*छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करें अभिभावक – कमिश्नर*
शहडोल जिला मध्यप्रदेश

छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करें अभिभावक – कमिश्नर
ध्वनि विस्तारक यंत्रो का कम से कम उपयोग करें – कमिश्नर
ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग करते समय सर्वोच्च न्यायालय की गाइडलाइन का पालन करें
रिपोर्टर – चंद्रभान सिंह राठौर (संभागीय ब्यूरो चीफ)
शहडोल/7 अक्टूबर 2022/
कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा ने शहडोल संभाग के नागरिकों और ग्रामीणों से अपीत करते हुए कहा है कि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा ग्रहण करने के लिए निरंतर प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बच्चों की शिक्षा काफी प्रभावित हुई है। इसकी भरपाई के लिए बच्चों के अभिभावकों का फोकस बच्चों की शिक्षा पर होना चाहिए।
कमिश्नर ने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा ग्रहण करने निरंतर प्रेरित करें, बच्चों की शिक्षा के लिए अच्छा वातावरण तैयार करें। कमिश्नर राजीव शर्मा ने शहडोल संभाग के सभी स्कूलों के प्राचार्याें, प्रधान पाठकों एवं शिक्षकों को निर्देश दिए है कि वे समय पर स्कूलों में उपस्थित होकर छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा ही उपयोग किये गए बडे-बड़े ध्वनि विस्तारक यंत्र जन्मदिन, शादी समारोहों जैसे अन्य कार्यक्रमों में लगाए जाते है इससे हमारे स्वास्थ्य, बच्चों की पढ़ाई आदि को प्रभावित करते है,
इसलिए मै सभी शहडोल संभाग के नागरिकों से अपील करता हूं कि किसी वैधानिक एवं कड़ी प्रशासनिक कार्यवाही का इंतजार न करें। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर ध्वनि यंत्रो का उपयोग करते समय यह विशेष ध्यान रखे कि अपने आसपास के अस्वस्थ्य लोगों, बुजुर्गाें, बच्चो को बिना नुकसान पहुचाएं कम से कम ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार रात्रि 10 बजे के बाद ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग करना कानूनी अपराध है। कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा ने कहा कि सामाजिक संगठन, धार्मिक संगठन, और संस्था ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग जरूरत पडने पर ही कम से कम आवाज में करने के लिए जागरूक रहे और दूसरों को भी जागरूक करेंगें।