भारत दिनभर तेल माफियाओं का बड़ा खेल बेनकाब….
जिला कटनी मध्य प्रदेश

भारत दिनभर तेल माफियाओं का बड़ा खेल बेनकाब….
(पढिए जिला कटनी ब्यूरो चीफ ज्योति तिवारी की खास खबर)
पतंजलि के “महाकोष” की जगह बिक रहा था नकली “महासुख”
मध्य प्रदेश जिला कटनी से दिल्ली तक फैला फर्जीवाड़ा
कटनी। स्वास्थ्य और विश्वास पर सबसे बड़ा हमला! नामी-गिरामी ब्रांड पतंजलि फूड्स लिमिटेड के खाद्य तेल “महाकोष” की नकल कर उपभोक्ताओं को धोखा देने वाला एक बड़ा गैंग बेनकाब हुआ है।
दिल्ली की वाणिज्यिक अदालत के आदेश पर कटनी पुलिस ने उस फैक्ट्री पर छापा मारा, जहां खुलेआम “महासुख” ब्रांड नाम से नकली तेल तैयार किया जा रहा था।
अदालत तक पहुंचा मामला, उपभोक्ता हो रहे थे गुमराह
पतंजलि फूड्स लिमिटेड को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि बाजार में महासुख नाम से तेल बिक रहा है,
जिसकी पैकेजिंग हूबहू “महाकोष” जैसी है। आम उपभोक्ता असली और नकली में फर्क ही नहीं कर पा रहे थे।
कंपनी ने इस पर अदालत का दरवाजा खटखटाया। अदालत ने मामले को गंभीर मानते हुए लोकल कमिश्नर मुकेश कुमार शर्मा को जांच के आदेश दिए।
कटनी में चल रही थी नकली फैक्ट्री
26 अगस्त को जब कटनी में श्री जी एंटरप्राइजेज नामक फैक्ट्री पर छापा मारा गया, तो हड़कंप मच गया।
यह फैक्ट्री महेश चंद्र जैन के संचालन में चल रही थी। यहां से भारी मात्रा में नकली तेल, पैकेजिंग सामग्री, ढक्कन, बोतलें और महाकोष जैसे लेबल बरामद हुए।
फैक्ट्री सील कर दी
पुलिस और लोकल कमिश्नर की टीम ने मौके पर ही सबूत जब्त कर फैक्ट्री सील कर दी। जांच में साफ हुआ कि यहां पतंजलि के रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क और कॉपीराइट की खुलेआम चोरी हो रही थी।
सेहत पर खतरा – नाम पर खिलवाड़
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जिस नकली तेल को महासुख नाम से बाजार में उतारा जा रहा था, उसकी क्वालिटी बेहद घटिया और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक थी। ब्रांडेड पैकिंग और चमकदार लेबल देखकर लोग इसे असली समझकर इस्तेमाल कर रहे थे
जबकि असल में यह जहरीला माल उनकी सेहत पर सीधा वार कर रहा था।
अदालत के सख्त निर्देश
अदालत ने आदेश दिया है कि अब ‘महासुख’ नाम से तेल का उत्पादन, बिक्री, भंडारण और प्रचार पूरी तरह गैरकानूनी होगा। अगर कोई भी व्यापारी या कंपनी इस आदेश का उल्लंघन करेगी तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई होगी।
उपभोक्ताओं को चेतावनी
विशेषज्ञों का कहना है कि यह केवल व्यापार में धोखाधड़ी नहीं, बल्कि जन स्वास्थ्य के साथ बड़ा अपराध है।
नकली तेल शरीर पर गंभीर असर डाल सकता है। ऐसे में उपभोक्ताओं को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध उत्पाद की तुरंत शिकायत करने की अपील की गई है।
यह मामला साबित करता है कि मुनाफे के लालच में कुछ व्यापारी लोगों की जान से खेलने तक से नहीं चूकते। कटनी की यह कार्रवाई एक बड़ी शुरुआत है
लेकिन सवाल यह है कि आखिर ऐसे तेल माफियाओं का जाल कितने और जिलों में फैला है?*




