जिला कलेक्टर ने विभागों में वृक्षारोपण की कार्य योजना एक सप्ताह में करें प्रस्तुत
सतना जिला मध्य प्रदेश

जिला कलेक्टर ने विभागों में वृक्षारोपण की कार्य योजना एक सप्ताह में करें प्रस्तुत
(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)
मध्य प्रदेश जिला सतना 05 मई 2025/सोमवार को संपन्न समय-सीमा प्रकरणों की बैठक में कलेक्टर #सतना डॉ. सतीश कुमार एस ने जल गंगा संवर्धन अभियान और आगामी वृक्षारोपण की कार्य योजना तैयारी की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि सभी विभाग आगामी बरसात के समय किए जाने वाले वृक्षारोपण की तैयारियों की कार्य योजना एक सप्ताह के भीतर जिला पंचायत को प्रस्तुत करें। बैठक में कलेक्टर ने समय-सीमा पत्रको के निराकरण की विभागवार समीक्षा भी की।
इस मौके पर अपर कलेक्टर स्वप्निल वानखडे, सीईओ जिला पंचायत संजना जैन, आयुक्त नगर निगम शेर सिंह मीना, एसडीएम जीतेन्द्र वर्मा, आरएन खरे, राहुल सिलाडिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनपद पंचायत के सीईओ और नगरीय निकायों के सीएमओ उपस्थित रहे।
समय-सीमा प्रकरणों की बैठक में कलेक्टर ने सबसे पहले विभागों के अंर्तरविभागीय विषयों पर चर्चा कर निराकरण किया।
इनमें रेल्वे के सतना-पन्ना रेल खंड में भू अर्जन के प्रकरणों में एसडीएम नागौद को निर्देशित किया कि सभी प्रकरणों में अगले सप्ताह तक धारा 19 का प्रकाशन हो जाना चाहिए। कार्य को प्राथमिकता में लेकर की गई कार्यवाही की कल शाम 5 बजे तक रिपोर्ट करें।
लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग के महाप्रबंधक शंकर लाल की अनुपस्थिति पर कलेक्टर ने नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
नर्मदा घाटी विकास के मुद्दे पर भू अर्जन अधिकारी को 87 अवार्ड के लिए फाइल प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए उरदना, खूंझा, बिहटा, सहित मझगवां और नागौद तहसील में जमीन संबंधी कठिनाइयों का निराकरण करने के निर्देश संबंधित क्षेत्र के एसडीएम को दिए।
एमपीआईडीसी, टूरिज्म लोक निर्माण सेतु निगम, वन विभाग, स्मार्ट सिटी के धवारी तालाब, एमपीएसआर डीसी, जल निगम और मत्स्य विभाग के अंर्तरविभागीय समन्वय के लिए कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
कलेक्टर ने जल निगम के महाप्रबंधक विवेक गुप्ता से सोहावल जनपद की बाबूपुर ग्राम पंचायत के देवरा में पेयजल टंकी के निर्माण में भूमि संबंधी कठिनाइयों संबंधी रिपोर्ट आज शाम तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
खेल अधिकारी को कहा कि खेल मैदान और स्टेडियम में खिलाड़ियों की खेल संबंधी सुविधाओं से वंचित नहीं रखा जाना चाहिए। उन्होंने नागौद के मौहारी कटरा में मत्स्य विभाग के तालाब से अवैध अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी दिए।
समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने आवेदन पत्रों में दी गई तारीख और समय लाइन पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं होने पर एनआईसी डीआईओ परमीत कौर के प्रति अप्रसन्नता व्यक्त की। जनसुनवाई के प्रकरणों में तिथि अंकन करने के निर्देश के साथ कलेक्टर ने डीआईओ का एक सप्ताह का वेतन काटने के निर्देश भी दिए।
सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा में कलेक्टर ने एक हजार दिवस और 300 दिवस के ऊपर की शिकायतों की सभी विभागों से अद्यतन स्थिति की जानकारी भेजने के निर्देश दिए। एक हजार दिवस से अधिक 94 शिकायतें लंबित मिली।
जिनमें 62 राजस्व, 5 नागरिक आपूर्ति और स्वास्थ्य, 3 आदिम जाति कल्याण और 3 निर्वाचन की रही। इसी प्रकार 300 दिवस से अधिक की कुल लंबित 2000 शिकायतों में 600 राजस्व विभाग और 122 सीमांकन की रही। कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक शिकायत को देखें और नियमानुसार निराकृत नहीं की जा सकने वाली शिकायतें फोर्स क्लोज के लिए प्रस्तुत करें।
कलेक्टर ने कहा कि अगले तीन दिन अधिकारी सीएम हेल्पलाइन पर ध्यान दें। तीन दिन बाद एल वन अधिकारियों से गूगल मीट की जाएगी। सीएम हेल्पलाइन की ग्रेडिंग में सतना जिला 15वें स्थान पर है।
ई-ऑफिस की समीक्षा में कलेक्टर ने कहा कि अभी 4-5 विभाग ही इसमें शामिल हुए हैं।
ई-ऑफिस का दायरा बढायें, कलेक्ट्रेट की स्थापना शाखा, जिला संयोजक आदिम जाति शाखा, डीपीसी, जिला पंचायत को भी शामिल करें।
स्थानांतरण नीति का सभी अधिकारी अध्ययन कर लें। ट्रांसफर मई माह में ही किए जाएंगे और आदेश ई-ऑफिस के जरिए जारी होंगे। किसी भी विभाग के प्रस्ताव 12 मई के बाद स्वीकार नहीं किए जाएंगे। कलेक्टर ने कहा कि नगर निगम सतना में 6 लाख समग्र दिख रहे हैं।
डुप्लीकेट इंट्रिया सत्यापन के बाद डिलीशन कराये। कलेक्टर ने अधीक्षक भू अभिलेख को कहा कि आरसीएमएस, सीमांकन, नक्शा सुधार की अपडेट जानकारी प्रतिदिन सुबह प्रस्तुत करेंगे।
कलेक्टर ने समाधान ऑनलाइन की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रस्तुत नवाचार के अनुक्रम में राजस्व रिकार्डों का संधारण और मंदिर की भूमि और पुजारियों की स्थिति की जानकारी भी पंजीबद्ध करने के निर्देश एसडीएम को दिए।
जिला कलेक्टर ने जिला पर्यटन संवर्धन समिति भी गठित करने के निर्देश दिए।
वृक्षारोपण कार्य की तैयारी की समीक्षा में कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण विकास, वन, उद्यानिकी, कृषि, औद्योगिक निवेश तथा उद्योग केंद्र, माइनिंग, स्कूल शिक्षा, महिला बाल विकास, स्वास्थ्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, लोक निर्माण एवं सड़क से जुड़े विभाग, पशुपालन, नगरीय निकाय अपने विभाग के अंतर्गत किए जाने वाले वृक्षारोपण की कार्य योजना में पौधों की संख्या, पौधों की उपलब्धता, साईट चयन, सुरक्षा और सिंचाई के बिंदुओं को शामिल कर एक सप्ताह में कार्य योजना प्रस्तुत करें