जिले भर में खरीफ सीजन में 3 लाख 35 हजार हेक्टेयर क्षेत्राच्छादन का लक्ष्य प्रस्तावित
सतना जिला मध्य प्रदेश

*जिले भर में खरीफ सीजन में 3 लाख 35 हजार हेक्टेयर क्षेत्राच्छादन का लक्ष्य प्रस्तावित*
(पढ़िए जिला सतना ब्यूरो चीफ आशीष गुप्ता की रिपोर्ट)
कलेक्टर ने कृषि उत्पादन आयुक्त की बैठक की तैयारी देखी
मध्य प्रदेश जिला सतना में 25 मई 2023/सतना जिले में खरीफ मौसम 2023-24 में 3 लाख 35 हजार 245 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों के क्षेत्राच्छादन का लक्ष्य प्रस्तावित किया गया है। गतवर्ष 2022-23 में जिले में 3 लाख 22 हजार 711 हेक्टेयर क्षेत्राच्छादन खरीफ फसलों में किया गया था। इस आशय की जानकारी बुधवार को कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा द्वारा की गई कृषि उत्पादन आयुक्त की बैठक की तैयारियों के संबंध में समीक्षा के दौरान दी गई।
इस मौके पर उपसंचालक कृषि मनोज कश्यप, उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉ. प्रमोद शर्मा, उपसंचालक उद्यानिकी एमएस कुशवाह, महाप्रबंधक सीसीबी एससी गुप्ता, उप पंजीयक सहकारिता के पाटनकर भी उपस्थित थे।
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि खरीफ मौसम में राज्य शासन के निर्देशानुसार फसलों में विविधता और प्राकृतिक खेती, जैविक खेती पर विशेष जोर देकर आगामी कार्य योजना तैयार करे।
उपसंचालक कृषि मनोज कश्यप ने बताया कि वर्ष 2023-24 के खरीफ सीजन में 3 लाख 22 हजार 711 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलोच्छादन का लक्ष्य रखा गया है। जो गत वर्ष की तुलना में 13 हजार हेक्टेयर अधिक है। जिले में रबी फसलों का क्षेत्राच्छादन 3 लाख 69 हजार 286 हेक्टेयर रहा है। जिले में 100 चयनित ग्रामों के 2247 किसानों ने प्राकृतिक खेती के लिये पंजीयन कराया है। जिनमें इस वर्ष 162 हेक्टेयर क्षेत्र में रबी और 215 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसले ली गई है।
कलेक्टर ने मृदा परीक्षण के निष्कर्षों की जानकारी लेते हुए कहा कि मृदा परीक्षण के बाद की गई कार्यवाही और उसकी फालोअप रिपोर्ट अगली बैठक में प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि कृषि अधिकारी मृदा परीक्षण रिपोर्ट में आई कमियों के सुधार के लिए किसान को प्रोत्साहित करें और क्या परिणाम आये इसकी जानकारी भी दे। जिला विपणन संघ द्वारा जानकारी दी गई कि डबललाक में यूरिया की उपलब्धता 11 हजार एमटी है। जिले में समर्थन मूल्य पर 34 हजार क्विंटल चना की खरीदी की गई है। जिसमें 16 करोड़ की स्वीकृति और 10 करोड़ 15 लाख रूपये किसानों को भुगतान हुआ है।
कलेक्टर ने कहा कि उपार्जन के बाद किसी भी किसान का भुगतान लंबित नहीं रहना चाहिए। कृषियंत्री ने बताया कि गत वर्ष निर्धारित कृषियंत्रों के वितरण के लक्ष्य 308 के विरूद्ध 246 किसानों ने ही कृषि यंत्र उठाये हैं। कलेक्टर ने कृषियंत्री सतना को किसानों को लाभ देने में गंभीरता नहीं बरतने पर और लक्ष्यों को पूरा नहीं करवाने पर नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।
उद्यानिकी विभाग की समीक्षा में संभाग के सभी जिलों की अपेक्षा सतना जिले में फल क्षेत्र विस्तार, सब्जी विस्तार आदि योजनाओं में कम लक्ष्य निर्धारित पाये जाने पर इसे बढ़ाने के निर्देश दिये। पशु चिकित्सा विभाग की समीक्षा में बताया गया कि सभी योजनाओं का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। मत्स्य पालन विभाग की गतिविधियों की समीक्षा भी इस दौरान कलेक्टर ने की।