*बच्चों को पढ़ाई एवं खेल हेतु करें प्रेरित – कमिश्नर हमारे जनजातीय समाज के कारण हमारी संस्कृति जीवित है – कमिश्नर*
शहडोल जिला मध्यप्रदेश

बच्चों को पढ़ाई एवं खेल हेतु करें प्रेरित – कमिश्नर
हमारे जनजातीय समाज के कारण हमारी संस्कृति जीवित है – कमिश्नर
खेल जीत की शपथ लेकर ही खेलना चाहिए – एडीजीपी
रिपोर्टर – चंद्रभान सिंह राठौर (संभागीय ब्यूरो चीफ)
शहडोल/1 अक्टूबर 2022/
कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा ने कहा है कि हमारे बच्चे तथा हमारे युवाओं को सभी लोग मिलकर अच्छी पढ़ाई एवं अच्छे खेल खेलने हेतु प्रेरित एवं प्रोत्साहित करें। जिससे हमारे बच्चे एवं युवा पीढ़ी का विकास, उनकी उन्नति एवं प्रगति का मार्ग प्रशस्त हो सके। हमारी युवा पीढ़ी सब काम को छोड़कर पढ़ना तथा खेलना शुरू करें। पढ़ने से भविष्य बेहतर होगा तथा खेलने से शरीर के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों के शासकीय सेवाओं में जाने का द्वार खुलेगा। सभी लोग अपने बच्चों को पढ़ाएं, जिससे वह बड़े होकर कुछ बने तो जब ग्राम के लोग उनके पास जाएं और उनसे मिले तो उनका कार्य जल्दी हो सके तथा उन्हें किसी भी प्रकार का डर नहीं लगे। उनके मन में लगना चाहिए कि उनके ही क्षेत्र का व्यक्ति आज बड़े स्थानों में बैठा हुआ है। इस हेतु बच्चों को अच्छी शिक्षा अवश्य दें। उक्त उद्बोधन कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा ने अनूपपुर जिले के ग्राम बीजापुरी नंबर-1 में आयोजित काष्ठ शिल्पी स्वर्गीय फूंदेलाल धुर्वे स्मृति कमिश्नर कप प्रतियोगिता के दौरान व्यक्त किए।
प्रतियोगिता को संबोधित करते हुए कमिश्नर शहडोल संभाग ने कहा कि हमारे जनजातीय समाज के कारण ही हमारी संस्कृति एवं परंपरा भारत देश में आज भी जीवित है।
उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति भाई के साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ देता है, और ग्राम तथा समाज के साथ मिलकर तीज त्यौहार मनाता है और अपने कर्तव्यों का पूरा निर्वहन पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ करता है, वह व्यक्ति किसी से कम नहीं होता और मैं उसे भारत का सर्वश्रेष्ठ नागरिक मानता हूं। कमिश्नर ने कहा कि सभी फुटबॉल खिलाड़ी बहुत अच्छा खेले तथा फुटबॉल क्रांति हमारी युवा पीढ़ी के लिए बहुत सही रास्ता है। हमारी युवा पीढ़ी बीएसएफ, सीआईएसफ, सेना, होमगार्ड, राज्य पुलिस में जाएं और जाने का रास्ता खेल से ही खुलता है और आज मध्यप्रदेश में जनजातीय समाज के लड़के एवं लड़कियां मेहनत करके भारतीय प्रशासनिक सेवा एवं भारतीय पुलिस सेवा तथा अन्य बड़े-बड़े पदों में भी जा रहे हैं।
प्रतियोगिता को संबोधित करते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन दिनेश चंद्र सागर ने कहा कि चाहे जो भी खेल हो खिलाड़ियों को हमेशा खेल जीत की शपथ लेकर ही खेलना चाहिए। खेल एक प्रतिस्पर्धा है, खुद को जानने का, खुद को काबिल बनाने का, खुद को एक बेहतर व्यक्तित्व प्रदान करने का। उन्होंने कहा कि खेल नियमित रुप से मनोरंजन और शारीरिक गतिविधियों को प्राप्त करने का अच्छा साधन है। यह चरित्र और अनुशासन को बनाये रखने में भी काफी सहायक होता है, यह हमें सक्रिय बनाती है और हमें ऊर्जा और ताकत देती है। नियमित रुप से खेल खेलने से मानसिक और शारीरिक वृद्धि को प्रोत्साहन मिलता है।
ग्राम पंचायत बीजापुरी नंबर 1 जिला अनूपपुर में काष्ठ शिल्पी स्वर्गीय फुंदेलाल धुर्वे स्मृति कमिश्नर कप फुटबॉल क्रांति प्रतियोगिता का फाइनल मैच मौहरी एवं कुंवरसेजा के बीच खेला गया। जिसमें कमिश्नर एवं एडीजीपी ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करते हुए उन्हें खेल हेतु खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। प्रतियोगिता में दोनों ही टीमें निर्धारित समय में 0-0 की बराबरी पर समाप्त हुआ। पेनाल्टी शूटआउट से मौहारी की टीम 5 -4 से विजेता का खिताब अपने नाम किया। प्रतियोगिता में 50 ग्राम पंचायतों की फुटबॉल टीम ने भाग लिया। इस दौरान कमिश्नर एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक द्वारा ग्राम मौहरी के विजेता टीमों को सील्ड तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष हीरालाल सिंह, जनपद पंचायत सदस्य पुष्पराजगढ़ नर्मदा सिंह धुर्वे, सहायक संचालक खेल राईस अहमद खान सहित अन्य संबंधित अधिकारी, खिलाड़ी एवं ग्रामीण जन तथा फुटबॉल खेल प्रेमी उपस्थित थे।