*जिले कलेक्टर एवं पुलिस अधीक शांतिपूर्ण चुनाव के लिये प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियां प्रारंभ करें*
सतना जिला मध्य प्रदेश

*जिले कलेक्टर एवं पुलिस अधीक शांतिपूर्ण चुनाव के लिये प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियां प्रारंभ करें*
सेक्टर मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी करें संयुक्त भ्रमण
नगरीय निकायों के आसन्न एवं पंचायत चुनाव की तैयारियों संबंधी बैठक
(पढ़िए मध्य प्रदेश हेड राजमणि पांडे की रिपोर्ट)
मध्य प्रदेश जिला सतना में 28 मई 2022 को राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदेश में पंचायतों के आम चुनावों की घोषणा किये जाने के फलस्वरुप शनिवार को कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में संपन्न पुलिस अधिकारियों एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट की संयुक्त बैठक में पंचायत चुनाव एवं आसन्न नगरीय निकाय के चुनावों के दृष्टिगत प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियां प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए हैं। सेक्टर मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों को ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकायों के वार्डों में संयुक्त भ्रमण कर वर्नरेबल और क्रिटिकल क्षेत्रों का आंकलन भी करने के निर्देश दिए गए हैं।
पंचायत चुनावों की तैयारी बैठक में पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, अपर कलेक्टर राजेश शाही, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसके जैन, सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सीईओ जनपद पंचायत, एसडीओपी, उप पुलिस अधीक्षक, और थाना प्रभारी उपस्थित थे।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयुक्त द्वारा त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन 2022 के कार्यक्रमों की घोषणा के पश्चात आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील हो गई है और जिले में सभी आवश्यक प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियों के आदेश लागू किये गये हैं। कलेक्टर ने कहा कि पूरा प्रशासकीय तंत्र अब इलेक्शन मोड में आकर कार्य करे। सीमित समय में पंचायत और नगरीय निकाय के चुनाव शांतिपूर्ण, विधि-सम्यक और भय रहित वातावरण में सुनिश्चित कराना है। उन्होने कहा कि जिले में पंचायत चुनावों के साथ ही नगरीय निकाय के चुनाव की प्रक्रिया भी साथ-साथ प्रारंभ होने की संभावना है।
कलेक्टर ने कहा कि कानून और व्यवस्था की दृष्टि से ग्राम पंचायत स्तर और नगरीय निकायों के वार्ड स्तर पर पुलिस और राजस्व के अधिकारी संयुक्त भ्रमण करें। मतदान केंद्रों की स्थिति, वर्नरेबल, क्रिटिकल मतदान केंद्रों की पहचान कर विधि-सम्यक कार्यवाहियां सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि संवेदनशील और अति-संवेदनशील केंद्रों की पहचान और चिन्हित करने का कार्य वास्तविक और सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर गंभीरतापूर्वक करें। पंचायत चुनावों एवं नगरीय निकायों के चुनाव के लिए आवश्यक व्यवस्था पूर्ण कर ली गई है। जिले में पंचायत चुनावों के लिए मत पेटी और नगरीय निकाय चुनावों के लिए ईवीएम की पर्याप्त उपलब्धता है। उन्होने कहा कि सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र के मतदान केन्द्रों का भौतिक सत्यापन करायें तथा बारिश के समय के हिसाब से मतदान केन्द्रों की व्यवस्थायें सुनिश्चित रखें। संपत्ति विरुपण अधिनियम का कड़ाई से पालन करे तथा आदर्श आचरण संहिता जिले में 15 जुलाई तक लागू रहेगी, उसका भी पालन सुनिश्चित करायें।
पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने कहा कि चुनाव का कार्य महाकुंभ की तरह होता है। इसमें प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को टीम भावना से कार्य करते हुये निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, भयरहित वातावरण में चुनाव संपन्न कराना एकमात्र उद्देश्य होता है। इस बार सीमित समय में पंचायत और नगरीय निकाय के चुनाव एक साथ संपन्न कराने की संभावना हैं। इसलिए हर कार्यवाही को समयबद्ध रुप से पूर्ण करें। प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियां, शस्त्र को जमा करने, बांड ओवर की 107, 16 और 110 की कार्यवाही करें। आगामी 4-5 दिनों में पुलिस और राजस्व अधिकारी संयुक्त रुप से वार्ड और गांवो का भ्रमण करें और प्रिविटिव कार्यवाहियां करें। बांड ओवर की कार्यवाही मौके पर करायें।
अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजेश शाही ने बताया कि जिले में पंचायतों के चुनाव की तैयारी और कार्यवाहियां पूर्व से ही जारी हैं। नगरीय निकाय और पंचायतों के आम चुनाव से संबंधित आवश्यक व्यवस्थाएं और कार्यवाहियां चिन्हांकित कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि जिले में पंचायत और नगरीय निकायों के लिए आर.ओ, ए.आर.ओ नियुक्त हैं। मतगणना स्थल, स्ट्रांग रूम, मतदान केंद्र आदि सभी चिन्हांकित कर लिए गए हैं। जिले में पंचायती राज संस्थाओं के 8 जनपदों में 191 जनपद सदस्य, जिला पंचायत के 26 सदस्य, 695 ग्राम पंचायतों के सरपंच और 11 हजार 826 पंच पदों के चुनाव होने हैं।