*होली का पर्व जिले की सौहार्दपूर्ण परम्परा के अनुरूप मनाया जावे – कलेक्टर मीना*
अनुपपूर जिला मध्य प्रदेश

होली का पर्व जिले की सौहार्दपूर्ण परम्परा के अनुरूप मनाया जावे – कलेक्टर मीना
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक संपन्न
रिपोर्टर – चंद्रभान सिंह राठौर संभागीय ब्यूरो चीफ
अनूपपुर/15 मार्च 2022/
होली पर्व, सबेबारात, चैत्र नवरात्रि को दृष्टिगत रखते हुए जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल, अपर कलेक्टर सरोधन सिंह, एसडीओपी सुश्री कीर्ति बघेल सहित समिति के सदस्य, जनप्रतिनिधिगण, सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी, पत्रकार तथा सर्व संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर सोनिया मीना ने सभी को होली का पर्व सद्भावना, शांतिपूर्वक व सावधानीपूर्वक मनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस दौरान जबरन चंदा वसूली न करें, रास्ते में पत्थर या अन्य अवरोधक न रखें तथा प्रतिबंधित रंगों का उपयोग न करें। विद्युत, टेलीफोन खम्भों, लाइनों और घरों से दूर होलिका दहन किया जावे। मुख्य मार्गों या चौराहों के मध्य होलिका दहन न किया जाए। होलिका दहन के लिए ईमारती लकड़ी, फलदार वृक्ष एवं हरे वृक्षों की लकड़ी का उपयोग न कर गोबर के कण्डे का होलिका दहन किया जाए। होली/धुरेडी के पर्व में किसी व्यक्ति को इच्छा के विरूद्ध जबरन रंग ना लगाया जावे। कलेक्टर मीना ने कहा कि कोई भी व्यक्ति ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग बिना अनुमति के नहीं कर सकेंगे। उन्होंने सभी थाना स्तर पर शांति समिति की बैठक आयोजन की समीक्षा की। कलेक्टर सुश्री मीना ने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा होली के पर्व को ध्यान में रखते हुए कानून व्यवस्था, विद्युत, साफ-सफाई, फायर ब्रिगेड तथा स्वास्थ्य व्यवस्था की जा रही है।
इस अवसर पर भीड़ वाले स्थानों में यातायात की समुचित व्यवस्था की जावेगी, जिससे लोगों को कठिनाई ना हो। कलेक्टर ने होली पर्व हेतु सुरक्षा, साफ-सफाई, पेयजल एवं प्रकाश की सम्पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने जिले में इस पर्व को सोहार्दपूर्ण मनाने के लिए अधिकारी एवं कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंप दी है। जिला स्तरीय शांति समिति के सदस्यों ने कहा कि शांति एवं सद्भावना की वर्षों पुरानी जिले की परम्परा के अनुरूप होली/धुरेड़ी का पर्व आपसी सद्भाव एवं भाईचारे के साथ मनाया जावेगा। पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल ने कहा कि होली के पर्व को पूर्व परम्परा के अनुरूप सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाए जाने की कायम रहे। इस हेतु सभी सामाजिक संगठनों तथा जिम्मेदार लोगों को जनसंवाद तथा आपसी चर्चा कर बैठक में लिए गए निर्णय से अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों के द्वारा किसी भी प्रकार की घटना करने पर तत्काल पुलिस को सूचना दी जावे। होली/धुरेडी पर्व के दौरान पुलिस मोबाइल पार्टी के द्वारा मानीटरिंग सुनिश्चित की जाएगी। किसी भी प्रकार की घटना घटने पर 100 डायल करके इसकी सूचना पुलिस को दी जा सकेगी। इस अवसर पर पुलिस विभाग का अमला गली, चौराहों में कडी निगरानी रखेंगे।
आयोजित पर्व के दौरान डॉक्टरों की आकस्मिक ड्यिूटी लगाई जाएगी। जिले को होली/धुरेड़ी के अवसर पर शुष्क दिवस घोषित किया जाएगा। इस दौरान मदिरा का क्रय/विक्रय/भण्डारण/परिवहन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। होली पर्व को दृष्टिगत रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि दो पहिया वाहनों में दो से ज्यादा सवारी यात्रा न करे तथा यात्रा के दौरान नशा या मुखौटा लगाकर वाहन न चलाएं इस पर सभी थाना प्रभारियों को विशेष निगरानी रखने को कहा गया है। होली के त्यौहार के दिन केवई, शिवलहरा, सकरा, सोन नदी, तिपान नदी वैराज, चचाई डैम, जैतहरी झाईताल डेम, राजेन्द्रग्राम जुहिला डेम एवं अमरकंटक डैम में पिकनिक एवं नहाने के उद्देश्य से आने वाले लोगों को खतरे वाले स्थान से दूर रहने की हिदायत के साथ ही होमगार्ड के जवान तैनात किए जाएंगे।
नागरिकों से अपील की गई है कि वह जल भराव वाले क्षेत्रों में न जाएं, जिससे किसी तरह की कोई जनहानि न हो सके। बैठक में अपर कलेक्टर सरोधन सिंह ने कहा कि मिल-जुल कर त्यौहार को मनाने की परम्परा को कायम रखा जाए। सोशल मीडिया आदि के माध्यम से किसी तरह का कोई दुष्प्रचारित संदेश प्रेशित न हो इसके लिए समाज के जिम्मेदार लोग अपने लोगों को समझाईश दें। बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य शासन के राजस्व हित को देखते हुए 17 मार्च को रात 11 बजे से 18 मार्च को शाम 6 बजे तक जिले में ड्राई डे रहेगा। 18 मार्च को शाम 6 बजे खुलने वाली मदिरा दुकानों के परिसर में मदिरा पान प्रतिबंधित रहेगा।
बैठक में जल भराव क्षेत्रों में होमगार्ड की व्यवस्था के साथ ही निकायों को प्रतिबंधात्मक एरिया को चिन्हत करने के लिए रस्सी बांधने, लाईटिंग टार्च तथा एनाउसमेन्ट के लिए साउंड सर्विस की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी निकाय के अधिकारियों को दिए गए।