*ग्राम पंचायत क्योंटार(पटौरा टोला) और रोहिला कछार के निवासी सड़कों कि सुविधा से वंचित, सही सड़क न होने से हैं परेशान*
तहसील जैतहरी जिला अनुपपूर मध्य प्रदेश

ग्राम पंचायत क्योंटार(पटौरा टोला) और रोहिला कछार के निवासी सड़कों कि सुविधा से वंचित, सही सड़क न होने से हैं परेशान
रिपोर्टर – संभागीय ब्यूरो चीफ
जैतहरी/तहसील एवं जनपद पंचायत जैतहरी अन्तर्गत ग्राम पंचायत क्योंटार पटौरा टोला एवं रोहिला कछार के ग्रामीणों को सड़कों को लेकर काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। कई वर्षों से यह मुरूम वाली सड़क ज्यों कि त्यों पड़ी हुई है। चुनावों में इसपर कभी मरम्मत के नाम पर मुरूम डली भी तो वह भी भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गई।

सूत्र बताते हैं कि इस सड़क पर कई घोटाले भी हो चुके हैं, ग्राम पंचायत पर विगत कई वर्षों से कई अधिकारियों का तबादला होता रहा पर सड़क निर्माण पर किसी भी जिम्मेदारों कि नजर तक नहीं पड़ी।
आपको बता दें कि ग्रामीण परेशान होकर एसडीएम जैतहरी को भी ज्ञापन देकर परेशानियों से अवगत कराते हुए सड़क बनवाने व मरम्मत कराने कि मांग कर चुके हैं। इस सड़क कि जानकारी स्वयं खाद्य मंत्री बिसाहू लाल सिंह को भी है और उन्हे भी ज्ञापन सौंपकर मांग की गई थी।
इसकी जानकारी जनपद पंचायत सीईओ जैतहरी को भी कई बार दी जा चुकी है पर जिम्मेदारों का ध्यान पता नहीं कब इस सड़क पर पड़ेगी। आपको बता दें कि एसडीएम जैतहरी से इस मामले पर बात करने पर उन्होंने ज्ञापन प्राप्त न हो पाने कि बात कही। बाद में इनके द्वारा आर ई एस विभाग को पत्र लिखे जाने और सड़क निर्माण कार्य कराए जाने कि बातें भी कही गई थी।
देखना दिलचस्प होगा कि आखिरकार कब तक ग्रामीणों को प्रशाशन व जिला प्रशाशन सुविधा मुहैया करा पाती है।
दूसरी ओर ध्यान देने वाली बात यह भी है कि यहां स्वास्थ्य सुविधा का लाभ लेने और आपातकालीन चिकित्सा सुविधा को प्राप्त न कर पाने में इस सड़क कि अहम भूमिका रहती है। क्योंकि जर्जर सड़क होने के कारण एंबुलेंस सुविधा भी यहां तक नहीं आ पाती है। और इस सुविधा को पाने के लिए दो किलोमीटर दूर दो पहिया वाहन से मरीज को ले जानें कि जरूरत पड़ती है। बरसात में इन सड़कों को देखना दिलचस्प हो जाता है। इन जर्जर सड़कों पर दुघर्टना घटने और गाड़ियां फशने कि बात आम सी हो गई है। जिला प्रशासन और जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं देंगे तो ग्रामीणों को बड़ी दुघर्टना का शिकार होने जैसी परेशानियां हो सकती हैं। बच्चों को स्कूल आवागवन में भी सड़कों के कारण काफी असुविधा होती है।




