Breaking Newsअन्य राज्यआगराइंदौरइलाहाबादउज्जैनउत्तराखण्डगोरखपुरग्राम पंचायत बाबूपुरग्वालियरछत्तीसगढ़जबलपुरजम्मू कश्मीरझारखण्डझाँसीदेशनई दिल्लीपंजाबफिरोजाबादफैजाबादबिहारभोपालमथुरामध्यप्रदेशमहाराष्ट्रमेरठमैनपुरीयुवाराजनीतिराजस्थानराज्यरामपुररीवालखनऊविदिशासतनासागरहरियाणाहिमाचल प्रदेशहोम

*रामनगर स्टेडियम उद्घाटन करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री एवं राज्य मंत्री के साथ जिला उच्च अधिकारीयों की उपस्थिति में पत्रकारों का किया गया अपमान नहीं मिली बैठने की जगह*

तहसील रामनगर जिला सतना मध्य प्रदेश

*रामनगर स्टेडियम उद्घाटन करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री एवं राज्य मंत्री के साथ जिला उच्च अधिकारीयों की उपस्थिति में पत्रकारों का किया गया अपमान नहीं मिली बैठने की जगह*

(पढ़िए मध्य प्रदेश हेड राजमणि पांडे की रिपोर्ट)

आइए जानते हैं पूरा मामला मध्य प्रदेश सतना जिला के अंतर्गत तहसील रामनगर में आज दिनांक 17 अप्रैल 2022 को रामनगर ब्लॉक के अंतर्गत देवराज नगर गिधैला में केंद्रीय राज मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते वीरांगना रानी दुर्गावती स्टेडियम उद्घाटन करने पहुंचे एवं मध्य प्रदेश राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल जैतपुर से विधायिका मनीषा सिंह व्यवहारी विधायक शरद कॉल एवं दिग्गज नेता भी रहे उपस्थित

जिसमें जिला के जिला कलेक्टर अनुराग वर्मा पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह यादव जिला अपर कलेक्टर रामनगर एसडीएम एवं तहसीलदार और रामनगर मुख्य कार्यपालन अधिकारी रामनगर थाना प्रभारी अन्य थाना के थाना प्रभारी भी अपने हमराही स्टाफ ओं के साथ उपस्थित रहे रामनगर महिला बाल विकास परियोजना प्रभारी शिवि शर्मा एवं स्टाफ भी उपस्थित रहे व्यवस्था चौक चौबंदी बनी रहे

पढ़िए पत्रकारों का कहां हुआ अपमान

सबसे बड़ी बात तो यह है कि पत्रकारों के लिए वीरांगना रानी दुर्गावती स्टेडियम में पत्रकारों को बैठने की भी व्यवस्था नहीं बनाई गई

जो कि सतना मैहर अमरपाटन रामनगर के पत्रकार भी रहे उपस्थित क्योंकि पत्रकारों का काम है कवरेज करना लेकिन सबसे बड़ी बात यह भी है कि पत्रकार देश का चौथा स्तंभ है

इतनी बड़ी गलती केंद्रीय मंत्री और राज्य मंत्री के आने पर पत्रकारों का अपमान किया जाए यह दुर्भाग्य की बात है एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के मध्य प्रदेश माननीय शिवराज सिंह पत्रकारों को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं

और दूसरी तरफ वही पार्टी के नेता पत्रकारों को जलील करने में कोई कसर नहीं करते शायद यह मंत्री नेता भूल रहे हैं कि जो शासन-प्रशासन की आई हुई योजना एवं मंत्रियों के बड़े-बड़े भाषण एवं मंत्रियों के बारे में

यदि पत्रकार लिखना पढ़ना और जनता को संदेश देना बंद कर दे तो यही नेता और मंत्रियों को कोई जनता पहचानने वाली नहीं है

फिर भी पत्रकार बिना तनख्वाह लिए ही मंत्री एवं नेताओं के के बारे में लिखकर जनता तक संदेश पहुंच आते हैं

फिर भी नेता वोट लेने वाली जनता को ही नहीं मानते तो यह बिना तनख्वाह लिए काम करने वाले पत्रकारों को क्या सम्मान देंगे सिर्फ सोचते हैं तो अपने बारे में और देश का चौथा स्तंभ ऐसे ही बिना तनख्वाह के काम करता रहे और नेताओं मंत्रियों के बारे में अच्छी-अच्छी लिखता रहे और भ्रष्टाचार यदि लिख दिया तो फिर सभी नेता एकत्रित होकर वही पत्रकारों को जेल भिजवाने में कसर नहीं करते

यह है हमारे हिंदुस्तान का दुर्भाग्य

Related Articles

Back to top button