* जिला सिंगरौली मे फर्जी नियुक्ति पत्र देकर बेरोजगारों से मोटी रकम एठते थे आरोपी, फर्जी नियुक्ति पत्र छापने वाला प्रिंटिंग प्रेस मालिक भी धराया*
जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश

*एनसीएल में फर्जी नियुक्ति करने वाले गिरोह के 4 सदस्य गिरफ्तार*
*फर्जी नियुक्ति पत्र देकर बेरोजगारों से मोटी रकम एठते थे आरोपी, फर्जी नियुक्ति पत्र छापने वाला प्रिंटिंग प्रेस मालिक भी धराया*
*एनसीएल के कई विभागों के फर्जी सील समेत फर्जी मेडिकल पुस्तक भी जप्त*
बीते दिनों एनसीएल में भर्ती परीक्षा में हुई धांधली को लेकर उठे बवाल के बाद अब *एनसीएल समेत ओबी कंपनी में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले एक शातिर गिरोह* को मोरवा पुलिस ने पकड़ा है। इस गिरोह के द्वारा एनसीएल समेत क्षेत्र की ओवरबर्डन कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार लोगों के अभिभावकों से मोटी रकम ऐंठी जाती थी। इसके मुख्य सरगना पर विभिन्न प्रकरणों में पूर्व से ही मामले दर्ज हैं।
जानकारी अनुसार विगत दिन *प्रार्थी भागवत प्रसाद वर्मा निवासी एनसीएल कॉलोनी निगाही एवं कृष्णा प्रसाद साकेत निवासी चंदावल विंध्यनगर* ने मोरवा थाने में आकर तहरीर दर्ज कराई थी की *रीवा निवासी सौरभ सिंह* द्वारा 3 माह पूर्व एनसीएल के बड़े अधिकारियों से परिचय का झांसा देकर नौकरी लगवाने की बात की थी। इसके झांसे में आकर प्रार्थी भागवत प्रसाद वर्मा ने अपने पुत्र कि नौकरी की बात उससे कर ली।
गौरतलब है कि बीते दिनों एनसीएल में आए ऑपरेटर पद के लिए क्षेत्र के तमाम बेरोजगारों ने आवेदन किया था। आरोपियों द्वारा नौकरी के एवज में *8 से 10 लाख रूपए की डिमांड* की थी, जिसके बाद प्रार्थी ने अपने बेटे एवं उसके साथी प्रदीप पनिका की नौकरी के लिए *7 लाख रकम भी मुहैया* करा दी थी। इसके बाद आरोपियों द्वारा *ऑपरेटर व फिटर पद के लिए फर्जी दस्तावेज* तैयार कर जॉइनिंग लेटर भी दे दिया गया था। *फर्जी जॉइनिंग लेटर को लेकर ठगे युवक* जब जोइनिंग के लिए मुख्यालय पहुंचे तब यह मामला संज्ञान में आया। जिसके बाद प्रार्थी की तहरीर पर *पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र कुमार सिंह* के दिशा निर्देशन *अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर* के मार्गदर्शन व *एसडीओपी मोरवा* के सतत् निगरानी में थाना *प्रभारी मनीष त्रिपाठी* द्वारा आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक दो विभिन्न प्रकरण क्रमांक क्रमशः 76/21 धारा 420, 467, 468, 471, 472 ताहि एवं 78/21 धारा 420, 467, 468, 471, 472 ताहि कायम कर आरोपियों की तलाश की जाने लगी। जिसके बाद साइबर सेल और मुखबिर की सूचना के आधार पर मुख्य आरोपी *सौरभ सिंह प्रशांत सिंह पिता प्रशांत सिंह उम्र 27 वर्ष निवासी बरहदी थाना रायपुर कर्चुलियान जिला रीवा व उसके सहयोगी अनिल सिंह पिता तेज बहादुर सिंह उम्र 45 वर्ष निवासी ग्राम कुबरी थाना कमर्जी जिला सीधी* को भागते समय सीधी के पास गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही एनसीएल में उसके सहयोगी कर्मी *रविंद्र सिंह पिता स्वर्गीय कुमार सिंह राजपूत उम्र 52 वर्ष साकिन दूधिचुआ कॉलोनी एनसीएल परियोजना* को भी पकड़ लिया गया। पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर मोरवा पुलिस ने *फर्जी नियुक्ति पत्र छापने वाले शारदा प्रिंटिंग प्रेस अनपरा के मालिक बृजेश भारद्वाज पिता रामप्रीत भारद्वाज उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम परासी* को भी गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से *नगद पैसे समेत एक तोला सोने की चेन, 3 मोबाइल, फर्जी नियुक्ति पत्र एनसीएल के अधिकारियों के सील समेत एनसीएल अस्पताल की मेडिकल बुक* जप्त कर लिया है। सभी आरोपियों को आज पुलिस अभिरक्षा में न्यायालय में पेश किया जाएगा।
*पूर्व में भी दर्ज हैं मामले*
बताया जाता है कि बीते वर्ष आरोपियों द्वारा विंध्यनगर निवासी कृष्णा साकेत से एनसीएल में नौकरी दिलाने के नाम पर भी रकम ऐंठी थी। जिसके विरुद्ध भी इनके ऊपर मामला दर्ज किया गया। इसके अलावा बीते वर्ष जनवरी माह में इनके द्वारा प्रार्थी दिनेश कुमार साकेत से 60 हजार की ठगी की गई थी, जिसपर इनके विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला भी दर्ज हुआ था। गौरतलब है कि इस गिरोह का सरगना सौरभ सिंह वर्ष 2018 में नौकरी के नाम पर ठगी करने के मामले में साल भर जेल भी जा चुका है।
*आरोपियों के पास से इन विभागों के मिले सील*
पुलिस ने पकड़े गए शातिर आरोपियों के पास से एनसीएल मुख्यालय में पर्सनल डिपार्टमेंट समेत केंद्रीय प्रशिक्षण अधिकारी एनसीएल बीना परियोजना, प्रणाली विभाग एनसीएल सिंगरौली, केंद्रीय चिकित्सा अधिकारी एनसीएल सिंगरौली, कर्मचारी स्थापना विभाग एनसीएल सिंगरौली एवं बीजीआर वीपीआर कंपनी के सील बरामद किए हैं। इसके अलावा पुलिस ने उनके पास से एनसीएल जिला चिकित्सालय की फर्जी मेडिकल पुस्तक भी बरामद की है, जिसके आधार पर यह लोगों को ठगा करते थे।
*सभी फर्जी दस्तावेज अनपरा सोनभद्र के एक प्रिंटिंग प्रेस में होते थे तैयार*
लोगों को फर्जी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह ने अनपरा सोनभद्र के शारदा प्रिंटिंग प्रेस मालिक बृजेश भारद्वाज से सांठगांठ की थी जिसके तहत सारे फर्जी दस्तावेज और सील यहां तैयार की जाती थी।
उक्त आरोपियों की गिरफ्तारी में उपनिरीक्षक सरनाम सिंह, सहायक उपनिरीक्षक साहब लाल सिंह, प्रधान आरक्षक संतोष सिंह, अरविंद चौबे, डीएन सिंह, आरक्षक संजय परिहार, राहुल चौहान, राकेश यादव, गुड्डू सिंह, महिला आरक्षण ज्योति पांडे व साइबर सेल बैढ़न से आरक्षक सोवाल वर्मा, विजय खरे, दीपक परस्ते की सराहनीय भूमिका रही।




