*जिला अनूपपुर बिजुरी में शराब ठेकेदारो के दम पर चल रहा थाना एवं आबकारी विभाग, जिम्मेदार कर रहे हैं ठेकेदार मााफिया की गुलामी*
बिजुरी जिला अनूपपुर मध्य प्रदेश

👉 *बिग ब्रेकिंग न्यूज़* 👈👉 *उमरिया/शहडोल/अनूपपुर समाचार* 👈
👉 *शराब ठेकेदार के दम पर चल रहा थाना व आबकारी विभाग, जिम्मेदार कर रहे हैं ठेकेदार मााफिया की गुलामी* 👈
👉 *(संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रभान सिंह राठौर की कलम से अनूपपुर)*
👉 *अनूपपुर/बिजुरी समाचार* 👈
शराब माफिया का साम्राज्य बिजुरी थाना क्षेत्र के कोने-कोने में फैला पसरा है जो बिना भय व बिना रोक-टोक के शराब बेचने का कार्य कर रहे हैं जिस पर अब तक कार्यवाही ना होने से शराब माफिया के हौसले बुलंद हैं। अपराध को बढ़ाने में नशा का बड़ा योगदान होता है जो किसी भी अंजाम को कर सकने में किसी प्रकार की हिचकिचाहट नहीं करते हैं।बिजुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत शराब माफिया द्वारा हर जगह अपने गुर्गों को बैठा कर शराब बेचने का कार्य धड़ल्ले से जारी है
नगर के चौक चौराहों से लेकर गांव की गली-गलियारों तक चारो ओर अवैध शराब की बिक्री के चलन ने जोर पकड़ा है क्षेत्र का युवा शराब की लत में मदहोश होकर अपराध की दुनिया में जा रहा है
बावजूद इसके स्थानीय पुलिस का अमला व आबकारी विभाग का मौन रहना इनके कर्तव्य परायण कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है
*गांव-गांव बिक रही है शराब*
बिजुरी थाना क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के साथ-साथ कोयलांचल नगरी भी है जहां भिन्न भिन्न राज्यों के शिक्षित अशिक्षित व मजदूर वर्ग निवास करते हैं
शराब माफिया द्वारा इसी का फायदा उठाकर उन मजदूरों व उनके बच्चों को शराब आसानी से मुहैया करा नशे के दलदल में धकेल रहे हैं जिसमें नगर व उससे लगे सभी पंचायतों में मुख्य जगहों पर शराब का कारोबार संचालित है जहां से परोसने का कार्य धड़ल्ले से किया जाता है
*खुलेआम हो रही है सप्लाई*
बिजुरी थाना क्षेत्र में शासन के अनुरूप लाइसेंसी शराब के देशी व विदेशी दुकान होने के बावजूद नगर के प्रमुख चौराहों कालोनियों व ग्रामीण क्षेत्रों के पंचायतों में शराब माफिया स्थानीय पुलिस व आबकारी विभाग के मिलीभगत से दुकानें संचालित करवा रहा है जिससे लोगों को शराब आसानी से उपलब्ध हो जाती है
*नाक के नीचे दर्जनों ठीहे हैं*
बिजुरी थाना क्षेत्र में दर्जनों अवैध शराब के ठीहे हैं जहां शराब के साथ-साथ पीने की भी उत्तम व्यवस्था की जाती है। इन ठीहो में देर रात तक जाम छलकता है आखिर देर रात तक किसके दम पर खुलेआम संचालित हो रहे हैं
यह शराब के ठीहे। लगभग 12:00 रात्रि तक नगर का दुकान संचालित रहता है शाम होते ही नगर में शराब के शौकीनों का मजमा आसानी से शोरगुल, गाली-गलौज करते दर्जन भर आसानी से देखे जा सकते हैं
*महिलाऐं बच्चियां सबसे ज्यादा परेशान*
नगर में स्थित शराब दुकान मुख्य बाजार पर है जहां से रेलवे स्टेशन की दूरी महज 50 मीटर तो कन्या विद्यालय की दूरी सौ मीटर है
जिसके कारण स्कूल आने-जाने वाली बच्चियों से लेकर यात्रा, बाजार करने वाली महिलाऐं तक अक्सर छींटाकशी का शिकार होते रहती हैं कई बार संचालित शराब दुकान को दूसरे स्थान पर करने की मांग तक उठ चुकी है लेकिन प्रशासन के जिम्मेदार अमला के कानों में तब तक जूं नहीं रेंगती जब तक कोई घटना घटित ना हो जाए वही सबसे ज्यादा दुखी ग्रहणी महिलाऐं रहती हैं
जो घुट-घुट कर जी रही हैं महिलाऐं जिनके पति और जिसके युवा पुत्र को शराब पीने की बुरी लत पकड़ चुकी है यदि उन युवकों के माता-पिता नशे कि मनाही के लिऐ किसी प्रकार कि डांट फटकार लगाते हैं तो युवक नशे में क्षुब्ध होकर अपने जान पर आतुर हो जाते हैं।