्री की समीक्षा में कलेक्टर ने कहा कि जिले में बेहतर कार्य हुआ है। फार्मर रजिस्ट्री का मार्च माह में 48 प्रतिशत से अब तक 76.74 प्रतिशत की प्रगति लाई गई है।
लेकिन अभी भी तहसीलों में शून्य प्रगति वाले पटवारियों के हल्के दिख रहे हैं।
इनमें कोटर तहसील में पटवारी अनिल तिवारी, बिरसिंहपुर में दिलीप कुमार पाण्डेय, नयागांव पटवारी राजेन्द्र मिश्रा, मझगवां संजय सिंह, रामपुर बघेलान अनिल प्रताप सिंह की प्रगति न्यूनतम और शून्य पाये जाने पर कलेक्टर ने कहा कि संबंधित क्षेत्र के एसडीएम शून्य प्रगति और कमजोर प्रगति वाले पटवारियों के विरूद्ध कार्यवाही करें।
फार्मर रजिस्ट्री के लक्ष्य 1 लाख 58 हजार 903 किसानों के विरूद्ध अब तक 1 लाख 21 हजार 937 किसानों के रजिस्ट्रेशन हुये हैं।
कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में अन्य विभागों से जुडे अंतरविभागीय राजस्व मामले नक्शा विहीन ग्रामों की नक्शा तैयारी, बरगी नहर के लिए भू-अर्जन के एनवीडीए के निराकृत और लंबित प्रकरणों सहित स्वामित्व योजना की समीक्षा भी की।
नरवाई जलाने की घटनाओं को एसडीएम स्वतः संज्ञान में ले
दाण्डिक कार्यवाही ही अमले में लाये
राजस्व अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर ने कहा कि एसडीएम अपने क्षेत्र में नरवाई जलाने की घटनाओं को स्वतः संज्ञान में ले और आगजनित दुर्घटनाओं पर रोक लगाने संबंधित व्यक्तियों पर जुर्माना अधिरोपित करने के साथ दंडात्मक कार्यवाही अमल में लायें। पर्यावरण सुरक्षा के लिए ग्रीन ट्रिव्यूनल के निर्देशों के अनुसार फसलों की कटाई उपरांत फसल अवशेषों को खेतों में जलाना प्रतिबंधित किया गया है।

जिले में प्रतिबंधात्मक आदेश लागू होने के बावजूद जिले में नरवाई जलाने की घटनायें सामने आ रही है।
राज्य शासन द्वारा नरवाई जलाने की घटना को अत्यंत गंभीरता से लिया जा रहा है। प्रतिदिन उच्च स्तर पर इसकी समीक्षा भी की जा रही है।
सहायक संचालक कृषि ने बताया कि 24 अप्रैल को सतना एवं मैहर जिले में सेटेलाइट मानीटरिंग की रिपोर्ट के अनुसार कुल 60 स्थानों पर नरवाई जलाने की घटनायें रिकार्ड की गई है।
कलेक्टर ने कहा कि अनुविभाग रघुराजनगर ग्रामीण को छोडकर अन्य किसी अनुविभाग से नरवाई जलाने पर कार्यवाही प्रकाश में नहीं आई है।
कलेक्टर ने कहा कि कृषि विभाग के एसएडीओ संबंधित एसडीएम के संज्ञान में लाकर कार्यवाही कराये। संबंधित क्षेत्र में नरवाई में आग लगाने की घटनाओं का स्थल पंचनामा तैयार कर संबंधित व्यक्तियों के विरूद्ध पात्रतानुसार जुर्माना अधिरोपित कर दण्डात्मक कार्यवाही कराये।
इसके अलावा कृषि अधिकारी गांव-गांव जाकर नरवाई में आग लगाने से होने वाले नुकसान और दाण्डिक प्रावधान के बारे में किसानों को जागरूक कर सुपर सीडर, रोटा वेटर जैसे कृषि यंत्रों के उपयोग के प्रति किसानों को जानकारी दें।
कलेक्टर ने रघुराजनगर ग्रामीण को छोडकर अन्य अनुविभागों के एसएडीओ द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किये जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।




