*मध्याह्न भोजन के गुणवत्ता में किसी प्रकार की समझौता बर्दाश्त नहीं – कलेक्टर*
शहडोल जिला मध्यप्रदेश

मध्याह्न भोजन के गुणवत्ता में किसी प्रकार की समझौता बर्दाश्त नहीं – कलेक्टर
मध्याह्न भोजन से बच्चों के पोषण में सकारात्मक परिणाम आने चाहिए – कलेक्टर
कलेक्टर ने जिले के मध्याह्न भोजन योजना के क्रियान्वयन किया समीक्षा
रिपोर्टर – चंद्रभान सिंह राठौर
शहडोल/25 दिसंबर 2022/
कलेक्टर वंदना वैद्य ने अधिकारियों को निर्देशित कि जिले में मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता में किसी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्कूली छात्रों को गुणवत्ता एवं पोषणयुक्त भोजन मुहैया कराया जाए भोजन में भरपूर पोषण की मात्रा हो। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि मध्याह्न भोजन से बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास में सकारात्मक परिणाम आने चाहिए। उक्त निर्देश कलेक्टर वंदना वैद्य आज जिले के मध्याह्न भोजन योजना के क्रियान्वयन समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिए।
बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति व पोषण की स्थिति को सुधारना, पढ़ाई को बीच में छोड़ देने वाले बच्चों की संख्या में कमी लाना है। सभी अधिकारी इसमें सहभागिता निभाएं तथा बच्चों के पोषण आहार में किसी प्रकार की लापरवाही ना करें। उन्होंने कहा कि जैसे हम अपने बच्चों को बेहतर से बेहतर पोषण एवं गुणवत्तायुक्त आहार प्रदान करते हैं, उसी प्रकार हमारे विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र हमारे ही बच्चे हैं, यह समझ कर उन्हें बेहतर पोषण आहार मुहैया कराएं जिससे कि उनमें शारीरिक एवं मानसिक रूप से गुणात्मक सुधार हो सके।
बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कुछ दिवस पहले मेरे द्वारा जनपद पंचायत ब्योहारी सहित अन्य विभिन्न जनपदों के भ्रमण के दौरान मध्याह्न भोजन का निरीक्षण किया गया। जिसमें पाया गया कि कुछ स्थानों में गुणवत्तायुक्त भोजन बच्चों को दिया जा रहा है, पर कुछ स्थानों पर बच्चों को गुणवत्तायुक्त भोजन नहीं दिया जा रहा है, जिस पर कार्यवाही भी की गई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसा कोई भी कार्य या लापरवाही ना करें जिससे कि अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की आवश्यकता पड़े।
बैठक में कलेक्टर को अधिकारियों द्वारा बताया गया कि मध्याह्न भोजन पकने तथा सभी व्यंजन स्कूल में मुख्याध्यापक की देख-रेख में बनता है, खाना बनाने में सिर्फ आयोडाईज्ड नमक का प्रयोग होता है, प्रत्येक स्कूल में प्रतिदिन विद्यार्थियों के लिए उपस्थिति रजिस्टर, राशन के लिए स्टाक बुक व कैश बुक का होना अनिवार्य होता है।
स्कूल में रसोई घर, स्टोर, पीने, खाना पकाने व बर्तन धोने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी की उपलब्धता तथा खाना बनाने व परोसने के लिए बर्तन है। जिस पर कलेक्टर ने कहा कि भोजन उचित पैमाने पर गुणवत्तायुक्त पकाया तथा साफ – सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। इस दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो स्व – सहायता समूह मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता पर लापरवाही करता है, उसे तत्काल हटाकर बदल दिया जाए। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जयसिंहनगर संजीव तिवारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।