प्रदेश के नागरिकों को आपात स्थिति में उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थानों में उपचार उपलब्ध कराने हेतु शुरू की गई सुविधाएं
जिला जबलपुर मध्य प्रदेश

प्रदेश के नागरिकों को आपात स्थिति में उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थानों में उपचार उपलब्ध कराने हेतु शुरू की गई सुविधाएं
(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)
मध्य प्रदेश जिला जबलपुर में प्रधानमंत्री श्री एयर एंबुलेंस से जबलपुर से एम्स भोपाल भेजा गया तीसरा मरीज़
प्रदेश के नागरिकों को आपात स्थिति में उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थानों में उपचार उपलब्ध कराने शुरू की गई
पीएम श्री एयर एंबुलेंस सेवा द्वारा आज रविवार को जबलपुर से 38 वर्षीय अजीत पांडे को एम्स भोपाल शिफ्ट किया गया। रीवा निवासी श्री पांडे तीसरे मरीज हैं
जिन्हें राज्य शासन द्वारा शुरू की गई इस सेवा से जबलपुर से इलाज हेतु उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थान भेजा गया है।
इसके पहले 26 जून और 7 जुलाई को एक-एक मरीज को गम्भीर हालत में पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सेवा से जबलपुर से उच्च स्तरीय उपचार हेतु एम्स भोपाल भेजा गया था।
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा ने बताया कि 11 अगस्त को रीवा में श्री अजीत पांडे अपनी स्कूटी से कहीं जा रहे थे । उन्होंने अपना साइड स्टैंड बंद नहीं किया था ।
एक जगह मोड आने पर साइड स्टैंड के खुला होने के कारण स्कूटी पलट गई,
जिससे उन्हें गंभीर चोटें लगी और वे बेहोश होकर कोमा में चले गये । उन्हें रीवा में शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ हालत में सुधार ना होने पर उन्हें जबलपुर लाया गया और यहां एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिश्रा ने बताया कि स्थिति गंभीर होने पर श्री पांडे को आज रविवार को पीएम श्री एयर एंबुलेंस सेवा द्वारा भोपाल एम्स हेतु स्थानांतरित किया गया । उन्होंने बताया कि श्री पांडे आयुष्मान कार्डधारी थे, इसलिए राज्य शासन के निर्देशासनुसार एयर एंबुलेंस की सेवा उन्हें निःशुल्क उपलब्ध कराई गई ।
श्री पांडे को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे नई दिल्ली से एयर एंबुलेंस आकर भोपाल ले गई जहां उन्हें एम्स भोपाल में भर्ती कर दिया गया । उनके साथ उनकी पत्नी श्रीमती ममता पांडे भी एयर एंबुलेंस से भोपाल गई हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा के मुताबिक पीएम श्री एयर एंबुलेंस सेवा से श्री पांडे को एम्स भोपाल शिफ्ट करने के लिये उनकी टीम में शामिल डॉक्टर विनीता उप्पल और कुमारी श्रेया अवस्थी ने लगातार प्रयास किया जिससे समय पर उन्हें स्थानांतरित हो पाया।