प्रभारी मंत्री अधिकारियों की समीक्षा बैठक में विकास परियोजनाओं को समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ करें पूर्ण
सतना जिला मध्य प्रदेश

प्रभारी मंत्री
अधिकारियों की समीक्षा बैठक में विकास परियोजनाओं को समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ करें पूर्ण
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मध्य प्रदेश जिला सतना में 15 अक्टूबर 2024/मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री तथा सतना जिले के प्रभारी मंत्री श्री Kailash Vijayvargiya ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष सतना में अधिकारियों की परिचयात्मक बैठक लेते हुए कहा कि जिले में चल रहे निर्माण और विकास परियोजनाओं के कार्य निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ पूरे किये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं में जन भागीदारी लेकर जनता को विकास कार्यों को जोडें तथा शहर को सुंदर और विकसित बनाने उनके सुझाव लें।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी के कार्यों सहित अन्य विकास कार्यों को संधारण और संचालन के लिए जन भागीदारी और सहयोग लिया जाना अत्यंत आवश्यक होगा।
इस मौके पर नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती Pratima Bagri , सांसद श्री Ganesh Singh , विधायक श्री सुरेंद्र सिंह गहरवार, श्री विक्रम सिंह, महापौर श्री योगेश ताम्रकार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री रामखेलावन कोल, उपाध्यक्ष श्रीमती सुस्मिता सिंह, स्पीकर श्री राजेश चतुर्वेदी, जिलाध्यक्ष श्री सतीश शर्मा, कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष गुप्ता, सीईओ जिला पंचायत सुश्री संजना जैन, कमिश्नर नगर निगम श्री शेर सिंह मीना, वनमण्डलाधिकारी श्री मयंक चांदीवल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रभारी मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने विकास योजनाओं की प्रापर मानीटरिंग सुनिश्चित की जायें ताकि निर्माण कार्य समय-सीमा में पूर्ण हो। उन्होंने कार्यों की गुणवत्ता के लिए तकनीकी इंजीनियरिंग से संबंधित टीम बनाकर पब्लिक आडिट भी कराने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के अंतर्गत सतना शहर में नागरिकों की सुविधा और सौन्दर्यीकरण के अनेक कार्य किये गये हैं।
इन कार्यों के आगे संचालन और संधारण के लिए व्यवस्था भी बनानी होगी। उन्होंने कहा कि शहर के विकास के लिए योजना बनाये और जनप्रतिनिधियों सहित लोगों का सहयोग लें।
जनता को यदि अच्छी सुविधा देंगे तो नागरिक भी खुशी से टैक्स देंगे।
निर्मित परि सम्पत्तियों के रख-रखाव और नगर निगम को आत्म-निर्भर बनाने उपयोगकर्ता से भुगतान करे प्रणाली पर कार्य किया जाना होगा।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि निर्माण विभाग सभी निर्माणाधीन कार्यों में उसके पूर्णतः की समय-सीमा निर्धारित कर घोषणा का बोर्ड लगायें और सेवा निवृत्त अधिकारियों को साथ में रखते हुए
शहर के लोगों की सलाहकार समिति बनाकर शहर को सुंदर बनाने उनके सुझाव लें।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि अगली बार से विभागवार समीक्षा बैठक लेकर गतिविधियों और कार्यों की समीक्षा की जायेगी।
सांसद श्री गणेश सिंह ने कहा कि सतना जिले में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा निराश्रित गौ-वंशीय पशुओं को रखने अस्थाई बाडे बनाये गये हैं। प्रत्येक विकासखण्ड में एक स्थाई स्वरूप देने की योजना है।
प्रभारी मंत्री ने नगर निगम, स्मार्ट सिटी और पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के कार्यों की विस्तृत समीक्षा भी की।
इस अवसर पर आयुक्त नगर निगम शेर सिंह मीना ने बताया कि
सतना स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट के तहत 941 करोड के कुल 72 प्रोजेक्ट स्वीकृत किये गये हैं। जिनमें 368 करोड के 48 प्रोजेक्ट पूरे कर लिये गये है
जबकि 572 करोड के 24 प्रोजेक्ट प्रगतिशील है।
नगर पालिक निगम के अंतर्गत उन्होंने प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना, जल प्रदाय योजना, सीवर लाइन, स्वच्छ भारत मिशन के कार्यों की समीक्षा की।
इसी प्रकार ग्रामीण विकास के अंतर्गत मनरेगा, लेवर बजट, गौशाला, अमृत सरोवर और वृक्षारोपण कार्य की समीक्षा की गई।
सीईओ जिला पंचायत ने जिले में 27 लाख 43 हजार 200 मानव दिवस श्रम के वार्षिक लक्ष्य की पूर्ति 50 प्रतिशत कर ली गई है।
अब तक 13 लाख 49 हजार 721 मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
जिले में 62 स्वीकृत गौशालाओं में 55 पूर्ण कर ली गई है। इनमें 48 गौशालायें स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित है।
निराश्रित गौवंशीय पशुओं का रखने 92 अस्थाई बाडे बनाकर 162 हकारे रखे गये हैं। प्रभारी मंत्री ने इसे आदर्श व्यवस्था बताते हुए
इन अस्थाई बाडों को एनजीओ और सामाजिक संगठनों को सौपने के भी निर्देश दिये।