*भाजपा राज में अरबों के खाद्यान्न घोटाले में खाद्य मंत्री-बिसाहूलाल को हटाया जाय – मनीष*
अनूपपुर जिला मध्य प्रदेश
भाजपा राज में हुवे अरबों के खाद्यान्न घोटाले – जिम्मेदार कौन – मनीष
भाजपा राज में अरबों के खाद्यान्न घोटाले में खाद्य मंत्री-बिसाहूलाल को हटाया जाय – मनीष
संवाददाता – चंद्रभान सिंह राठौर संभागीय ब्यूरो चीफ
अनूपपुर
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी एवं राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री- मनीष श्रीवास्तव ने कहा है कि,मध्यप्रदेश में लगातार खाद्यान्न घोटाले,जानबूझकर अनाजों को खुले में रखकर अरबों के स्टॉक योजनाबद्ध तरीके से खराब करने के पीछे सुनियोजित षड्यंत्र है,इसलिये विभागीय मुखिया खाद्य मंत्री-बिसाहूलाल को तत्काल हटाया जाय..।
उन्होंने कहा कि,अनाज की ज्यादा पैदावार के लिए लगातार चार बार कृषि कर्मण अवॉर्ड जीतने वाली मप्र सरकार पांचवी बार भी इसकी दावेदार है, लेकिन अनाज की अधिक पैदावार के बाद भी रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यह स्थिति तब है जब वर्ष 2010 में सुप्रीम कोर्ट सभी राज्यों को स्पष्ट निर्देश दे चुकी है कि अनाज गोदामों में सड़े इससे बेहतर है कि गरीबों में बांट दे। फिर क्यों शिवराज सरकार जानबूझकर प्रत्येक वर्ष अनाज सड़ाती है?
मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि,भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने अलग-अलग सीजन के लिए खाद्यान्नों का भंडारण नियम, जिसे बफर नॉर्म्स कहा जाता है बनाया हुआ है। प्रदेश में अनाज भंडारण का जिम्मा एफसीआई, माकफेड और नागरिक आपूर्ति निगम पर है। गोदामों में अनाज के खराब होने की बात अधिकारी भी छिपाते हैं।
उन्होंने कहा कि,शिवराज भाजपा राज में आप ये जानकर हैरान होंगे कि भारत समेत मध्यप्रदेश में भी गरीबी की आंकड़ा जिस रफ्तार से कम होना चाहिए था, वैसा नहीं हो रहा। अमीर होता जा रहा, जबकि गरीब और गरीब। लोग भूखे मर रहे हैं। सरकारी योजनाओं का राशन भी गरीबों तक ठीक से नहीं पहुंच पा रहा है।
मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि,अनाज की खरीदी में समर्थन मूल्य की राजनीति भी जमकर चलती है। सरकार किसानों से अनाज को खरीद लेती है, लेकिन सही भंडारण और भ्रष्टाचार पर लगाम न होने के चलते अनाज सड़ जाता है।
दरअसल इस पूरे मामले की पड़ताल में जो बात हर बार सामने आती है, वो ये है कि अनाज खराब होने की एक बड़ी वजह मिलीभगत है, जिसका फायदा शराब कंपनियों को पहुंचाना है। अनाज जानबूझकर सडऩे दिया जाता है जिससे शराब कंपनियां बीयर व अन्य मादक पेय बनाने के लिए सड़े हुए अनाज खासतौर से गेहूं को औने-पौने दाम में खरीद सके।शिवराज सरकार की यही असली नीति है।