*मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रामीणों की जागरूकता पर दी बधाई*
जिला शहडोल मध्य प्रदेश

सफलता की कहानी
मुख्यमंत्री चौहान ने ग्रामीणों की जागरूकता पर दी बधाई
जिले का आदिवासी बाहुल्य ग्राम जमुई को मिला शत – प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त करने का गौरव
संभागीय ब्यूरो चीफ चन्द्रभान सिंह राठौर कि कलम से
शहडोल/ 01 जुलाई 2021 /प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिन गुरुवार दिनांक 1 जुलाई 2021 को शहडोल प्रवास के दौरान जमुई ग्राम का भ्रमण किया।
उन्होंने टीकाकरण कार्य में प्रमुख भूमिका निभाने वाले ग्राम पंचायत सरपंच भैयालाल बैगा, उप सरपंच मीनू सिंह, बलराम गुप्ता, कमल प्रताप सिंह, पंचायत सचिव अविनाश शुक्ला,ए.एन.एम. फूलमती सिंह, सी.एच.ओ. सोनम जायसवाल एवं सोनिया पाण्डेय, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रभा सिंह, ललिता सिंह, सरस्वती केवट, आशा कार्यकर्ता गीता कहार, लक्ष्मी मिश्रा, सत्यप्रभा मिश्रा तथा जन अभियान परिषद के वाॅलेटिंयर्स एवं जिला प्रशासन के कार्यों की सराहना की तथा उन्हें सम्मानित भी किया।
मध्यप्रदेश में शत – प्रतिशत टीकाकरण का संदेश ग्राम जमुई से देश भर में जाना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आदिवासी बाहुल्य जमुई ग्राम सबके लिए अनुकरणीय है।
आपने टीकाकरण के बाद भी मास्क का नियमित उपयोग करने, सामाजिक दूरी बनाकर रखने तथा भीड़ – भाड़ से बचने के साथ ही जिला प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करने की अपील ग्रामीणों से की। उन्होंने जिला प्रशासन की सक्रिय पहल की भी सराहना की।
विश्वव्यापी कोरोना संक्रमण के निदान में विशेषज्ञों द्वारा बचाव हेतु दिए गए उपायों को जिले के आदिवासी बाहुल्य ग्राम जमुई के निवासियों ने अपनाकर अपनी जागरुकता का परिचय दिया है।
जमुई गाँव के 18 वर्ष से अधिक उम्र के शत – प्रतिशत लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। जमुई ग्राम जिले ही नही प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए उदाहरण बन गया है।
जिला मुख्यालय शहडोल से 08 किलोमीटर दूर बसे जमुई ग्राम के लोगों ने अपने आपको कोरोना संक्रमण से सुरक्षित कर लिया है। गांव की जनसंख्या 3180 है।
18 वर्ष से ऊपर के 1855 व्यक्ति निवासरत है। गांव में बैगा एवं गोंड़ जनजातीय के लोगों की बहुलता है। जमुई गांव के 1782 लोगों का टीकाकरण 6 जून से 12 जून के मध्य किया गया।
शेष 16 गर्भवती माताओं, 25 व्यक्ति कोरोना पाॅजिटिव होने के कारण, 2 लोग गांव से बाहर होने के कारण तथा जनसंख्या सूची में 30 मृत व्यक्तियों का नाम नही कटने के कारण टीकाकरण नही हो सका।