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शासकीय स्कूलों की छत से टपक रहा पानी, झड़ रहा प्लास्टर गरीब बच्चों के सिर पर मंडरा आ रहा है मौत का खतरा

जिला मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़

शासकीय स्कूलों की छत से टपक रहा पानी, झड़ रहा प्लास्टर गरीब बच्चों के सिर पर मंडरा आ रहा है मौत का खतरा

(राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की)

(पढ़िए सरगुजा संभागीय ब्यूरो चीफ सुरेश कुमार साहू की खास ख़बर)

राज्य छत्तीसगढ़
जिला एमसीबी जनपद पंचायत भरतपुर क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत कमर्जी के प्राथमिक पाठशाला हमराडंडी स्कूल भवन मरम्मत के अभाव में खस्ताहाल हो गए हैं।

हालत यह है कि किसी स्कूल की छत से पानी टपक रहा है तो किसी की दीवार झुक गई है।

जब तेज बारिश होती है तो पानी कमरों में आ जाता है। ऐसे में बच्चों का पढ़ाई करना मुसीबत से कम नहीं है। ऐसे भवनों में बच्चे जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं।

जर्जर स्कूल भवन एक ही हैं जो काफी पुराने हो चुके हैं। सालों पुराने इन भवनों में स्कूल संचालित हो रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग की नजर इस ओर नहीं जाती है। सबसे अधिक परेशानी बरसात के दिनों में होती है जब तेज बारिश होती है तो पूरा पानी छतों से पटकने लगता है।

ऐसे में पूरे कक्षाओं में पानी भर जाता है। ऐसे में बच्चे ठीक ढंग से यहां बैठ भी नहीं पाते हैं। कई स्कूलों में तो मजबूरन छुट्टी कर देना पड़ती है।

मरम्मत के लिए नहीं करते हैं सरपंच सचिव जो कि इनको बताया गया है ।स्कूलों बच्चों को बैठने का परेशानियां हो रहा है।

अक्सर शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूल प्राचार्यों व प्रभारियों को यह हिदायत देते हैं कि आप शाला निधि से मरम्मत करा लें, लेकिन यह राशि बहुत कम होती है। इसमें इस तरह के काम होना संभव ही नहीं होते हैं।

ऐसे में समस्या बनी रहती है और इन खस्ताहाल भवनों की मरम्मत भी नहीं हो पाती है।

बिना प्लान के बना दिए जाते हैं अतिरिक्त कक्ष
शिक्षा विभाग स्कूलों में जगह के अभाव में अतिरिक्त कक्ष बनाता है।

इसके लिए जो भी खाली जगह स्कूल प्रांगण में दिखाई देती है, वहीं पर भवन बना दिया जाता है। इसमें या तो स्कूल प्राचार्य बताते हैं या फिर शिक्षा विभाग के आला अधिकारी तय करते हैं।

इस तरह से बिना प्लान के ही कक्ष आगे से आगे तैयार होते जाते हैं और स्कूल भवन का पूरा नक्शा ही बिगड़ जाता है। इसके लिए कोई विधिवत प्लान नहीं बन पाया जिससे यह स्थिति निर्मित हो रही है।

अतिरिक्त कक्ष में लगाना पड़ रही कक्षाएं
प्राथमिक पाठशाला हमराडंडी स्कूल केंद्र की तो हालत और भी ज्यादा खराब है। यहां तो छत और दीवारों से प्लास्तर गिरता है।

जमीन से भी पानी रिसते हुए कक्ष में भर जाता है मजबूरी में प्राइमरी की सभी कक्षाएं अतिरिक्त कक्ष में लगाना पड़ रहा हैं।

बारिश होते ही बंद हो जाती है दर्जनों स्कूलों में पढ़ाई
छतों से गिरता है

प्लास्टर
शहर के सुभाष हायर सेकंडरी स्कूल में प्राथमिक पाठशाला अमराडंडी कक्षाओं में छत का प्लास्टर ही गिर रहा है।

आए दिन टपकते प्लास्तर से बच्चे भी घायल हो सकते हैं। अन्य कक्षों में भी छत से पानी टपक रहा है। लंबे समय से यहां कक्ष की छत पर कबेलू हैं। इनकी मरम्मत के बाद भी यहां पानी टपकना बंद नहीं होता।

जमीन में से कक्ष में आ जाता है पानी प्राथमिक पाठशाला हमराडंडी स्कूल केंद्र की हालत भी काफी खराब है। यहां क्षतिग्रस्त दीवारों की तो मरम्मत हो गई है

लेकिन अब स्कूली बच्चे नई समस्या का सामना कर रहे हैं। यहां बारिश का पानी फर्श में से होता हुआ कक्ष में भर जाता है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है।

शहर और आसपास के स्कूलों में ऐसे हैं हालात स्कूल के बच्चे इस समय काफी परेशान हैं।

यहां स्कूल परिसर के चारों तरफ पानी भरा हुआ है। बच्चों को इस पानी के बीच से होकर स्कूल तक पहुंचना पड़ता है। यहां भी छतों से पानी टपकता है।प्राथमिक पाठशाला हमराडंडी स्कूल केंद्र में बारिश पानी टपकता है क्लासरूमो में

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