गुलवारा पंचायत में रातों दिन चल रहा (अवैध-उत्खनन) का कारोबार, प्रशासनिक अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
कटनी जिला मध्य प्रदेश

गुलवारा पंचायत में रातों दिन चल रहा (अवैध-उत्खनन) का कारोबार, प्रशासनिक अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
(पढिए जिला कटनी ब्यूरो चीफ ज्योति तिवारी की खास खबर)
मध्य प्रदेश जिला कटनी शहर से सटे ग्राम गुलवारा में जिला प्रशासन के द्वारा 20 हेक्टर से अधिक सरकारी भूमि पर नगर वन बनाया जा रहा है।
सड़क के एक तरफ तार फेंसिंग कर पौधारोपण सहित अन्य कार्य कराए जा रहे हैं, तो सड़क के दूसरी तरफ तालाब की खुदाई कराई जा रही है।
अफसरों का कहना है कि तालाब को स्वरूप देकर उसके चारों तरफ वाकिंग ट्रेक बनाया जाएगा।
लेकिन यहां खुदाई देखकर मंजर कुछ और ही बयांन कर रहे हैं।
सरकारी अनुमति की आड़ में बेहिसाब खनन कर मुरूम का विक्रय किया जा रहा है।
इस खनन की मॉनिटरिंग ना तो वन विभाग के अफसर कर रहे हैं और ना ही खनिज विभाग के। मौके पर वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद नहीं रहते।
जानकारों का कहना है की कमाई के उद्देश्य से बेतरतीब तरीके से तालाब को खोदकर मुरूम का विक्रय किया जा रहा है।
दिनभर यहां जेसीबी से तालाब की खुदाई की जाती है और रात में हाईवा वाहनों से मुरूम का परिवहन किया जाता है। इससे न सिर्फ तालाब का स्वरूप बिगड़ रहा है वही नगर वन योजना को भी पलीता लगता नजर आ रहा है।
650 क्यूबिक मीटर मुरूम का परिवहन
खनिज विभाग के अधिकारियों की माने तो गुलवारा में खसरा नंबर 1365 में मुरूम के परिवहन की ठेकेदार को अनुमति दी गई है।
अब तक 650 क्यूबिक मीटर की टीपी जारी हो चुकी है।
अनुमति की अवधि 17 जनवरी से 16 अप्रैल तक निर्धारित है।
यह है योजना
20 सेक्टर में वन विभाग, जिला पंचायत, हाउसिंग बोर्ड के संयुक्त प्रयास से प्रशासन द्वारा यह वन तैयार कराया जाना है। इस वन की खासियत यह होगी कि यह संरक्षित वन क्षेत्र की तरह नहीं बल्कि आम लोगों के घूमने, जिम करने और प्रकृति के सौंदर्य को निहारने के अलावा इवेंट कराने के लिए बेहतर स्थान के रूप में मौजूद रहेगा।
नगर वन में मनरेगा से कन्वेंशन हॉल बनेगा।
वन विभाग द्वारा फेसिंग, प्लांटेशन, सौंदरीकरण का काम कराया जाएगा।
हाउसिंग बोर्ड बिल्डिंग, कैंटीन, वॉशरूम, टिकट काउंटर, गेट, लाइट, पेवर ब्लॉक का काम कराएगी। इसके बाद अन्य विभागों को जोड़कर अन्य काम कराए जाएंगे।
गर्ल्स कॉलेज के सामने बन गई खाईयां
तालाब से कुछ दूर शासकीय कन्या महाविद्यालय का नया भवन बना हुआ है।
इस भवन के ठीक सामने भी खनन माफियाओं ने खुदाई कर समतल जमीन को खाई के रूप में तब्दील कर दिया है।
सड़क से सटकर हुई खुदाई के कारण यहां पढ़ने के लिए आगामी समय में आने वाली छात्राओं के साथ गंभीर हादसे और घटनाएं होने का खतरा बना हुआ है।
इनका कहना है
सहायक खनिज अधिकारी पवन कुशवाहा ने इस संबंध में बातचीत करते हुए कहा कि विभाग के द्वारा ही कार्य कराया जा रहा है।
उत्खनन किस तरीके से किया जाना है यह संबंधित अधिकारी ही बता सकते हैं। स्वीकृत क्षेत्र से अन्य स्थान पर खनन होने की शिकायत नहीं मिली है।
इस संबंध में बातचीत करते हुए रेंजर वन परिक्षेत्र कटनी नवी अहमद खान ने कहा कि नगर वन के अंतर्गत तालाब के स्वरूप में सुधार कराया जा रहा है
तालाब की नियमानुसार ही खुदाई की जा सकती है। तत्काल ही मौके पर जाकर जांच की जाएगी।