*पशु तस्करों पर लगातार कार्यवाही के बाद भी नहीं है खोफ कोतमा विधानसभा क्षेत्र में आखिर किन के द्वारा दिया जा रहा पशु तस्करों को संरक्षण*
अनुपपुर जिला मध्य प्रदेश

पशु तस्करों पर लगातार कार्यवाही के बाद भी नहीं है खोफ कोतमा विधानसभा क्षेत्र में आखिर किन के द्वारा दिया जा रहा पशु तस्करों को संरक्षण
रिपोर्टर – सी.एस. राठौर (संभागीय ब्यूरो चीफ) के साथ विकास सिंह राठौर
जिला – अनूपपुर,(मध्य प्रदेश)
अनूपपुर/कोतमा
अनूपपुर जिले के कोतमा थाना अंतर्गत लगातार पशु तस्कर के ऊपर कार्यवाही करते हुए पुलिस कार्य कर रही है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्ला ढाबा हाईवे रोड के पास 16 चक्का वाहन UP90AT= 2151 में 34 भैंसें ठूस ठूसकर भरे गए थे इसमें 17 मवेशी, 16 पड़ा और 1 भैंस को क्रूरतापूर्वक ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। जानकारी में ड्राइवर ने अपना नाम फैयाज अहमद पिता कल्लू अहमद उम्र 42 वर्ष निवासी सिट्टी थाना सिट्टी जिला कानपुर का होना बताया गया जिसे पुलिस द्वारा गिरफ्तार करते हुए पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है
लेकिन लगातार कार्यवाही होने के बावजूद भी पशु तस्कर अपने करतूतों से बाज नहीं आ रहे आखिर कोतमा विधानसभा क्षेत्र के अंदर इन तस्करों को किनके द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही के बावजूद भी इनके हौसले बुलंद देखे जा रहे हैं व पशु तस्करी का कारोबार लगातार जारी किया जा रहा है कहीं ना कहीं पशु तस्करों को कोतमा विधानसभा क्षेत्र के नेताओं का ही संरक्षण प्राप्त हो रहा
जिससे लगातार पशु तस्कर कोतमा विधानसभा क्षेत्र में अपना डेरा जमा कर बैठे हैं। पुलिस ने कार्यवाही करने के दौरान क्या यह जानकारी प्राप्त की की पशु तस्कर यूपी से चलकर यहां तक किसके माध्यम से आया था अखिल वाहन चालक को मौके पर मौजूद पशु तक किसने पहुंचाया कोई न कोई तो शक्श जरूर इस पशु तस्करी में सनलिप्त है जिसकी जानकारी हो न हो पुलिस को है या फिर पुलिस उन्हें बचाने का प्रयास कर रही है अगर इन सब के पीछे पुलिस जानकारी एकत्रित करें तो निश्चित ही पशु तस्कर के सरगना व इन्हे संरक्षण देने वालों के गिरेबान तक पुलिस पहुंच सकती हैं और हमारा कोतमा विधानसभा क्षेत्र पशु तस्करों से मुक्त हो सकता है।
जनप्रतिनिधि भी हो रहे दरकिनार
अक्सर देखा जाता है कहीं भी अगर राजनीति कोई मुद्दा होता है तो जनप्रतिनिधि उसे एक बहुत ही अच्छे तरीके से अपनी राजनीति के जरिए शासन-प्रशासन को अवगत कराते हुए अपने मुद्दों पर चर्चा करते हैं लेकिन आज वही क्षेत्र में हो रहे पशु तस्कर को लेकर कभी भी कोई भी जनप्रतिनिधि सामने नहीं आया जबकि कोतमा विधानसभा क्षेत्र के अंदर कई ऐसे युवा व वरिष्ठ हैं
जो इन सब मुद्दों पर आवाज बुलंद कर सकते हैं व कोतमा विधानसभा क्षेत्र से हो रहे पशु तस्करों की नस्लों को तोड़ने में अहम भूमिका निभा सकते हैं लेकिन फिर भी सभी अपनी चुप्पी साधे हुए हैं। जानकारों कि माने तो क्षेत्र के कई गरीब किसान जो अपनी खेती करने के लिए समुचित साधन ना होने पर बैल, व पड़ों के माध्यम से ही खेती करते हैं लेकिन आज वही देखा जा रहा है कि आस – पास के क्षेत्र में पशु तस्करों ने अपना जमावड़ा लगा रखा है व कुछ ऐसे दलाल जो पशु तस्करों से मिलकर गरीब किसानों के खेती किसानी के माध्यम को भी चोरी कर पशु तस्करों को सप्लाई कर रहे हैं।
पशुओं को वाहन में लोड करने में आखिर किन लोगों ने की मदद क्या उन्हें नहीं थी पशु तस्करों की जानकारी
एक सवाल यह भी आता है कि पशुओं को वाहन में लोड करने के लिए जिन मजदूरों या ग्रामीणों को बुलाया गया था क्या उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि इन पशुओं की तस्करी की जा रही है या फिर वह सब पशु तस्करों का बराबर साथ देते आ रहे हैं व कार्यवाही ना होने से आज तक बचते आ रहे चंद पैसों के लिए अपने जमीर को बेचकर पशु तस्करी में कई ऐसे लोग शामिल हैं जो शराफत का चोला ओढ़ कर पशु तस्करी का घिनौना कार्य कर रहे हैं पुलिस को पशु तस्करों का साथ देने वाले हर एक व्यक्ति पर कार्यवाही करनी होगी तब जाकर पशु तस्करों का खेल समाप्त किया जा सकता है।
इनका कहना है।
पुलिस द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है पशु तस्कर में सम्मिलित किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाएगा।
अजय कुमार बैगा
थाना प्रभारी कोतमा




