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जिला में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया निर्णय दुर्घटना की प्रबल आशंका वाली सड़कों का सेफ्टी ऑडिट कराया जाए

सतना जिला मध्य प्रदेश

जिला में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया निर्णय दुर्घटना की प्रबल आशंका वाली सड़कों का सेफ्टी ऑडिट कराया जाए

(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)

मध्य प्रदेश जिला सतना में सडक सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न दुर्घटना की आशंका वाली सडकों का रोड सेफ्टी आडिट कराये
ब्लैक स्पाट खत्म कर दुर्घटनाओं को रोकने के प्रयास हो
सडक सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न

मध्य प्रदेश जिला सतना में 13 अगस्त 2024/सांसद श्री Ganesh Singh की अध्यक्षता में संपन्न सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि दुर्घटना की प्रबल आशंका वाली सड़कों का रोड सेफ्टी ऑडिट कराया जाएगा

सतना जिले में मौजूद सड़कों के ब्लैक स्पॉट में सुधार की कार्यवाही से ब्लैक स्पॉट खत्म कर दुर्घटनाओं की आशंका कम की जाएगी।

इस मौके पर प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती Pratima Bagri भी मुख्य रूप से उपस्थित रही। उन्होंने कहा कि सतना शहर के यातायात को सुगम और व्यवस्थित किया जाए।

इस अवसर पर विधायक श्री सिद्धार्थ कुशवाहा, महापौर श्री योगेश ताम्रकार, कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष गुप्ता, आरटीओ संजय श्रीवास्तव, डीएसपी ट्रैफिक संजय खरे, एसडीएम नीरज खरे, राहुल सिलाडिया सहित विभागीय अधिकारी और सदस्य उमेश प्रताप सिंह, कमलेश गौतम भी उपस्थित थे।

सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में आरटीओ संजय श्रीवास्तव ने बताया कि सतना और मैहर सम्मिलित जिले में कुल 10 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए थे। तथा 54 दुर्घटना संभावित क्षेत्र रहे हैं।

जिनमें 10 दुर्घटना संभावित क्षेत्र मैहर में चले गए हैं।
डीएसपी संजय खरे ने सतना जिले के चिन्हित 5 ब्लैक स्पॉट में पिछले 3 वर्षों में हुई दुर्घटना हत-आहत व्यक्तियों और सुधार के किए गए उपायों की जानकारी में बताया कि पिछले 3 वर्षों में खाम्हा खूझा के ब्लैक स्पॉट पर 8 दुर्घटनाओं में 8, कृपालपुर में 8 दुर्घटनाओं में 2 व्यक्ति, बेला में 14 दुर्घटनाओं में 10 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है।

रनेही मोड के ब्लैक स्पॉट में 5 दुर्घटना में 2 मौत और दुबहाई पुलिया सेमरिया रोड में 5 दुर्घटना में 2 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है।

इस प्रकार 3 साल में कुल 94 सड़क दुर्घटनाओं में 77 लोग घायल हुए तथा 34 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है।

सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में बेला ब्लैक स्पॉट पर टोल रोड में हुई दुर्घटना मृत्यु पर गहरी चिंता जताते हुए रोड का सेफ्टी ऑडिट कराने तथा ब्लैक स्पॉट खत्म करने की कार्यवाही के निर्णय लिए गए। डीएसपी ट्रैफिक ने बताया कि सतना से रीवा रोड और पन्ना रोड पर हैवी ट्राफिक रहता है और सर्किट हाउस चौक तथा सेमरिया चौक पर यातायात दबाव कम करने के उपाय जरूरी है।

बैठक में सिविल लाइन चौक के समीप हेलमेट की संरचना हटाने, प्रतिहार होटल के सामने की खुली पुलिया की दीवार हटाकर समतल स्पेस बनाने और हनुमान मंदिर से कोठी रोड पर आवागमन के मार्ग सुगम करने के निर्देश दिए गए।

सतना शहर में नो इंट्री पाइंट के पुर्ननिर्धारण पर भी चर्चा की गई।

इसमें यूसीएल तिराहे से पाइंट हटाकर मंडी तिराहे के पास तक ले जाने पर विचार किया गया।

निर्णय लिया गया कि पुराना मंडी का गेट खोलकर छोटा रास्ता बनाया जाएगा।

नो इंट्री में 16 टन के भार क्षमता वाहन के आधार को संशोधित कर कमर्शियल सेवाओं में लगे ट्रैक्टर-ट्राली और चार पहिया, छह पहिया, भार वाहक ट्रैकों को बाजार में नो इंट्री के दौरान प्रतिबंधित करने के संबंध में भी विचार किया गया।

प्राइवेट बसों के बस स्टैंड से संचालन और कहीं भी बसें रोककर सवारी लेने की परंपरा पर चर्चा के दौरान निर्णय लिया गया

बस स्टैंड से आवागमन करने वाली यात्री बसों के शहर के भीतर स्थानक तय किये जाएं और इसके अलावा अन्य स्थानों पर बसें खड़ी करने पर कार्यवाही की जाएगी।

ट्रैफिक पुलिस को यातायात व्यवस्थित करने किराए पर क्रेन लिए जाने की स्वीकृति दी गई।

डीएसपी ट्रैफिक ने बताया कि बिना हेलमेट दो पहिया वाहन चालकों के 7363 समन में 21 लाख 33 हजार रूपये की चालान राशि वसूली गई है।

वहीं तीन सवारी के दो पहिया वाहन चालकों पर 890 समन में 44500 रुपए की राशि वसूली गई है। सोलेशियन फंड योजना में 49 प्रकरण भेजे गए हैं।

सिविल सर्जन ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर ट्रैक्टर-ट्रालियों में बड़ी मात्रा में सवारियों को ले जाया जाता है

जिसे दुर्घटना होने पर हत-आहत की संख्या बढ़ती है इस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।

सांसद श्री सिंह ने कहा कि जिला अस्पताल के दोनों बाह्य प्रवेश द्वार पर अव्यवस्थित यातायात और दुकानों, ठेलों के अतिक्रमण से इमरजेंसी सेवाओं में रुकावट आती है।

जिला अस्पताल के सामने की पार्किंग को शिफ्ट करने और अस्पताल के दोनों इन्ट्री पाइंट पर यातायात की व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए गए।

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