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*जनजातीय महिलाओं के पोल्ट्री आजीविका को सशक्त करने जिला प्रशासन ने हैचरी का कराया निर्माण*

अनुपपुर जिला मध्यप्रदेश

जनजातीय महिलाओं के पोल्ट्री आजीविका को सशक्त करने जिला प्रशासन ने हैचरी का कराया निर्माण

हैचरी से चूजो का उत्पाद हुआ प्रारंभ

कलेक्टर ने हैचरी का भ्रमण कर लिया जायजा

रिपोर्टर – चंद्रभान सिंह राठौर (संभागीय ब्यूरो चीफ) के साथ विकास सिंह राठौर

अनूपपुर/14 जनवरी 2023/

जिले की जनजातीय समुदाय की भूमिहीन एवं गरीब आदिवासी महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने की दिशा में वर्ष 2015-16 में पुष्पराजगढ़ विकासखंड के पडमनिया सेक्टर के 7 ग्राम पंचायतों के 15 ग्राम में आजीविका आधारित प्रोजेक्ट संबल के रूप में मनरेगा योजना तथा आईडब्ल्यूएमपी अभिसरण से प्रति हितग्राही 500 मुर्गी पालन व्यवसाय जिला प्रशासन के सहयोग से प्रारंभ कराया गया जो अब नित नई ऊंचाइयां प्राप्त कर रहा है जिले की 1043 जनजातीय समुदाय की महिलाओं द्वारा संचालित मेकल वूमेन पोल्ट्री प्रोड्यूसर कंपनी के मुर्गी पालन व्यवसाय को नई ऊंचाइयों प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय के समीप ग्राम पसला में 3 लाख मुर्गी के चूजे प्रति माह उत्पाद की हैचरी का निर्माण डीएमएफ मद 2.40 करोड़ तथा आईएपी मद से 1.29 करोड़ कुल 3.69 करोड़ से कराया गया है

हैचरी के संचालन के लिए मुर्गी पालक महिलाओं कि मेकल पोल्ट्री प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा तीन करोड़ रुपए बैंक से कर्ज लेकर इसका संचालन प्रारंभ किया गया है मुर्गी चूजे की हैचरी के निर्माण से प्रति हितग्राही महिला परिवार वर्ष में 10 से 12 बैच में मुर्गी पालन कर सकेंगे जिससे उनकी आजीविका संवर्धन के साथ ही मुनाफे में भी वृद्धि होगी पहले यह हितग्राही वर्ष में 6 से 8 बैच का मुर्गी पालन कर 25 से 35 हजार की आय प्राप्त कर पाते थे

मुर्गी चूजे की हैचरी के निर्माण से प्रति हितग्राही 10 से 15 हजार की अतिरिक्त आमदनी होगी मुर्गी उत्पाद हैचरी के प्रारंभ होने से अब आदिवासी महिलाओं की मुर्गी पालन आजीविका गतिविधि को पहले की अपेक्षा अब और ज्यादा मुनाफा हो सकेगा पहले मुर्गी शैडो में मुर्गी के चूजे बाजार से लेना पड़ता था जो महंगे होते थे जिससे उनकी आमदनी मे मुनाफा की मार्जिन राशि कम होती थी 13 जनवरी 2023 को मुर्गी उत्पाद हैचरी में पहली बार मुर्गी चूजों की खेप तैयार हुई जिनमें 33 हजार 252 उत्पादित चूजे की पहली खेप जिले के पुष्पराजगढ़ विकासखंड के पङमनिया तथा जैतहरी विकासखंड के खूंटा टोला कलस्टर में महिला मुर्गी पालकों के शेडो में भेजे जाने के अवसर पर जिले की कलेक्टर सोनिया मीना ने नवनिर्मित हैचरी पहुंचकर संपूर्ण प्रक्रिया का अवलोकन किया गया

उन्होंने हैचरी का भ्रमण करते हुए हैंचर एवं सेटर यूनिट मे लगी मशीनों का अवलोकन तथा तैयार मुर्गी चूजो का अवलोकन किया गया इस अवसर पर जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी डॉ उमेश द्विवेदी हैचरी इंचार्ज राम कृपाल जनपद पंचायत जैतहरी के अधिकारी तथा अन्य स्टाफ उपस्थित थे जिले में जनजातीय समुदाय की महिलाओं को मुर्गी पालन आजीविका के जरिए आर्थिक स्वावलंबी बनाने की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा निर्मित हैचरी निर्माण से जहाँ बल मिलेगा वही मुर्गी पालन की गतिविधि और सशक्त होगी इस गतिविधि के जरिए लगभग 2500 जनजातीय महिलाएं प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगी

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